Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

नेपाल : मंगलवार के भूकंप के मृतकों की संख्या 117 हुई

Published

on

काठमांडू,नेपाल,भूकंप,रिक्टर पैमाने,विनाशकारी,सिंधुपाल चौक, रसुवा

Loading

काठमांडू | नेपाल में मंगलवार को आए तीव्र भूकंप से मरने वालों की संख्या 117 तक पहुंच चुकी है। नेपाल पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, रिक्टर पैमाने पर 7.3 तीव्रता के भूकंप का केंद्र काठमांडू से लगभग 130 किलोमीटर पूर्व दोलाखा जिले में था, जिसमें भारी संख्या में जान-माल की क्षति हुई।

नेपाल में मंगलवार को आए भूकंप से वे घर तथा सरकारी इमारतें पूरी तरह ध्वस्त हो गईं, जो 25 अप्रैल को आए विनाशकारी भूकंप के दौरान आंशिक तौर पर क्षतिग्रस्त हुई थीं। यहां 25 अप्रैल को 7.9 की तीव्रता से आए विनाशकारी भूकंप में 8,200 से अधिक लोगों की मौत हो गई, जबकि लगभग 17,000 लोग घायल हुए।

नेपाल सेना, नेपाल पुलिस और सशस्त्र पुलिस बल विभिन्न देशों के बचाव दलों के साथ मिलकर भूकंप से बुरी तरह से प्रभावित कावरे, सिंधुपाल चौक, रसुवा ओर नुवाकोट जैसे जिलों में बचाव अभियान चला रहे हैं।

अन्तर्राष्ट्रीय

कुवैत में संसद भंग, सभी कानून और संविधान के कुछ अनुच्छेद निलंबित

Published

on

Loading

नई दिल्ली। कुवैत के अमीर शेख मिशाल ने संसद को भंग कर दिया है। अमीर ने शुक्रवार को सरकारी टीवी पर एक संबोधन में इसकी घोषणा की। इसके अलावा अमीर ने देश के सभी कानूनों के साथ संविधान के कुछ अनुच्छेदों को चार साल तक के लिए निलंबित कर दिया है। इस दौरान देश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के सभी पहलुओं का अध्ययन किया जाएगा। सरकारी टीवी के मुताबिक, इस दौरान नेशनल असेंबली की सभी शक्तियां अमीर और देश की कैबिनेट के पास होंगी।

एमीर ने सरकारी टीवी पर दिए अपने संबोधन में संसद भंग करने की घोषणा करते हुए कहा, “कुवैत हाल ही में बुरे वक्त से गुजर रहा है, जिसकी वजह से किंगडम को बचाने और देश के हितों को सुरक्षित करने के लिए कड़े फैसले लेने में झिझक या देरी करने के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ सालों में देश के कई डिपार्टमेंट्स में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। भ्रष्टाचार की वजह से देश का महौल खराब हो रहा है। अफसोस की बात ये है कि भ्रष्टाचार सुरक्षा और आर्थिक संस्थानों तक फैल गया है। साथ ही अमीर ने न्याय प्रणाली में भ्रष्टाचार होने की बात कही है।

कुवैत पिछले कुछ सालों से घरेलू राजनीतिक विवादों से घिरा रहा है। देश का वेल्फेयर सिस्टम इस संकट का एक प्रमुख मुद्दा रहा है और इसने सरकार को कर्ज लेने से रोका है। इसकी वजह से अपने तेल भंडार से भारी मुनाफे के बावजूद सरकारी खजाने में पब्लिक सेक्टर के कर्मचारियों को वेतन देने के लिए बहुत कम पैसे बचे हैं। कुवैत में भी दूसरे अरब देशों की तरह शेख वाली राजशाही सिस्टम है लेकिन यहां की विधायिका पड़ोसी देशों से ज्यादा पावरफुल मानी जाती है।

Continue Reading

Trending