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मुख्य समाचार

नेपाल वापस नहीं जाना चाहते बिहारी कामगार

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रक्सौल (बिहार)| विनाशकारी भूकंप प्रभावित नेपाल से लौटकर आए बिहार के प्रवासी कामगारों के चेहरों पर दहशत अभी भी दिख रही है। उन्हें अपनी आजीविका और भविष्य की चिंता तो है, लेकिन उन्होंने इस हिमालयी देश में दोबारा वापस न जाने का फैसला किया है।

अनिल ठाकुर ने बताया, “हम अपनी आजीविका के लिए क्या करेंगे? हमें दोबारा नौकरी ढूंढ़नी है। लेकिन हमारा परिवार काम के लिए काठमांडू जाने की इजाजत देगा, इसकी उम्मीद कम है।”

भारत-नेपाल सीमा से सटे पूर्वी चंपारण के रक्सौल में स्थित राहत शिविर में 25-30 साल के अनिल 20-25 साल के सुरेंद्र साहनी तथा अन्य प्रवासी कामगारों के साथ रह रहे हैं।

सिवान के अनिल और दरभंगा के साहनी उन 40,000 प्रवासी कामगारों में शामिल हैं, जो वापस लौट आए हैं और बिहार में अपने-अपने घरों की ओर रवाना हो रहे हैं। वे सभी नेपाल वापस जाने को लेकर डरे हुए हैं।

उनका भविष्य उस समय अनिश्चित दिख रहा है, जब एक मई को दुनियाभर में अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाया जा रहा है।

अनिल ने आईएएनएस से कहा, “मैं नेपाल कभी नहीं जाऊंगा, इसका कोई सवाल ही पैदा नहीं होता। मैं काम के लिए देश के दूसरे राज्यों में जाऊंगा, क्योंकि मैं नेपाल में मौत के नजदीक से हो कर आया हूं।”

अनिल विदेशी पर्यटकों के लिए काम करने वाली एक पर्यटन एजेंसी में काम कर रहे थे, जो कि काठमांडू में फायदेमंद क्षेत्र है। उन्होंने कहा कि अच्छी जिंदगी को लेकर उनकी उम्मीद क्षीण हो गई है।

साहनी ने बताया कि वह पहले घर जाएंगे और कम से कम एक सप्ताह रहेंगे।

उन्होंने कहा, “मैं आजीविका की तलाश में तमिलनाडु, केरल या आंध्र प्रदेश जैसे दक्षिण भारत के किसी राज्य में जाऊंगा, क्योंकि मेरे गांव और पड़ोसी गांव के लोग वहीं काम कर रहे हैं।”

एक अन्य प्रवासी कामगार मोहम्मद अशरफ ने भूकंप को याद करते हुए कहा कि काठमांडू में हजारों लोग मारे गए हैं और वह कभी भी आजीविका के लिए नेपाल नहीं जाएंगे।

बिहार के सिवान निवासी अशरफ ने बताया, “यह कठिन फैसला है, लेकिन कभी नेपाल नहीं जाऊंगा, क्योंकि भगवान ने मुझे एक नई जिंदगी दी है।”

ऐसी ही कहानी शिविर में मौजूद संतोष सिंह, अली हसन, मोहम्मद तैयब, सोहन ठाकुर, मिथलेश सिंह और सुल्तान अहमद जैसे लोगों की है।

यहां तैनात सरकारी अधिकारियों के मुताबिक, हर साल नेपाल की सीमा से लगे बिहार के जिलों से हजारों लोग हिमालयी राज्य की तरफ, विशेषकर राजधानी काठमांडू में आजीविका की तलाश में जाते हैं।

अधिकारियों ने बताया, “भूकंप के बाद अबतक पांच लाख में सिर्फ 40,000 लोग ही बिहार लौटे हैं। कई लोग वहां फंसे हुए हैं और वे भी जल्द लौट आएंगे।”

अत्यधिक गरीबी, रोजगार की कमी, अशिक्षा और अन्य वजहों से इन लोगों को आजीविका की तलाश में नेपाल से सटे बिहार और बाढ़ प्रभावित कोसी क्षेत्र से नेपाल जाना पड़ता है।

 

नेशनल

पीएम चला रहे ऑपरेशन झाड़ू, AAP को खत्म करने के लिए बीजेपी ने बनाए 3 प्लान: केजरीवाल

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नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी मुख्यालय पर प्रदर्शन करने से पहले एक पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि पीएम ने आम आदमी पार्टी को कुचलने का इरादा बनाया है। उसके लिए इन लोगों ने एक ऑपरेशन चलाया, जिसका नाम है ‘ऑपरेशन झाड़ू’। उनसे मिलने के बाद आए लोगों ने मुझे यह बताया है।

उन्होंने कहा- पीएम ने कहा कि आम आदमी पार्टी तेजी से बढ़ रही है। आनेवाले दिनों में देश और कई राज्यों में बीजेपी के लिए कड़ी चुनौती दे सकती है। इस पार्टी को अभी तुरंत खत्म कर दिया जाए। भविष्य में बीजेपी के लिए कोई चुनौती न हो, इसके लिए आप के नेताओं को गिरफ्तार किया जा रहा है। आप के बैंक खाते सीज किए जाएंगे और पार्टी के दफ्तर खाली कराए जाएंगे। पार्टी को किसी तरह सड़क पर लाया जाएगा।

सीएम केजरीवाल ने कहा- ये पार्टी सिर्फ चंद नेताओं की पार्टी नहीं है बल्कि देश के 140 करोड़ लोगों के सपनों की पार्टी है। ये चाहते हैं कि ये आप को खत्म कर देंगे। तो ठीक है मैं आ रहा हूं आपके दफ्तर। आप हम सब को गिरफ्तार कर लो। बीजेपी वाले कह रहे हैं कि विदेश से राघव चड्ढा आए हैं, उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा। तो ठीक है, आप आतिशी जी, सौरभ भारद्वाज सभी को गिरफ्तार कर लो।

केजरीवाल ने कहा कि इस गिरफ्तारी के आह्वान में भगवंत मान भी आनेवाले थे। लेकिन मैंने उनको कहा कि आज हमलोगों को जाने दो। अगर आज ये गिरफ्तार करते हैं तो ठीक है, आप कल गिरफ्तारी देने आ जाना। हम देखते हैं कि इनमें हमें गिरफ्तार करने की हिम्मत है या नहीं? उन्होंने कहा कि ऐसा करके भी आम आदमी पार्टी को खत्म नहीं किया जा सकता। यह पार्टी देश के 140 करोड़ लोगों की सोच है। हमने जो कर दिखाया है, वो आजादी के 75 साल में कभी नहीं हुआ। लोगों को उनके सपने सच होते दिखाई देने लगे हैं। यह सब मोदी जी नहीं कर पा रहे। इसीलिए एक एक करके सभी बड़े नेताओं को गिरफ्तार कर रहे हैं।

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