नेशनल
दिल्ली एयरपोर्ट पर बम की सूचना से हड़कंप, खबर निकली झूठी
नई दिल्ली। दिल्ली के इंदिरा गांधी नेशनल एयरपोर्ट पर मंगलवार को बम होने की सूचना मिलने के बाद सुरक्षाकर्मियों के बीच हड़कंप मच गया। आनन-फानन एयरपोर्ट की तलाशी शुरू की गई। कई घंटे की मशक्कत के बाद कॉल को फर्जी करार दिया गया।
पुलिस उपायुक्त (आईजीआई हवाई अड्डा) उषा रंगनानी ने कहा कि सुबह 5.15 के बीच जब फ्लाइट दिल्ली से कोलकाता जाने वाली थी, तभी किसी ने फोन कर एयरपोर्ट परिसर में बम होने की सूचना दी।
वहीं, डीसीपी ने कहा कि इस सूचना के बाद जांच पड़ताल की गई। जांच में सामने आया कि यह कॉल फर्जी था। हालांकि, यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए और हर अप्रिय स्थिति से निपटने की रूपरेखा तय कर ली गई थी।
डीसीपी ने कहा, “आईपीसी की धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया गया है और जांच का सिलसिला तेज कर दिया गया है।”
बता दें कि हाल ही में 20 वर्षीय एक शख्स ने आईजीआई एयरपोर्ट परिसर पर बम होने की सूचना दी थी, इसके बाद उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। वहीं, इस घटना के बाद अब एक बार फिर से फर्जी कॉल कर एयरपोर्ट परिसर पर बम होने की सूचना दी गई।
नेशनल
जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।
इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।
चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।
-
नेशनल3 days ago
केजरीवाल का पीएम मोदी पर हमला, कहा- चुनाव जीते तो पहले योगी जी को निपटाएंगे, फिर अमित शाह को पीएम बनाएंगे
-
अन्तर्राष्ट्रीय3 days ago
कुवैत में संसद भंग, सभी कानून और संविधान के कुछ अनुच्छेद निलंबित
-
नेशनल2 days ago
तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल में बम बनाने को एक कुटीर उद्योग बना दिया है : पीएम मोदी
-
नेशनल2 days ago
केजरीवाल ने किया 10 गारंटियों का एलान- 24 घंटे मुफ्त बिजली, सभी बच्चों को मुफ्त शिक्षा का वादा
-
उत्तर प्रदेश3 days ago
कन्नौज में बोले सीएम योगी- उत्तर प्रदेश की 80 में से 80 सीटों पर कमल का फूल खिलाएंगे
-
मनोरंजन2 days ago
आ गई ‘बॉर्डर 2’ की रिलीज डेट, सनी देओल के साथ आयुष्मान खुराना भी आएंगे नजर
-
उत्तर प्रदेश2 days ago
पीएम मोदी के नामांकन से पहले अमित शाह और सीएम योगी पहुंचे वाराणसी, तैयारियों का लिया जायजा
-
नेशनल2 days ago
पीएम मोदी केवल धर्म के नाम पर वोट मांगते हैं : प्रियंका गांधी