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उत्तराखंड

उत्तराखंड: बनभूलपुरा के 300 घरों में लटके ताले, केंद्रीय बलों की मौजूदगी में व्यापक सर्च ऑपरेशन

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Locks hanging in 300 houses of Banbhoolpura Uttarakhand

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हल्द्वानी। उत्तराखंड के हल्द्वानी में हिंसा के बाद प्रभावित बनभूलपुरा से लोगों के पलायन का सिलसिला लगातार जारी है। पुलिस, प्रशासन और सरकार के कड़े रुख को देखते हुए पत्थरबाज परिवार के साथ गायब हो रहे हैं। बनभूलपुरा में कर्फ्यू के बाद भी 300 घरों पर ताले लटक गए हैं।

गुरुवार की शाम कर्फ्यू लागू किए जाने के बाद लोगों को घरों से बाहर निकलने की मनाही थी। इसके बाद भी लोग घरों को छोड़कर भाग गए हैं। कई घरों में ताला नहीं है, इसके बावजूद लोग घरों के भीतर नहीं हैं। इलाके के लोग पूरे परिवार के साथ दूसरे जिलों में जा चुके हैं।

हल्द्वानी हिंसा मामले में पुलिस ने जिन लोगों को चिह्नित किया है, उनमें से कई फरार चल रहे हैं। ऐसे लोगों की गिरफ्तारी के लिए दूसरे जिलों में पुलिस टीम भेजी गई है। वहीं, केंद्रीय बलों की मौजूदगी में व्यापक सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया है। उपद्रव के बाद से मालिक का बगीचा, इंदिरानगर, छोटी लाइन, बड़ी लाइन सहित बनभूलपुरा के कई इलाकों से लोगों ने घरों में ताला लगाकर निकलना शुरू कर दिया है। यह सिलसिला उपद्रव की रात ही शुरू हो गया था।

बवाल थमने के बाद से ही लोगों ने घरों को छोड़कर परिवार सहित निकलना शुरू कर दिया। महिला और बच्चों सहित लोग यूपी और उत्तराखंड के दूसरे जिलों में जा चुके हैं। सिलसिला अभी भी जारी है।

उपद्रव के बाद से पुलिस ने हर उस घर को चिन्हित कर उनकी तलाशी और छानबीन शुरू कर दी है, जिनकी छतों से गुरुवार की ईंट- पत्थर बरस रहे थे। दो दिनों से पुलिस, पीएसी और महिला फोर्स की टुकड़ियां ऐसे घरों की छानबीन कर चिह्नित उपद्रवियों और पत्थरबाजों की धर- पकड़ कर रही है।

उपद्रव की रात से फरार होने लगे लोग

स्थानीय लोगों का कहना है कि गुरुवार की रात से लोग बनभूलपुरा छोड़कर भागने लगे थे। उपद्रव की रात लोग गोलापुर होते हुए टेंपो और निजी वाहनों से भागते देखे गए। कई लोग गोला बाईपास के रास्ते रात के अंधेरे का फायदा उठाकर परिवार सहित भाग गए। कई लोगों ने करीब 10 किलोमीटर का पैदल सफर तय कर लालकुआं से ट्रेन पकड़ी। स्थिति यह बन गई है कि रविवार तक बनभूलपुरा के 300 से ज्यादा घरों पर ताला लग चुका है।

सीएम धामी का कड़ा रुख

इस मामले में सीएम पुष्कर सिंह धामी स्पष्ट किया है कि हल्द्वानी में हुई घटना में शामिल उपद्रवियों और अराजक तत्वों पर कार्रवाई लगातार जारी है। सभी दंगाइयों को एक-एक करके गिरफ्तार किया जाएगा। उनके खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। सीएम धामी ने साफ किया है कि प्रदेश में जिन स्थानों पर अवैध कब्जा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जहां अतिक्रमण है, उन पर कार्रवाई निश्चित तौर पर होगी। इस अभियान को रोका नहीं जाएगा। पुलिस प्रशासन दंगाइयों से सख्ती से पेश आएगा।

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उत्तराखंड

चारधाम यात्रा में 31 मई तक VIP दर्शन पर रोक, ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन 19 मई तक बंद

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हरिद्वार। अगर आप भी चारधाम यात्रा पर जा रहे हैं तो ये खबर आपके लिए काफी अहम है। चारधाम यात्रा में VIP दर्शन व्यवस्था पर रोक लगा दी गई है। लोग 31 मई तक VIP सिस्टम के तहत दर्शन नहीं कर पाएंगे। वहीं ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन भी 19 मई तक बंद रहेंगे। खराब मौसम और श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए यह फैसला लिया गया है।

चार धाम यात्रा 10 मई को शुरू हुई थी। छह दिन में ही देश-विदेश के 3,34,732 श्रद्धालु इनके दर्शन के लिए पहुंच चुके हैं। उत्तराखंड सरकार ने यात्रा के लिए 25 अप्रैल से चारधामों के लिए पंजीकरण शुरू किया और गुरुवार तक 27 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के पंजीकरण हो गए।

मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने पत्र जारी कर 31 मई तक वीआईपी दर्शन पर रोक लगा दी है। यह भी कहा है कि धामों में सुगम दर्शन के लिए सरकार ने श्रद्धालुओं का पंजीकरण अनिवार्य किया है। अब दर्शन उसी दिन होंगे जिस तिथि का पंजीकरण किया गया है। इससे पहले 30 अप्रैल को राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर 25 मई तक वीआईपी दर्शन की व्यवस्था पर रोके जाने का आदेश दिया था।

50 मीटर में रील्स बनाने पर प्रतिबंध

उत्तराखंड सरकार ने भीड़ प्रबंधन की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। इसमें 50 मीटर के दायरे में चारों धामों के मंदिर के परिसर में रील्स बनाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके साथ ही सोशल मीडिया लाइव आदि पर भी रोक लगा दी गई है। सरकार ने कहा है कि कुछ यात्रियों द्वारा मंदिर परिसर में वीडियो एवं रील बनायी जाती है और उन्हें देखने के लिए एक स्थान पर भीड़ एकत्रित हो जाती है जिससे श्रद्धालुओं को दर्शन करने में असुविधा होती है ।

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