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अन्तर्राष्ट्रीय

मिजोरम के लेंगपुई एयरपोर्ट पर म्यांमार सेना का विमान क्रैश, कई घायल

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मिजोरम। मिजोरम के लेंगपुई एयरपोर्ट पर आज म्यांमार सेना का एक विमान क्रैश हो गया। इस दुर्घटना में छह लोग घायल हो गए। सूत्रों ने बताया है कि सैन्य विमान उन सैनिकों को एयरलिफ्ट करने के लिए म्यांमार से आया था, जो पिछले हफ्ते भारत-म्यांमार सीमा पार कर मिजोरम में दाखिल हुए थे। विमान में पायलट के साथ 14 लोग सवार थे। मिजोरम डीजीपी ने जानकारी दी कि घायलों को लेंगपुई अस्पताल में भर्ती कराया गया।

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, मिजोरम डीजीपी ने कहा, ‘म्यांमार सेना के विमान क्रैश होने की वजह से छह लोग घायल हुए हैं। विमान में पायलट समेत 14 लोग सवार थे। घायलों को लेंगपुई अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। शुरुआती रिपोर्ट्स में बताया गया है कि म्यांमार में सेना और विद्रोहियों के बीच लड़ाई चल रही है, जिसकी वजह से सैनिक भागकर मिजोरम के लांग्टलाई जिले में दाखिल हो गए। इन सैनिकों को लेने के लिए विमान भारत में आया था।

शुरुआती रिपोर्ट्स में बताया गया है कि सैन्य विमान सेना के जवानों को लेने आया था, जो भारत में मौजूद हैं। लेंगपुई एयरपोर्ट के रनवे पर उतरने के दौरान विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह दुर्घटना तब हुई है, जब भारत ने 184 म्यांमार सैनिकों को उनके देश वापस भेजा है। पिछले हफ्ते म्यांमार के 276 सैनिक मिजोरम में घुस आए थे, जिसमें से सोमवार को 184 सैनिकों को वापस भेज दिया गया।

मिली जानकारी के मुताबिक, म्यांमार एयरफोर्स के विमान लेंगपुई एयरपोर्ट पर आए और इसमें सवार होकर 184 सैनिक अपने देश के रखाइन प्रांत के सित्वे में चले गए। बचे हुए 92 सैनिकों को मंगलवार को म्यांमार भेजा जा रहा है। म्यांमार के सैनिक 17 जनवरी को हथियारों और गोला-बारूद के साथ दक्षिणी मिजोरम के लांग्टलाई जिले में भारत-म्यांमार-बांग्लादेश ट्राइजंक्शन पर स्थित बांडुकबंगा गांव में घुस गए और असम राइफल्स के पास पहुंचे।

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अन्तर्राष्ट्रीय

कुवैत में संसद भंग, सभी कानून और संविधान के कुछ अनुच्छेद निलंबित

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नई दिल्ली। कुवैत के अमीर शेख मिशाल ने संसद को भंग कर दिया है। अमीर ने शुक्रवार को सरकारी टीवी पर एक संबोधन में इसकी घोषणा की। इसके अलावा अमीर ने देश के सभी कानूनों के साथ संविधान के कुछ अनुच्छेदों को चार साल तक के लिए निलंबित कर दिया है। इस दौरान देश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के सभी पहलुओं का अध्ययन किया जाएगा। सरकारी टीवी के मुताबिक, इस दौरान नेशनल असेंबली की सभी शक्तियां अमीर और देश की कैबिनेट के पास होंगी।

एमीर ने सरकारी टीवी पर दिए अपने संबोधन में संसद भंग करने की घोषणा करते हुए कहा, “कुवैत हाल ही में बुरे वक्त से गुजर रहा है, जिसकी वजह से किंगडम को बचाने और देश के हितों को सुरक्षित करने के लिए कड़े फैसले लेने में झिझक या देरी करने के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ सालों में देश के कई डिपार्टमेंट्स में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। भ्रष्टाचार की वजह से देश का महौल खराब हो रहा है। अफसोस की बात ये है कि भ्रष्टाचार सुरक्षा और आर्थिक संस्थानों तक फैल गया है। साथ ही अमीर ने न्याय प्रणाली में भ्रष्टाचार होने की बात कही है।

कुवैत पिछले कुछ सालों से घरेलू राजनीतिक विवादों से घिरा रहा है। देश का वेल्फेयर सिस्टम इस संकट का एक प्रमुख मुद्दा रहा है और इसने सरकार को कर्ज लेने से रोका है। इसकी वजह से अपने तेल भंडार से भारी मुनाफे के बावजूद सरकारी खजाने में पब्लिक सेक्टर के कर्मचारियों को वेतन देने के लिए बहुत कम पैसे बचे हैं। कुवैत में भी दूसरे अरब देशों की तरह शेख वाली राजशाही सिस्टम है लेकिन यहां की विधायिका पड़ोसी देशों से ज्यादा पावरफुल मानी जाती है।

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