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अन्तर्राष्ट्रीय

इस्लामाबाद को घेरे बैठे हैं बलोच आंदोलनकारी, महरंग बलोच के तेवर से डरी पाकिस्तान सरकार

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नई दिल्ली। पाकिस्तान में बीते कई दिनों से बलोच आंदोलन चल रहा है। बलोच लोग अपने समाज की पाकिस्तान के सुरक्षा बलों द्वारा गैरकानूनी हत्या और फर्जी एनकाउंटर का विरोध कर रहे हैं। विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों में हजारों महिलाएं और बच्चे इस्लामाबाद को घेरे बैठे हैं। पाक सरकार इस आंदोलन को बलोचिस्तान को पाक से अलग करने की साजिश बता रही है।

पाकिस्तान सरकार की नींद उड़ी

बलूच आंदोलन से पाकिस्तान सरकार की भी नींद उड़ी हुई है। कार्यवाहक पीएम अनवारुल हक काकर ने इस आंदोलन को भारत फंडिड बताया है। अनवारुल ने इसे बांग्लादेश के गठन की तरह की साजिश करार देते हुए कहा कि ये सब देश को बांटने के लिए हो रहा है।

सरकार से टक्कर ले रही महरंग बलोच

आंदोलन की मुख्य नेता महरंग बलोच ने इस्लामाबाद बंद बुलाने के साथ यूएन के दफ्तरों के बाहर धरने का ऐलान किया है। इसी के साथ पाक सरकार भी हरकत में आ गई और धरना स्थल पर बड़ी संख्या में पुलिस तैनात कर दी। महरंग ने कहा कि ये सब हमें डराने के लिए किया जा रहा है, लेकिन हम डरने वालों में नहीं है।

कौन है महरंग बलोच

एमबीबीएस की पढ़ाई कर चुकीं महरंग बलोच वैसे तो केवल 30 साल की हैं, लेकिन उनकी बलूच युवाओं के साथ बुजुर्गों में भी काफी पॉपुलैरिटी है। महरंग हमेशा बलूचों की आवाज उठाती रहती हैं और आंदोलन की भी अगुवाई कर रही हैं।

पिता का कर दिया गया था कत्ल

महरंग बलोच भी बलूचों के खिलाफ ज्यादती की पीड़ित हैं। उनके पिता को भी दिसंबर 2009 में सेना ने अगवा कर लिया था, जिनकी बाद में कत्ल की जानकारी मिली थी।

अन्तर्राष्ट्रीय

गहरी नींद में थे लोग, तभी भूस्खलन से गांव पर आ गिरा पहाड़ का मलबा, 100 से ज्यादा की हुई मौत

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नई दिल्ली। पापुआ न्यू गिनी में शुक्रवार को हुए भूस्खलन में 100 से अधिक लोगों के मारे जाने की आशंका है। एबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, भूस्खलन की घटना कथित तौर पर दक्षिण प्रशांत द्वीपीय देश की राजधानी पोर्ट मोरेस्बी से लगभग 600 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में एंगा प्रांत के काओकलाम गांव में घटी। यह हादसा स्थानीय समय के अनुसार तड़के 3 बजे करीब हुआ। इलाके के निवासियों का कहना है कि मृतकों की संख्या 100 से अधिक भी हो सकती है।

यह प्राकृतिक आपदा तब हुई, जब पूरा गांव अलसुबह करीब 3 बजे गहरी नींद में था और पहाड़ का मलबा गांव पर आ गिरा।ऑस्ट्रेलियाई ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन (ABC) की रिपोर्ट में जानकारी दी गई है कि शुक्रवार तड़के पापुआ न्यू गिनी के एक सुदूर गांव में हुए भूस्खलन में 100 से अधिक लोगों के मारे जाने की आशंका है। यह इलाका पापुआ न्यू गिनी की राजधानी पोर्ट मोरेस्बी से लगभग 600 किमी उत्तर-पश्चिम में स्थित एंगा प्रांत के काओकालम गांव में हुई है।

स्थानीय लोगों के हवाले से एबीसी ने जानकारी दी है कि इस प्राकृतिक आपदा में मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। हालांकि अधिकारियों ने अभी तक मौत के आधिकारिक आँकड़ों की जानकारी नहीं दी है। सोशल मीडिया पर भी इस खौफनाक हादसे के कई वीडियो सामने आए हैं, जिससे बड़ी-बड़ी चट्टानों, पेड़ों और मलबे के नीचे से ग्रामीणों की लाशों को निकालते हुए दिखाया जा रहा है।

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