Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

इजरायली पीएम नेतन्याहू ने सीजफायर की अटकलों को किया खारिज, बोले- अभी लंबी चलेगी लड़ाई

Published

on

Benjamin Netanyahu on Gaza war

Loading

तेल अवीव। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक बार फिर हमास को पूरी तरह से खत्म करने की कसम खाई है। नेतन्याहू ने सोमवार को उन मीडिया अटकलों को खारिज कर दिया, जिनमें कहा गया था कि उनकी सरकार गाजा में हमास के खिलाफ लड़ाई को रोक सकती है।

उन्होंने कहा कि गाजा युद्ध अभी खत्म नहीं हुआ है। हम रुक नहीं रहे हैं बल्कि लड़ना जारी रख रहे हैं। आने वाले दिनों में हम लड़ाई तेज करेंगे और ये भी साफ है कि ये जंग लंबी चलेगी। हाल फिलहाल में यह युद्ध खत्म होने के करीब नहीं है। कहा कि अमेरिका और ईरान-गठबंधन वाली सेनाओं के एक-दूसरे पर हमला करने से संघर्ष फैलने की चिंताओं के बीच युद्धविराम के वैश्विक आह्वान को खारिज कर दिया है।

उत्तरी गाजा में इजरायली सैनिकों से मिलने के बाद नेतन्याहू ने अपनी पार्टी के सांसदों से कहा कि युद्ध अभी खत्म नहीं हुआ है। हम सैन्य दबाव डाले बिना इजराइल हमास से अपने बंधकों को छुड़ाने में सफल नहीं होंगे। जब तक हमास को खत्म नहीं कर देते, हम नहीं रुकेंगे। इससे कम हमें कुछ भी स्वीकार नहीं होगा।

नेतन्याहू ने मानी युद्ध में भारी नुकसान की बात

इससे एक दिन पहले इजरायली पीएम ने कहा था कि गाजा का युद्ध हमसे बहुत भारी कीमत वसूल रहा है। हमारे सैनिकों की गाजा में लगातार जान जा रही है लेकिन हमारे पास लड़ाई जारी रखने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। हमास पर पूरी तरह जीत हासिल करने तक हम गाजा में लड़ेंगे। अपने लक्ष्य को हासिल करने से पहले हम पीछे नहीं हटेंगे। हम हमास की सैन्य और राजनीतिक ताकत को पूरी तरह से खत्म करना चाहते हैं। इसमें हम सफलता हासिल करने से पहले रुकने वाले नहीं हैं।

इजरायली पीएम ने कहा है कि फिलीस्तीन में शांति के लिए तीन प्वाइंट का फॉर्मूला भी रखा है। उन्होंने कहा है कि हमास को खत्म किए जाने के अलावा भी दो और बातें क्षेत्र की शांति के लिए जरूरी कही हैं। नेतन्याहू ने कहा है कि हमास का खात्मा सबसे पहले है।

हमास के खात्मे के बाद दूसरा काम गाजा को विसैन्यीकृत किया जाना है। इसके बाद तीसरे चरण में फिलिस्तीनी समाज को कट्टरपंथ से मुक्त किया जाना शामिल है। इजरायली पीएम का कहना है कि इन तीन काम को किए बिना गाजा में शांति नहीं लाई जा सकती है।

अन्तर्राष्ट्रीय

कुवैत में संसद भंग, सभी कानून और संविधान के कुछ अनुच्छेद निलंबित

Published

on

Loading

नई दिल्ली। कुवैत के अमीर शेख मिशाल ने संसद को भंग कर दिया है। अमीर ने शुक्रवार को सरकारी टीवी पर एक संबोधन में इसकी घोषणा की। इसके अलावा अमीर ने देश के सभी कानूनों के साथ संविधान के कुछ अनुच्छेदों को चार साल तक के लिए निलंबित कर दिया है। इस दौरान देश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के सभी पहलुओं का अध्ययन किया जाएगा। सरकारी टीवी के मुताबिक, इस दौरान नेशनल असेंबली की सभी शक्तियां अमीर और देश की कैबिनेट के पास होंगी।

एमीर ने सरकारी टीवी पर दिए अपने संबोधन में संसद भंग करने की घोषणा करते हुए कहा, “कुवैत हाल ही में बुरे वक्त से गुजर रहा है, जिसकी वजह से किंगडम को बचाने और देश के हितों को सुरक्षित करने के लिए कड़े फैसले लेने में झिझक या देरी करने के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ सालों में देश के कई डिपार्टमेंट्स में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। भ्रष्टाचार की वजह से देश का महौल खराब हो रहा है। अफसोस की बात ये है कि भ्रष्टाचार सुरक्षा और आर्थिक संस्थानों तक फैल गया है। साथ ही अमीर ने न्याय प्रणाली में भ्रष्टाचार होने की बात कही है।

कुवैत पिछले कुछ सालों से घरेलू राजनीतिक विवादों से घिरा रहा है। देश का वेल्फेयर सिस्टम इस संकट का एक प्रमुख मुद्दा रहा है और इसने सरकार को कर्ज लेने से रोका है। इसकी वजह से अपने तेल भंडार से भारी मुनाफे के बावजूद सरकारी खजाने में पब्लिक सेक्टर के कर्मचारियों को वेतन देने के लिए बहुत कम पैसे बचे हैं। कुवैत में भी दूसरे अरब देशों की तरह शेख वाली राजशाही सिस्टम है लेकिन यहां की विधायिका पड़ोसी देशों से ज्यादा पावरफुल मानी जाती है।

Continue Reading

Trending