Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

अनंतनाग में एक और जवान शहीद, सुरक्षाबलों की मुठभेड़ जारी; चारों ओर से घिरे आतंकी

Published

on

Baramulla Encounter

Loading

श्रीनगर। दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ अभी भी जारी है। इस मुठभेड़ में डीएसपी, कर्नल और मैजर बलिदान हो गए थे। वहीं, आज इस मुठभेड़ में लापता जवान का शव बरमाद हुआ है। आज एक लापता जवान का शव मिलने के साथ बलिदानी सुरक्षाकर्मियों की संख्या चार हो गई है।

सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच गोलीबारी जारी

अधिकारिक तौर पर किसी भी सैन्याधिकारी या पुलिस अधिकारी ने लापता जवान का शव मिलने की पुष्टि नहीं की है, लेकिन यह जरूर कहा है कि एक घायल जवान अपने जख्मों को न सहते हुए बलिदानी हो गया है। इस बीच, सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच रुक-रुक कर गोलीबारी जारी है। घेराबंदी में फंसे आतंकियों में से किसी के मारे जाने या जख्मी होन की तत्काल जानकारी नहीं मिल पाई है।

पेड़ों व झाड़ियों के बीच देखा गया जवान का शव

आतंकियों को ढूंढने के लिए खिलाफ हेरोन ड्रोन भी इस्तेमाल किया जा रहा है। संबधित सूत्रों ने बताया कि आज सुबह सूरज की पहली किरण के साथ ही जवानों ने आतंकियों को मार गिराने का अपना अभियान दोबारा शुरू किया।

जैसे ही जवान पहाड़ी पर आगे आतंकी ठिकानो की तरफ बढे़, आतंकियों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी। जवानों ने भी जवाबी फायर किया। इसी दौरान जवानों ने वहां पेड़ों व झाड़ियों के बीच एक जगह अपने एक साथी का शव देखा।

मुठभेड़स्थल से नहीं लाया गया लापता जवान का शव

बताया जा रहा है कि शव लापता जवान का है। उन्होंने बताया कि बलिदानी जवान का शव मुठभेड़स्थल से अभी नीचे नहीं लाया गया है। शव ठीक आतंकी ठिकाने के सामने पड़ा है। गडोल अनंतनाग में यह मुठभेड़ मंगलवार की देर रात गए उस समय शुरू हुईं थी, जब वहां आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर पुलिस और सेना की 19 आरआर के जवानों ने मिलकर एक तलाशी अभियान चलाया था।

एक से दो जवान लापता और पांच घायल

आतंकियों ने गांव के बाहरी छोर पर स्थित एक सीधी पहाड़ी पर अपना ठिकाना बना रखा है। बताया जा रहा है कि सुरक्षाकर्मी एक ओवरग्राउंड वर्कर (OGW) को इस ठिकाने की तरफ लेकर जा रहे थे कि आतंकियों ने उन्हें देख लिया। उन्होंने सुरक्षाबलों पर हमला बोल दिया।

जिसमें सेना के कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धौंचक और जम्मू कश्मीर पुलिस के एक डीएसपी मुजम्मिल हुमायूं बलिदानी हो गए। मुठभेड़ में एक से दो जवान लापता हाे गए और पांच अन्य जख्मी हुए।

TRF के दो कमांडर मुठभेड़ स्थल पर फंसे

लापता जवानो के बारे में संबधित अधिकारियों ने लगातार चुप्पी साध रखी है। बलिदानी कर्नल और बलिदानी मेजर का पार्थिव शरीर बीती रात ही उनके परिजनों के पास भेजा गया है। गडोल में छिपे आतंकियों में TRF कमांडर उजैर व गाजी उस्मान के फंसे होने का दावा किया जा रहा है। उजैर गडोल के साथ सटे नागाम का रहने वाला है और करीब एक वर्ष पहले ही आतंकी बना है।

ड्रोन और खोजी कुत्तों की मदद से चलाया जा रहा है सर्च ऑपरेशन

संबधित अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षाबल किसी भी नुक्सान से बचने के लिए पूरी सावधानी के साथ धीरे धीरे आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि आतंकियों की सही स्थिति का पता लगाने के लिए ड्रोन और खोजी कुत्तों की भी मदद ली गई है। आतंकियों को चारों तरफ से घेर उनके भागने के सभी रास्ते बंद कर दिए गए हैं।

नेशनल

जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

Published

on

Loading

वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

Continue Reading

Trending