उत्तराखंड
तोता घाटी में भूस्खलन, ऋषिकेश-बदरीनाथ राजमार्ग पूरी तरह बंद; ट्रैफिक डायवर्ट
ऋषिकेश। उत्तराखंड में भारी बारिश के बीच भूस्खलन लोगों के लिए मुसीबत बन गई है। भूस्खलन से हाईवे लगातार बंद हो रहे हैं। ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) पर भी भूस्खलन का दौर जारी है। बीते कई दिनों से भूस्खलन व मलबे के चलते राजमार्ग बंद होने का सिलसिला बना हुआ है।
इसी क्रम में अब तोता घाटी में पहाड़ से 100 मीटर ऊपर भूस्खलन के कारण एनएच-58 ऋषिकेश-बदरीनाथ राजमार्ग बंद कर दिया गया है। टिहरी जिला मजिस्ट्रेट मयूर दीक्षित के अनुसार, तोता घाटी में पहाड़ से 100 मीटर ऊपर भूस्खलन के कारण एनएच-58 ऋषिकेश-बदरीनाथ राजमार्ग बंद कर दिया गया है।
ट्रैफिक डायवर्ट
ऋषिकेश-बदरीनाथ मार्ग पर तोता घाटी के पास भूस्खलन के कारण मार्ग पूरी तरह से बंद हो गया है। इसके बाद ऋषिकेश से श्रीनगर की ओर जाने वाले वाहनों को अन्य वैकल्पिक मार्गों से डायवर्ट किया गया है।
पुलिस के मुताबिक, तोता घाटी के समीप देर रात भारी मात्रा में बोल्डर मार्ग पर आ गए हैं, जिससे पूरा मार्ग बंद हो गया है। यहां पैदल चलने के लिए भी जगह नहीं बची है। मार्ग बंद होने के कारण ऋषिकेश से श्रीनगर की ओर जाने वाले वाहनों को वाया खाड़ी, गजा, देवप्रयाग होते हुए श्रीनगर भेजे जा रहा है।
वहीं श्रीनगर से आने वाले वाहनों को भी इस मार्ग पर डायवर्ट किया गया है। भारी वाहनों को तपोवन तथा भद्रकाली में रोका जा रहा है। पुलिस के मुताबिक अभी इस मार्ग को खोलने में 4 से 5 घंटे का समय लग सकता है।
उत्तराखंड
चारधाम यात्रा में 31 मई तक VIP दर्शन पर रोक, ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन 19 मई तक बंद
हरिद्वार। अगर आप भी चारधाम यात्रा पर जा रहे हैं तो ये खबर आपके लिए काफी अहम है। चारधाम यात्रा में VIP दर्शन व्यवस्था पर रोक लगा दी गई है। लोग 31 मई तक VIP सिस्टम के तहत दर्शन नहीं कर पाएंगे। वहीं ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन भी 19 मई तक बंद रहेंगे। खराब मौसम और श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए यह फैसला लिया गया है।
चार धाम यात्रा 10 मई को शुरू हुई थी। छह दिन में ही देश-विदेश के 3,34,732 श्रद्धालु इनके दर्शन के लिए पहुंच चुके हैं। उत्तराखंड सरकार ने यात्रा के लिए 25 अप्रैल से चारधामों के लिए पंजीकरण शुरू किया और गुरुवार तक 27 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के पंजीकरण हो गए।
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने पत्र जारी कर 31 मई तक वीआईपी दर्शन पर रोक लगा दी है। यह भी कहा है कि धामों में सुगम दर्शन के लिए सरकार ने श्रद्धालुओं का पंजीकरण अनिवार्य किया है। अब दर्शन उसी दिन होंगे जिस तिथि का पंजीकरण किया गया है। इससे पहले 30 अप्रैल को राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर 25 मई तक वीआईपी दर्शन की व्यवस्था पर रोके जाने का आदेश दिया था।
50 मीटर में रील्स बनाने पर प्रतिबंध
उत्तराखंड सरकार ने भीड़ प्रबंधन की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। इसमें 50 मीटर के दायरे में चारों धामों के मंदिर के परिसर में रील्स बनाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके साथ ही सोशल मीडिया लाइव आदि पर भी रोक लगा दी गई है। सरकार ने कहा है कि कुछ यात्रियों द्वारा मंदिर परिसर में वीडियो एवं रील बनायी जाती है और उन्हें देखने के लिए एक स्थान पर भीड़ एकत्रित हो जाती है जिससे श्रद्धालुओं को दर्शन करने में असुविधा होती है ।
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