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उत्तर प्रदेश

उप्र में जनभागीदारी के साथ जी-20 सम्मेलन संपन्न कराने के मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश

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CM Yogi

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश में फरवरी से अगस्त तक अलग अलग दिवसों में होने वाले जी-20 सम्मेलन की तैयारियां तेज हो गयी हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जी-20 सम्मेलन के सभी आयोजनों में जनभागीदारी बढ़ाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया है। उन्होंने कहा है कि सभी आयोजनों में आम जनमानस खासकर बच्चों और युवाओं की भागीदारी ज्यादा से ज्यादा सुनिश्चित की जाए।

इस वर्ष भारत में आयोजित हो रहे दुनिया के 20 दिग्गज देशों के समूह (जी-20) के कई महत्वपूर्ण सम्मेलन देश के अलग अलग शहरों में आयोजित हो रहे हैं। इनमें उत्तर प्रदेश में तकरीबन एक दर्जन कार्यक्रमों का आयोजन होना है। वसुधैव कुटुम्बकम के ध्येय वाक्य के साथ आयोजित हो रहे जी-20 सम्मेलन में प्रदेश के बच्चों और युवाओं को खासतौर पर शामिल किया जाएगा।

13 बिंदुओं पर तैयार हो पूरा प्लान

जी-20 सम्मेलन में जनभागीदारी बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को 13 बिंदुओं पर विशेष तौर पर कार्य करने के निर्देश दिये हैं। इनमें जी-20 स्वच्छता प्रतिस्पर्धा, चौराहों को जी-20 के आधार पर तैयार करना, जी-20 के आधार पर स्मारकों की साज-सज्जा, पुस्तक मेला, नृत्य एवं संगीत के कार्यक्रम, क्राफ्ट्स मेला, जी-20 मैरॉथन, जी-20 स्पोर्ट्स लीग, योगा चैलेंज, कॉलेज और यूनिवर्सिटी में विषयगत संगोष्ठियां, क्विज, निबंध और स्लोगन राइटिंग के अलावा सोशल मीडिया पर प्रचार-प्रसार को प्रमुखता से करने के निर्देश दिये हैं।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि स्कूलों-कॉलेजों में बच्चों को जी-20 सम्मेलन के बारे में विस्तार से बताया जाए। वैश्विक स्तर पर भारत के बढ़ते प्रभाव और जी-20 के उद्देश्यों से बच्चों को परिचित कराया जाए। साथ ही वसुधैव कुटुम्बकम के ध्येय वाक्य से भी बच्चों और युवाओं को परिचित कराते हुए, उनसे इस विषय पर रचनात्मक कार्य कराए जाएं।

ध्येय वाक्य वसुधैव कुटुम्बकम का हो व्यापक प्रचार-प्रसार

CM ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा है कि वसुधैव कुटुम्बकम और एक धरती, एक परिवार, एक भविष्य के ध्येय के साथ आयोजित हो रहे जी-20 सम्मेलन को लेकर शहरों को विशेष तौर पर सजाया-संवारा जाए। खासकर उन शहरों पर विशेष फोकस रखा जाए, जहां-जहां अलग अलग दिवसों पर जी-20 सम्मेलन से जुड़े आयोजन होने हैं। इनमें लखनऊ, आगरा, वाराणसी और ग्रेटर नोएडा में सौंदर्यीकरण और स्वच्छता पर विशेष ध्यान दें।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि शहरों में ज्यादा से ज्यादा जगहों पर जी-20 के लोगो और ध्येय वाक्य का प्रदर्शन किया जाए। साथ ही ऐतिहासिक, सांस्कृतिक महत्व के स्थानों और इमारतों पर जी-20 सम्मेलन को प्रदर्शित करने वाले लोगो और ध्येय वाक्य को सुंदर ढंग से सजाया जाए। इसके अलावा सरकारी कार्यालयों का भी सौंदर्यीकरण करते हुए जी-20 के लोगो, झंडे आदि लगाए जाएं।

यही नहीं जी-20 आयोजन वाले शहरों में मौजूद पर्यटन स्थलों पर ऑडियो-विजुअल माध्यम से सम्मेलन का प्रचार प्रसार किया जाए। साथ ही नगरों में प्रदर्शनियों का आयोजन किया जाए, जिसमें जी-20 सम्मेलन की मूल भावना का प्रचार-प्रसार अधिक से अधिक हो सके। प्रदर्शनियों में स्थानीय शिल्पकारों और कलाकारों को शामिल करते हुए उन्हें जी-20 सम्मेलन पर आधारित कलाकृतियां और शिल्प बनाने के लिए प्रेरित किया जाए।

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उत्तर प्रदेश

दो दिवसीय दौरे पर अयोध्या पहुंचे पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, परिवार संग किए रामलला के दर्शन

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नई दिल्ली। दो दिवसीय दौरे पर अयोध्या पहुंचे पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को अपने परिवार के साथ रामलला के दर्शन किए। इस दौरान पूर्व राष्ट्रपति मंदिर परिसर में करीब डेढ़ घंटे तक रहे। उन्होंने राम मंदिर निर्माण सहित पूरे परिसर को देखा। इस दो दिवसीय यात्रा में करीब 80 लोगों को समूह उनके साथ है।

उनकी अगवानी के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चम्पत राय पहले से मंदिर परिसर में थे। पूर्व राष्ट्रपति रामलला के दर्शन-पूजन के बाद कुबेर टीला भी गये और पक्षिराज जटायु की विशाल प्रतिमा के समक्ष श्रद्धापूर्वक नतमस्तक हुए। पूर्व राष्ट्रपति कोविंद शुक्रवार दोपहर बाद ही परिवारजनों के साथ रामनगरी पहुंच गए थे। पहले से निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार वह वंदे भारत ट्रेन से परिवार समेत अयोध्या पहुंचे। अयोध्या कैंट रेलवे स्टेशन से सभी जैन मंदिर पहुंचे। इसके बाद पूरे परिवार के साथ पूर्व राष्ट्रपति मां सरयू के तट पर दर्शन-पूजन के लिए पहुंचे। उन्होंने सरयू की आरती उतारी। फिर हनुमान जी के दरबार पहुंचकर दर्शन किये।

पत्रकारों से बातचीत में पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि सरयू आरती में भाग लेना अपने आप में एक दिव्य अनुभूति है। ऐसा लगता है कि हम 500 वर्ष पूर्व के कालखंड में पहुंच गये हैं। सरयू की कृपा और बहुत सारे कारणों से राम मंदिर का निर्माण संभव हो सका है। जैन मंदिर के व्यवस्थापक विजय कुमार जैन ने बताया कि पूर्व राष्ट्रपति की यह पूर्ण रूप से धार्मिक यात्रा है।

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