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अन्तर्राष्ट्रीय

अलकायदा का अगला चीफ बन सकता है सैफ अल-अदेल, खुद को कहता है स्वॉर्ड ऑफ जस्टिस

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काबुल। ओसामा बिन लादेन और अल-जवाहिरी की मौत के बाद आतंक की फैक्टरी अलकायदा का अगला चीफ कौन होगा, इस पर चर्चा तेज हो गई है। हालांकि इस आतंकी संगठन के पास खूंखार आतंकियों की कमी नहीं है, लेकिन ऐसा आतंकी भी है, जो अब इस संगठन के उत्तराधिकारियों की लिस्ट में सबसे ऊपर है।

अलकायदा के उत्तराधिकारियों में सैफ अल-अदेल का नाम चर्चा में है। अल-अदेल अलकायदा के संस्थापक सदस्यों में से एक है और संगठन में इसकी तूती भी बोलती है। जानकारी के मुताबिक, अल-अदेल ओसामा-बिन-लादेन और अल-जवाहिरी का करीबी भी माना जाता है। हालांकि, उसके बारे में बहुत कम ही जानकारी दुनिया के सामने आ पाई है। माना जाता है 9/11 आतंकी हमले में इसका भी हाथ था।

खुद को कहता है न्याय की तलवार

अल अदेल आतंक की दुनिया का पुराना नाम है। वह मिस्र की सेना का पूर्व अधिकारी रह चुका है। वह खुद को ‘स्वॉर्ड ऑफ जस्टिस'(न्याय की तलवार) भी कहता है। अल-अदेल इतना खूंखार है कि एफबीआई ने उसे मोस्ट वांटेट की सूची में शामिल किया है और उसके सिर पर 10 मिलियन का इनाम भी है। अब इसे ही अलकायदा का अगला उत्तराधिकारी माना जा रहा है। 1980 के दशक के अंत में  वह आतंकवादी समूह मकतब अल-खिदामत में शामिल हो गया था।

30 की उम्र में फहलाई थी दहशत

अल-अदेल जब 30 वर्ष का था, तभी उसने सोमालिया के मोगादिशु में 1993 के कुख्यात ‘ब्लैक हॉक डाउन’ ऑपरेशन को अंजाम दिया था। इस ऑपरेशन में 19 अमेरिकी सैनिक मारे गए थे। इसके बाद सैनिकों के शवों को सड़क पर घसीटा गया था। 2011 में ओसामा बिन लादेन की हत्या के बाद से, अल-अदेल अलकायदा के भीतर एक महत्वपूर्ण रणनीतिकार बन गया।

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अन्तर्राष्ट्रीय

रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में नदी में डूबने से चार भारतीय छात्रों की मौत

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मॉस्को। रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में एक नदी में डूबने से चार भारतीय छात्रों की मौत हो गई है। चारों छात्र 18-20 वर्ष की आयु के दो लड़के और दो लड़कियाँ हैं जो वेलिकि नोवगोरोड शहर में पास के नोवगोरोड स्टेट यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे थे।

स्थानीय मीडिया के अनुसार, एक भारतीय छात्रा वोलखोव नदी में किनारे से थोड़ा दूर चली गई थी और डूबने लगी तो उसके चार साथी उसे बचाने की कोशिश में लग गए। खबरों के अनुसार, उसे बचाने की कोशिश में तीन और छात्र नदी में डूब गए। एक लड़के को स्थानीय लोगों ने सुरक्षित बाहर निकाल लिया।

मास्को में भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘हम शवों को जल्द से जल्द परिजनों तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। जिस छात्र की जान बचाई गई है, उसका उचित इलाज किया जा रहा है।’’

सेंट पीटर्सबर्ग में भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने कहा कि छात्र वेलिकी की नोवगोरोद स्टेट यूनिवर्सिटी में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे थे। उसने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘शोक-संतप्त परिवारों के प्रति हमारी संवेदनाएं।’’ उसने बताया कि परिजनों तक शव जल्द से जल्द पहुंचाने के लिए वेलिकी नोवगोरोद के स्थानीय अधिकारियों के साथ संपर्क बना हुआ है।

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