Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

कांग्रेस के इस वरिष्ठ नेता ने किया द्रौपदी मुर्मू का समर्थन, पार्टी को दी नसीहत

Published

on

Loading

नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन किया है। उन्होंने कांग्रेस हाईकमान को नसीहत भी दे डाली।

आचार्य प्रमोद कृष्णम के ट्वीट से हलचल बढ़ गई है। दरअसल, बुधवार की रात को प्रमोद कृष्णम ने ट्वीट किया कि ‘पंडित मोतीलाल नेहरु से लेकर आज तक कांग्रेस हमेशा शोषित, वंचित और आदिवासियों के साथ खड़ी रही है, राष्ट्रपति चुनाव में एक आदिवासी महिला उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू का विरोध करना मेरे विचार से बिलकुल उचित नहीं है, पार्टी हाई कमान को इस पर पुनर्विचार करना चाहिए।

गौरतलब है कि आज ही 10 जनपथ पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने वरिष्ठ नेताओं की बैठक बुलाई है। बैठक में 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के अलावा कई अन्य मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। कांग्रेस की मीटिंग से पहले प्रमोद कृष्णम का यह ट्वीट चर्चा का विषय बन गया है।

दूसरी ओर, यूपीए से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा का कल बुधवार को भोपाल में कमलनाथ के निवास पर स्वागत किया गया। इस पर भी आचार्य प्रमोद कृष्णम ने लिखा कि ये नौबत आ गई अब, किसी कांग्रेसी को ही लड़ा देते।

ना नौ मन तेल होगा-ना राधा नाचेगी

इससे पहले भी आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कई ऐसे बयान दिए जो कांग्रेस से बिल्कुल अलग दिखते हैं। 12 जुलाई को भी उन्होंने यशवंत सिन्हा पर कटाक्ष किया था। दरअसल, सिन्हा ने कहा था कि राष्ट्रपति चुने जाने पर मैं संविधान के संरक्षक के रूप में कार्य करूंगा और सरकार को ऐसा कुछ भी करने से रोकूंगा, जिससे प्रजातंत्र का हनन हो-जैसे राज्य में चुनी हुई सरकार को गिराना।

सिन्हा के इस बयान पर प्रमोद कृष्णम ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि ना नौ मन तेल होगा-ना राधा नाचेगी।

नेशनल

संजय सिंह ने एग्जिट पोल को बताया बेबुनियाद, बंद कराने की उठाई मांग

Published

on

Loading

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे आने से पहले आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने एग्जिट पोल्स की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए हैं। इतना ही नहीं उन्होंने एग्जिट पोल्स को बंद कराने की मांग भी की है। उनका कहना है कि ये एग्जिट पोल बेबुनियाद होते हैं। इसके लिए उन्होंने कई तर्क भी दिए। उन्होंने कहा कि जहां जितनी सीटें नहीं, उतनी सीटों पर चुनाव लड़वा रहे। कहीं भाजपा को दे रहे कुल वोट से ज्यादा शेयर तो कहीं उस पार्टी को चुनाव लड़वा दिया, जिसने उम्मीदवार ही नहीं उतारे।

उन्होंने कहा कि झारखंड में सीपीआईएम चुनाव ही नही लड़ रही है और उसे 2 से 3 सीट दे रहे हैं। तमिलनाडु में कांग्रेस खुद 9 सीटों पर चुनाव लड़ रही है और एक्जिट पोल कांग्रेस को 13 सीट जीता रहे हैं। तमिलनाडु को बीजेपी को 34% वोट शेयर मिला है। बीजेपी खुद इस पर विश्वास नहीं कर रही। उत्तराखंड में कुल सीट 5 हैं, लेकिन बीजेपी 6 सीटों पर जीत रही है। हिमाचल में मतगणना होगी 4 सीट पर और आएंगी 6 सीट।

संजय सिंह ने कहा “राजस्थान 25 सीट पर नतीजे आएंगे और 33 सीटें मिल जाएंगी। यूपी में एनडीए की सीटें बढ़ गईं, इंडिया गठबंधन की घट गईं। केरल में 27 % वोट शेयर बीजेपी सुन कर बेहोश हो गई। ये कौन सा एक्जिट पोल है। एक्जिट पोल के इतिहास पर भी सवाल करते हुए उन्होंने कहा कि 2004 में एक्जिट पोल ने बीजेपी को जिता दिया था। बंगाल विधानसभा में बीजेपी को जिता दिया था, जबकि नतीजे इसके उलट रहे थे।

Continue Reading

Trending