Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

पैगंबर विवाद: नीतीश कुमार ने कहा- जब भाजपा ने कार्रवाई कर दी, तो बवाल क्यों

Published

on

Loading

पटना। पैगंबर मोहम्मद पर पूर्व भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा की कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर देश भर में चल रहे बवाल पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने खरी-खरी कह दी है।

नीतीश कुमार ने साफ कहा कि भाजपा ने जब नूपुर शर्मा के खिलाफ कार्रवाई कर दी है और पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है तो विवाद की क्या जरूरत है? बिहार में इसे लेकर कोई विवाद नहीं है।

जदयू नेता व सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि कुछ लोग जबर्दस्ती झगड़ा कराना चाहते हैं। हर चीज स्वभाविक हो, यह जरूरी नहीं है। भाजपा ने जब नूपुर शर्मा के खिलाफ एक्शन ले लिया तो फिर इस तरह हंगामे की क्या जरूरत है? कितना भी कुछ कर लीजिए कुछ लोग आपस में झगड़ा करवाते रहेंगे।

सीएम नीतीश कुमार ने साफ कहा कि बिहार में कोई भी विवाद का माहौल नहीं है। रांची हिंसा के दौरान बिहार सरकार के मंत्री नितिन नवीन पर हमला हुआ। यह झारखंड सरकार का कर्तव्य है कि वह इस मामले को देखे। बिहार सरकार ने इस हमले के मामले को झारखंड सरकार के समक्ष उठाया है।

राष्ट्रपति प्रत्याशी को लेकर यह बोले जदयू के दिग्गज नेता

केंद्र व बिहार में सत्तारूढ़ राजग की अहम घटक जदयू के दिग्गज नेता नीतीश कुमार से आगामी राष्ट्रपति चुनाव में उन्हें राजग का प्रत्याशी बनाए जाने को लेकर भी सवाल किया गया।

इस पर उन्होंने कहा कि ‘यह अंदरूनी बातचीत है। ये तो होगा, तभी सामने आएगा। अभी तो किसी चीज के बारे में कोई बात आई नहीं है कि कौन कैंडिडेट होंगे, किस तरफ से कौन कैंडिडेट होगा। क्या आप राष्ट्रपति बनना चाहते हैं? इस सीधे सवाल के जवाब में नीतीश कुमार ने कहा, ‘न इच्छा हैं न दिलचस्पी। इस संबंध में खबर न छापिएगा।’

नेशनल

पांचवें चरण में यूपी की इन 14 सीटों पर डाले जा रहे वोट, राहुल-राजनाथ समेत कई दिग्गज मैदान में

Published

on

Loading

नई दिल्ली। देश में आज पांचवे चरण के लिए मतदान हो रहा है, जिसमें रक्षामंत्री राजनाथ सिंह सहित कांग्रेस के दिग्गज नेता राहुल गांधी सहित चुनाव मैदान में है। इसी चरण में देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश की भी 14 सीटों पर मतदान है। आज सभी दिग्गज नेताओं की किस्मत ईवीएम में बंद हो जाएगी। हालांकि जिन सीटों पर चुनाव हो रहा है उनमें ज्यादातर सीटें पिछली बार बीजेपी के पास ही थी इसलिए भारतीय जनता पार्टी आश्वत है कि सभी 14 सीटों पर जीत दर्ज होगी।

2019 के चुनाव में सिर्फ रायबरेली को छोड़कर सभी सीटों पर भाजपा को जीत मिली थी। रायबरेली से सोनिया गांधी ने जीत दर्ज की थी. राजनाथ सिंह लखनऊ से तीसरी बार चुनावी मैदान में हैं। उनके खिलाफ सपा-कांग्रेस गठबंधन से रविदास मेहरोत्रा और बसपा के सरवर अली चुनावी मैदान में हैं।

अमेठी लोकसभा से केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी एक बार फिर से चुनाव लड़ रही हैं। 2019 में उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी को हराया था. उनके खिलाफ गांधी परिवार के खास किशोरीलाल शर्मा ताल ठोक रहे हैं। शर्मा का दावा है कि 40 सालों से वो अमेठी की जनता से जुड़े हैं। उन्होंने राजीव गांधी के साथ भी रैलियों में भाग लिया था। इस सीट पर कांग्रेस के बड़े नेताओं का पूरा फोकस है।

वहीं लखनऊ से सटे मोहनलालगंज से केंद्रीय मंत्री और भाजपा उम्मीदवार कौशल किशोर तीसरी बार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। उनको सपा-कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवार आर.के. चौधरी से कड़ी चुनौती मिल सकती है। वहीं बहुजन समाज पार्टी से राजेश कुमार मैदान में हैं। फतेहपुर सीट पर केंद्रीय मंत्री और भाजपा से प्रत्याशी साध्वी निरंजन ज्योति एक बार फिर से चुनावी रण में हैं। वह 2014 और 2019 में जीत दर्ज कर चुकी हैं। सपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल से उनको कड़ी चुनौती मिलने की उम्मीद है। बसपा ने यहां से पिछड़ी जाति के कुर्मी बिरादरी के प्रत्याशी डॉक्टर मनीष सचान को मैदान में उतार कर सपा व भाजपा की धड़कन बढ़ा दी है।

भाजपा ने जालौन सीट से पांच बार के सांसद और वर्तमान में मंत्री भानु प्रताप वर्मा को एक बार फिर से मैदान में उतारा है। उनके खिलाफ सपा-कांग्रेस से नारायण दास अहिरवार मैदान में हैं। अहिरवार बसपा के संस्थापक सदस्य रहे हैं। वह 2007 से 2011 तक मायावती सरकार में मंत्री थे. 2022 में वह सपा में आ गए थे। वैसे इस सीट पर बसपा का अच्छा खासा प्रभाव माना जाता रहा है। 2019 में सपा-बसपा गठबंधन में यह सीट बसपा के खाते में गई थी। इस बार भानू प्रताप का मुकाबला इन्हीं से माना जा रहा है।

इसके अलावा इस चरण में कांग्रेस नेता राहुल गांधी रायबरेली से ताल ठोक रहे हैं. उनका मुख्य मुकाबला भाजपा के दिनेश प्रताप सिंह से है. राहुल गांधी ने इस चुनाव में वायनाड के अलावा रायबरेली सीट से भी पर्चा भरा है. वायनाड में पहले ही वोटिंग हो चुकी है. रायबरेली गांधी परिवार का गढ़ माना जाता है. खुद सोनिया गांधी इस सीट से चुनाव जीतती आई हैं. हालांकि इस बार वे राज्यसभा की ओर रुख कर चुकी हैं. लिहाजा राहुल गांधी ने इस सीट से पर्चा भरा है. भाजपा उम्मीदवार दिनेश प्रताप सिंह पहले कांग्रेस में रह चुके हैं. 2018 में भाजपा में शामिल हो गए और 2019 में रायबरेली से सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव लड़े. वे 1.67 लाख वोट से हार गए थे. एक बार फिर भाजपा के उम्मीदवार के रूप में यहां से मैदान में हैं.

इसके साथ ही यूपी की कैसरगंज भी काफी चर्चित सीट है. जिसमें बृजभूषण शरण सिंह को इस बार विवादों के चलते भाजपा ने टिकट नहीं दिया. लेकिन उनके बेटे करण भूषण सिंह चुनावी किस्मत आजमा रहे हैं. कौशांबी सीट पर वर्तमान सांसद विनोद सोनकर भी तीसरी बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. उनके खिलाफ महज 25 साल के प्रत्याशी पुष्पेंद्र सरोज समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनावी मैदान में उतरे हैं

Continue Reading

Trending