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नोएडा के स्कूल में मिले 13 छात्र और तीन शिक्षक कोरोना संक्रमित, मामले ने बढ़ाई चिंता

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देश में कोरोना ने लोगों को फिर डराना शुरू ड़कर दिया है। कई राज्यों में कोरोना के मामलों में लगातार कमी आ रही है, लेकिन कुछ राज्य ऐसे भी हैं, जहां संक्रमण फिर से बढ़ने लगा है। दिल्ली में कोरोना के 137 नए मामले सामने आए हैं। यहां पॉजिटिविटी रेट 2.70% दर्ज की गई है। वहीं नोएडा के एक स्कूल में 13 बच्चे और 3 टीचर कोरोना संक्रमित मिले हैं। कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने के बाद स्कूल प्रबंधन ने स्कूल बंद कर दिया है।

जानकारी के अनुसार, यह मामला सेक्टर 40 स्थित एक निजी स्कूल का है। यहां कक्षा 6, 9 और 12वीं के छात्र छात्राएं कोरोना संक्रमित पाए गए। एक ही स्कूल में कोरोना संक्रमण के मामले सामने आने के बाद स्वास्थ विभाग अलर्ट पर है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी सभी से सावधानी बरतने की अपील कर रहे हैं। सीएमओ ने कहा कि कोरोना से बेहद सावधान रहने की जरूरत है।

वहीं स्कूल में कोविड मामले सामने आने के बाद अभिभावकों की चिंताएं भी बढ़ गई हैं। स्कूल के अभिभावक अभी से ही ऑनलाइन क्लास शुरू करने की मांग करने ल गे हैं। इसके साथ ही बच्चों की जांच, सुरक्षा आदि को लेकर अभिभावकों की सक्रियता बढ़ गई है। संक्रमित बच्चों के अभिभावक जहां इलाज की व्यवस्थाओं में लगे हैं। वहीं उनके साथ पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावक की कोविड जांच करवाकर अपने बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं।

प्रादेशिक

गुजरात बोर्ड परीक्षा में टॉपर रही छात्रा की ब्रेन हैमरेज से मौत, आए थे 99.70 फीसदी अंक

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अहमदाबाद। गुजरात बोर्ड की टॉपर हीर घेटिया की ब्रेन हैमरेज से मौत हो गई है। 11 मई को गुजरात माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (GSEB) के नतीजे आए थे। हीर इसके टॉपर्स में से एक थी। उसके 99.70 फीसदी अंक आये थे। मैथ्स में उसके 100 में से 100 नंबर थे। उसे ब्रेन हैमरेज हुआ था। बीते महीने राजकोट के प्राइवेट अस्पताल में उसका ऑपरेशन हुआ था। ऑपरेशन के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। वो घर चली गई, लेकिन क़रीब एक हफ़्ते पहले उसे सांस लेने में फिर दिक़्क़त होने लगी और दिल में भी हल्का दर्द होने लगा।

इसके बाद उसे अस्पताल में ICU में भर्ती कराया गया था। हाॅस्पिटल में एमआरआई कराने पर सामने आया कि हीर के दिमाग का 80 से 90 प्रतिशत हिस्सा काम नहीं कर रहा था। इसके बाद हीर को सीसीयू में भर्ती कराया गया। हालांकि डाॅक्टरों की लाख कोशिशों के बाद ही उसे बचाया नहीं जा सका और 15 मई को हीर ने दम तोड़ दिया। हीर की मौत के बाद परिवार ने मिसाल पेश करते हुए उसकी आंखों और शरीर को डोनेट करने का फैसला किया।

हीर के पिता ने कहा, “हीर एक डॉक्टर बनना चाहती थी। हमने उसका शरीर दान कर दिया ताकि भले ही वह डॉक्टर न बन सके लेकिन दूसरों की जान बचाने में मदद कर सकेगी।

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