Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

तीसरी लहर हो रही है विदा, 24 घंटे में मिले 34,113 नए मरीज़

Published

on

Loading

कोरोना वायरस के मामलों में लगातार गिरावट ने हेल्थ सिस्टम से लेकर बाजार तक की उम्मीदों को एक बार फिर से परवान चढ़ा दिया है। नए केसों में लगातार गिरावट जारी है और बीते एक दिन में महज 34,113 नए केस ही पाए गए हैं। यही नहीं इस दौरान कोरोना से रिकवर होने वाले लोगों की संख्या करीब तीन गुना है।

India coronavirus: New record deaths as virus engulfs India - BBC News

एक दिन में 91,930 लोग कोरोना संक्रमण से रिकवर हुए हैं। इसके चलते एक्टिव केसों की संख्या भी तेजी से घटी है और अब आंकड़ा 5 लाख से नीचे पहुंच गया है। फिलहाल देश भर में कोरोना के कुल 4,78,882 ही सक्रिय मामले बचे हैं।

India's coronavirus death toll passes 100,000 as cases continue to rise

अब तक देश भर में मिले कुल कोरोना केसों के मुकाबले एक्टिव केसों का प्रतिशत भी तेजी से कम होते हुए 1.12 फीसदी ही रह गया है। इसके अलावा रिकवरी रेट में इजाफा हुआ है और यह बढ़कर 97.68 फीसदी हो गया है। यही नहीं डेली पॉजिटिविटी रेट कम होकर 3.19 फीसदी ही बचा है।

नेशनल

जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

Published

on

Loading

वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

Continue Reading

Trending