उत्तर प्रदेश
बसपा अध्यक्ष मायावती और सतीश चंद्र मिश्रा नहीं लड़ेंगी विधानसबाह चुनाव
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव को अब एक महीने से भी कम का समय रह गया है। गत शनिवार इलेक्शन कमीशन ने पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान किया था। ऐसे में चुनाव से संबंधित उत्तर प्रदेश से बड़ी खबर सामने आई है।
दरअसल, बसपा प्रमुख मायावती ने विधानसभा चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है। साथ ही सतीश चंद्र मिश्रा भी चुनाव नहीं लड़ेंगे। बीएसपी महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने इस बात का ऐलान किया है। उन्होंने कहा है कि ‘बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की अध्यक्ष मायावती विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी।’ उन्होंने कहा कि वो खुद भी इस बार विधानसभा चुनावों में किसी भी सीट से नहीं लड़ेंगे।
Former Chief Minister Mayawati and I will not contest the assembly elections. If Samajwadi Party does not have 400 candidates, how will they win 400 seats? Neither SP nor BJP will come to power, BSP is going to form the govt in Uttar Pradesh: Satish Chandra Misra, BSP MP pic.twitter.com/SnkfdfpIe9
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 11, 2022
हालांकि इसके बाद भी सतीश चंद्र मिश्रा ने यूपी की सत्ता में बीएसपी की वापसी का दावा किया। समाजवादी पार्टी के 400 सीटें जीतने के दावे पर सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा, ‘समाजवादी पार्टी के पास तो 400 उम्मीदवार ही नहीं हैं तो फिर इतनी सीटें वे कैसे जीतेंगे। एसपी या फिर बीजेपी सत्ता में नहीं आएंगे। इस बार बहुजन समाज पार्टी सरकार बनाने जा रही है।’
उत्तर प्रदेश
दो दिवसीय दौरे पर अयोध्या पहुंचे पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, परिवार संग किए रामलला के दर्शन
नई दिल्ली। दो दिवसीय दौरे पर अयोध्या पहुंचे पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को अपने परिवार के साथ रामलला के दर्शन किए। इस दौरान पूर्व राष्ट्रपति मंदिर परिसर में करीब डेढ़ घंटे तक रहे। उन्होंने राम मंदिर निर्माण सहित पूरे परिसर को देखा। इस दो दिवसीय यात्रा में करीब 80 लोगों को समूह उनके साथ है।
उनकी अगवानी के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चम्पत राय पहले से मंदिर परिसर में थे। पूर्व राष्ट्रपति रामलला के दर्शन-पूजन के बाद कुबेर टीला भी गये और पक्षिराज जटायु की विशाल प्रतिमा के समक्ष श्रद्धापूर्वक नतमस्तक हुए। पूर्व राष्ट्रपति कोविंद शुक्रवार दोपहर बाद ही परिवारजनों के साथ रामनगरी पहुंच गए थे। पहले से निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार वह वंदे भारत ट्रेन से परिवार समेत अयोध्या पहुंचे। अयोध्या कैंट रेलवे स्टेशन से सभी जैन मंदिर पहुंचे। इसके बाद पूरे परिवार के साथ पूर्व राष्ट्रपति मां सरयू के तट पर दर्शन-पूजन के लिए पहुंचे। उन्होंने सरयू की आरती उतारी। फिर हनुमान जी के दरबार पहुंचकर दर्शन किये।
पत्रकारों से बातचीत में पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि सरयू आरती में भाग लेना अपने आप में एक दिव्य अनुभूति है। ऐसा लगता है कि हम 500 वर्ष पूर्व के कालखंड में पहुंच गये हैं। सरयू की कृपा और बहुत सारे कारणों से राम मंदिर का निर्माण संभव हो सका है। जैन मंदिर के व्यवस्थापक विजय कुमार जैन ने बताया कि पूर्व राष्ट्रपति की यह पूर्ण रूप से धार्मिक यात्रा है।
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