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अन्तर्राष्ट्रीय

सिंगापुर में एक दिन में सामने आए कोरोना के 3,112 नए केस

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नई दिल्ली। सिंगापुर में शनिवार को कोरोनावायरस के 3,112 नए मामले सामने आए, जिससे देश में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,95,211 हो गई। स्वास्थ्य मंत्रालय (एमओएच) ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, नए मामलों में से, 2,608 समुदाय में थे, 500 प्रवासी श्रमिक छात्रावास में थे और चार बाहरी मामले थे।

एक रिपोर्ट के अनुसार, कोरोनावायरस के वर्तमान में कुल 1,627 मामले हैं। 267 मामले सामान्य वार्ड में हैं, जिन्हें ऑक्सीजन की आवश्यकता है। 69 मामले अस्थिर हैं और आईसीयू में निगरानी में हैं।

कोरोना संक्रमण के कारण जटिलताओं से चौदह संक्रमितों की मौत हो गई, जिससे मरने वालों की संख्या बढ़कर 394 हो गई। मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि सिंगापुर में पात्र व्यक्ति 30 अक्टूबर से सिनोवैक-कोरोनावैक वैक्सीन ले सकते हैं।

इसके बाद 23 अक्टूबर को सिंगापुर सरकार के बहु-मंत्रालय कार्यबल की घोषणा के बाद 18 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों के लिए राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम (एनवीपी) में टीका शामिल करने की घोषणा की गई। और जो ेफठअ के टीके लगाने में असमर्थ हैं।

एमओएच ने कहा कि उसके अध्ययन से पता चला है कि टीकाकरण बूस्टर कोविड -19 संक्रमण और गंभीर बीमारी के खिलाफ महत्वपूर्ण अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करते हैं।

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का बयान, ‘पाकिस्तान के इस सैन्य तानाशाह को कब्र से निकालकर फांसी पर लटकाना चाहिए’

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नई दिल्ली। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने नेशनल असेंबली में एक बहस के दौरान कहा कि संविधान को निरस्त करने के लिए अयूब खान के शव को कब्र से निकालकर उसको फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अयूब खान ने संविधान को रद्द करने का जो काम किया था, उसके लिए उनको कभी माफ नहीं किया जा सकता है। आसिफ ने ये कमेंट असेंबली में विपक्ष के नेता और अयूब खान के पोते उमर अयूब खान से बहस के दौरान किया। उमर ने सेना की पिछले सप्ताह की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर सवाल उठाते हुए फौज के राजनीति में हस्तक्षेप पर एतराज जताया था। इसके बाद जवाब में ख्वाजा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।

इससे पहले उमर अयूब खान ने कहा कि संविधान के अनुसार सुरक्षा एजेंसियां राजनीति में शामिल नहीं हो सकती हैं। उन्होंने संविधान के विभिन्न अनुच्छेदों का हवाला देते हुए कहा कि सैन्य अधिकारियों की शपथ उन्हें राजनीति में हस्तक्षेप करने की इजाजत नहीं देती। उन्होंने कहा ‘‘सुरक्षा संस्थानों को संविधान के अनुसार, राजनीति में शामिल नहीं होना चाहिए। यह संवाददाता सम्मेलन नहीं होना चाहिए था।’’ उन्होंने अनुच्छेद छह का हवाला देते हुआ कहा कि संविधान को निरस्त करना दंडनीय देशद्रोह है जिसके लिए मौत की सजा तय है। उन्होंने आग्रह किया कि सभी संस्थानों को संवैधानिक सीमाओं के भीतर रहना चाहिए।

रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा कि अयूब खान संविधान का उल्लंघन करने वाले पहले व्यक्ति थे और उन्हें अनुच्छेद छह का सामना करने वाला भी पहला व्यक्ति होना चाहिए। रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा, “देश में पहला मार्शल लॉ लागू करने वाले झूठे फील्ड मार्शल अयूब खान के शरीर को भी (अनुच्छेद 6 के अनुसार) खोदकर निकाला जाना चाहिए और फांसी दी जानी चाहिए।”

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