Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

निर्मला सीतारमण ने हार्वर्ड के छात्रों से की बात, कहा,’लखीमपुर में हुई घटना निंदनीय है’

Published

on

Loading

भारत कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस वक़्त यूएस के आधिकारिक दौरे पर हैं। उन्होंने वहां हार्वर्ड युनिवर्सिटी के छात्रों से बात की। बता दें कि लखीमपुर में मारे गए किसानों के मुद्दे पर पूछे गए सवाल पर मंत्री ने कहा कि ‘ये घटना निंदनीय है।’ घटना में केंद्रीय गृह राजयमंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा की गिरफ़्तारी पर भी चर्चा हुई। बता दें कि उनसे पूछा गया की ‘इस मुद्दे पर पीएम मोदी और वरिष्ठ नेताओं का कोई बयान क्यों नहीं आया हैं ?’

निर्मला बोलीं-‘मेरी पार्टी या मेरे प्रधानमंत्री किसी भी आरोपी को लेकर रक्षात्मक नहीं हैं’

इसपर निर्मला सीतारमण ने कहा कि ‘नहीं, बिल्कुल नहीं। मुझे लगा कि आपने एक ऐसी घटना को उठाया जो बिल्कुल निंदनीय है। हम (BJP) में हर कोई ऐसा सोचता है। इसी तरह के मामले और भी राज्यों में हो रहे हैं। वहां के बारे में कोई बात नहीं करता है। यह चिंता की बात है।’ आगे मंत्री ने कहा, ‘भारत में इस तरह के मुद्दे देश के कई अलग-अलग हिस्सों में समान रूप से हो रहे हैं। मैं चाहती हूं कि जो भारत को जानते हैं, ऐसे मामलों को केवल उस समय नहीं उठाएं जब यह भाजपा शासित राज्य में हो रहे हों।’

Also Read-लखीमपुर हिंसा मामले में SUV का ड्राइवर गिरफ्तार, मामले में पूछ-ताछ जारी

निर्मला कहती हैं कि ‘मेरी पार्टी या मेरे प्रधानमंत्री किसी भी आरोपी को लेकर रक्षात्मक नहीं हैं। हम भारत के बारे में रक्षात्मक हैं। मैं भारत के लिए बात करूंगी। मैं गरीबों के लिए न्याय की बात करूंगी। आइए तथ्यों पर बात करते हैं।’ बता दें की लखीमपुर हिंसा के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा को गिरफ्तार कर लिए गया है। अब किसान उनके पिता अजय मिश्रा के इस्तीफे की मांग पर अड़े हुए हैं।

अन्तर्राष्ट्रीय

कुवैत में संसद भंग, सभी कानून और संविधान के कुछ अनुच्छेद निलंबित

Published

on

Loading

नई दिल्ली। कुवैत के अमीर शेख मिशाल ने संसद को भंग कर दिया है। अमीर ने शुक्रवार को सरकारी टीवी पर एक संबोधन में इसकी घोषणा की। इसके अलावा अमीर ने देश के सभी कानूनों के साथ संविधान के कुछ अनुच्छेदों को चार साल तक के लिए निलंबित कर दिया है। इस दौरान देश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के सभी पहलुओं का अध्ययन किया जाएगा। सरकारी टीवी के मुताबिक, इस दौरान नेशनल असेंबली की सभी शक्तियां अमीर और देश की कैबिनेट के पास होंगी।

एमीर ने सरकारी टीवी पर दिए अपने संबोधन में संसद भंग करने की घोषणा करते हुए कहा, “कुवैत हाल ही में बुरे वक्त से गुजर रहा है, जिसकी वजह से किंगडम को बचाने और देश के हितों को सुरक्षित करने के लिए कड़े फैसले लेने में झिझक या देरी करने के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ सालों में देश के कई डिपार्टमेंट्स में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। भ्रष्टाचार की वजह से देश का महौल खराब हो रहा है। अफसोस की बात ये है कि भ्रष्टाचार सुरक्षा और आर्थिक संस्थानों तक फैल गया है। साथ ही अमीर ने न्याय प्रणाली में भ्रष्टाचार होने की बात कही है।

कुवैत पिछले कुछ सालों से घरेलू राजनीतिक विवादों से घिरा रहा है। देश का वेल्फेयर सिस्टम इस संकट का एक प्रमुख मुद्दा रहा है और इसने सरकार को कर्ज लेने से रोका है। इसकी वजह से अपने तेल भंडार से भारी मुनाफे के बावजूद सरकारी खजाने में पब्लिक सेक्टर के कर्मचारियों को वेतन देने के लिए बहुत कम पैसे बचे हैं। कुवैत में भी दूसरे अरब देशों की तरह शेख वाली राजशाही सिस्टम है लेकिन यहां की विधायिका पड़ोसी देशों से ज्यादा पावरफुल मानी जाती है।

Continue Reading

Trending