अन्तर्राष्ट्रीय
पाकिस्तान के बलूचिस्तान में आया भूकंप, 20 की मौत, करीब 300 घायल
पाकिस्तान के बलूचिस्तान में गुरुवार सुबह तेज़ भूकंप आया। पहाड़ी हिस्से में भूकंप से कई घर ढह गए। 5.9 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप में कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई और 300 से अधिक अन्य घायल हो गए।
इस्लामाबाद में राष्ट्रीय भूकंपीय निगरानी केंद्र ने बताया कि ‘भूकंप का केंद्र हरनाई के पास लगभग 15 किलोमीटर की गहराई में था। “सटीक क्षति” की अभी तक पुष्टि नहीं हुई है।’ भूकंप से बलूचिस्तान के क्वेटा, सिबी, हरनाई, पिशिन, किला सैफुल्ला, चमन, जियारत और झोब इलाके प्रभावित हुए।
सबसे ज्यादा मौतें हरनाई से दर्ज हुईं। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे ने कहा कि ‘यह 5.9 तीव्रता का भूकंप था जो कम गहराई पर आया था। उथले भूकंप अधिक नुकसान पहुंचा सकते हैं।’ मारे गए लोगों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल थे। बता दें कि कई लोग घायल भी हुए।
अन्तर्राष्ट्रीय
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का बयान, ‘पाकिस्तान के इस सैन्य तानाशाह को कब्र से निकालकर फांसी पर लटकाना चाहिए’
नई दिल्ली। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने नेशनल असेंबली में एक बहस के दौरान कहा कि संविधान को निरस्त करने के लिए अयूब खान के शव को कब्र से निकालकर उसको फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अयूब खान ने संविधान को रद्द करने का जो काम किया था, उसके लिए उनको कभी माफ नहीं किया जा सकता है। आसिफ ने ये कमेंट असेंबली में विपक्ष के नेता और अयूब खान के पोते उमर अयूब खान से बहस के दौरान किया। उमर ने सेना की पिछले सप्ताह की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर सवाल उठाते हुए फौज के राजनीति में हस्तक्षेप पर एतराज जताया था। इसके बाद जवाब में ख्वाजा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।
इससे पहले उमर अयूब खान ने कहा कि संविधान के अनुसार सुरक्षा एजेंसियां राजनीति में शामिल नहीं हो सकती हैं। उन्होंने संविधान के विभिन्न अनुच्छेदों का हवाला देते हुए कहा कि सैन्य अधिकारियों की शपथ उन्हें राजनीति में हस्तक्षेप करने की इजाजत नहीं देती। उन्होंने कहा ‘‘सुरक्षा संस्थानों को संविधान के अनुसार, राजनीति में शामिल नहीं होना चाहिए। यह संवाददाता सम्मेलन नहीं होना चाहिए था।’’ उन्होंने अनुच्छेद छह का हवाला देते हुआ कहा कि संविधान को निरस्त करना दंडनीय देशद्रोह है जिसके लिए मौत की सजा तय है। उन्होंने आग्रह किया कि सभी संस्थानों को संवैधानिक सीमाओं के भीतर रहना चाहिए।
रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा कि अयूब खान संविधान का उल्लंघन करने वाले पहले व्यक्ति थे और उन्हें अनुच्छेद छह का सामना करने वाला भी पहला व्यक्ति होना चाहिए। रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा, “देश में पहला मार्शल लॉ लागू करने वाले झूठे फील्ड मार्शल अयूब खान के शरीर को भी (अनुच्छेद 6 के अनुसार) खोदकर निकाला जाना चाहिए और फांसी दी जानी चाहिए।”
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