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यूपीः डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने 654 करोड़ की 233 परियोजनाओं का किया लोकार्पण व शिलान्यास

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लखनऊ। उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने अपने जनपद एटा के व्यस्ततम कार्यक्रम के तहत शहर के ग्रीन गार्डन गेस्ट पहुंचकर लोक निर्माण विभाग एटा की रू०18.30 करोड़ की लागत की 21 किलोमीटर लम्बाई की 19 परियोजनाओं, लोक निर्माण विभाग कासगंज की रु० 456.64 करोड़ की लागत की 349 किलोमीटर लम्बाई की 121 परियोजनाओं, उत्तर प्रदेश लोक निर्माण विभाग लघु सेतु की रू०96 लाख की एक परियोजना, कासगंज सेतु निगम की रू०26.31 करोड की 4 परियोजनाओं का लोकार्पण किया।

इस तरह रु०502 करोड की 370 किलोमीटर लम्बाई की 145 परियोजनाओं का लोकार्पण किया गया। इसके अलावा उत्तर प्रदेश लोक निर्माण विभाग एटा केरू० 53.61 करोड की 45.10 किलोमीटर लम्बाई के 36 कार्यां, लोक निर्माण विभाग कासगंज के रु० 68.77 करोड की 113 किलोमीटर लम्बाई के 51 कार्यां, राज्य सेतु निगम कासगंज के रू० 29.74 करोड के एक कार्य का शिलान्यास किया। इस तरह 152 करोड की लागत के 158 किलोमीटर लम्बाई के 88 कार्यां का शिलान्यास किया गया। उप मुख्यमंत्री जी ने जनपद एटा भ्रमण के दौरान कुल रु०654.34 करोड़ की लागत की 529.08 किलोमीटर लम्बाई की 233 परियोजनाआें का लोकार्पण/ शिलान्यास किया।

उप मुख्यमंत्री का ग्रीन गार्डन में आयोजित लोकार्पण, शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान सांसद राजवीर सिंह, सांसद हरनाथ सिंह यादव, एटा कासगंज जनपद के सभी विधायकगणों सहित अन्य जनप्रतिनिधियों द्वारा प्रतीक चिन्ह देकर, फूलमालाएं भेंट कर स्वागत किया। उप मुख्यमंत्री जी ने ग्रीनगार्डन में जनसभा के दौरान कहा कि एटा लोकसभा क्षेत्र के अन्तर्गत एटा, कासगंज क्षेत्र में लोक निर्माण विभाग की 233 परियोजनाओं का लोकार्पण, शिलान्यास किया जा रहा है। अलीगढ़-रामघाट मार्ग को भी मा0 कल्याण सिंह बाबूजी के नाम से जोड़ा जाएगा। देश में मोदी जी के नेतृत्व में बहुत बदलाव हुआ है। आज प्रदेश में हर क्षेत्र में परिवर्तन है। सड़क, विद्युत, गरीबों के उत्थान, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, उज्ज्वला योजना आदि विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं से पात्रों का लाभान्वित किया जा रहा है। बिना किसी भेदभाव के सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास की नीति के तहत कार्य किया जा रहा है।

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास मे कोई भेदभाव नहीं होने दिया जाएगा, प्रदेश के सभी 75 जनपदों में बिना भेदभाव के व्यापक स्तर पर काम चल रहा है। मोदी सरकार को किसानों की सच्ची हितैशी सरकार बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत अब तक किसान भाईयों को 9 किश्तो मे धनराशि बिना किसी भेदभाव के प्रेषित की जा चुकी है।

सांसद राजवीर सिंह ‘राजू भईया’, सांसद हरनाथ सिंह यादव ने भी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कि जनपद आगमन पर उप मुख्यमंत्री का जोरदार स्वागत किया। उप मुख्यमंत्री अपने भ्रमण कार्यक्रम के अन्तर्गत जिला पंचायत परिसर स्थित जनेश्वर मिश्र हॉल में जैन समाज द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। तदोपरान्त मा0 उप मुख्यमंत्री जी विधायक ममतेश शाक्य, विधायक विपिन वर्मा ‘डेविड’, सांसद हरनाथ सिंह यादव एवं सांसद राजवीर सिंह राजू भईया के आवास भी पहुंचे।

इस अवसर पर बृजबहादुर सिंह, सांसद राजवीर सिंह राजू भईया, सांसद हरनाथ सिंह यादव, सदर विधायक विपिन वर्मा ‘डेविड’, अलीगंज विधायक सत्यपाल सिंह राठौर, मारहरा विधायक वीरेन्द्र सिंह लोधी, जलेसर विधायक संजीव कुमार दिवाकर, कासगंज विधायक देवेन्द्र सिंह राजपूत, पटियाली विधायक ममतेश शाक्य, टूण्डला विधायक प्रेमपाल सिंह धनगर, जिलाधिकारी अंकित कुमार अग्रवाल, एसएसपी उदय शंकर सिंह, संदीप जैन, पूर्व मंत्री अवधपाल सिंह यादव सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, मौजूद रहे।

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चयन परीक्षाओं की शुचिता के साथ खिलवाड़ स्वीकार नहीं, शीघ्र लागू होगा नया कानून: मुख्यमंत्री योगी

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विभिन्न विभागों में रिक्त पदों पर चयन प्रक्रिया तेज करने के लिए शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में विभिन्न चयन आयोगों के अध्यक्षों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। चयन परीक्षाओं की शुचिता, पारदर्शिता और गोपनीयता सुनिश्चित करने पर बल देते हुए मुख्यमंत्री ने इस दौरान चयन प्रक्रियाओं में व्यापक सुधार पर जोर दिया, साथ ही चयन प्रक्रिया की समयबद्धता सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने आयोगों में प्रचलित चयन प्रक्रियाओं और भावी कार्यक्रमों के बारे में भी जानकारी ली और शासन से उनकी अपेक्षाओं के बारे में भी पूछा।

*बैठक में मुख्यमंत्री जी द्वारा दिए गए प्रमुख दिशा-निर्देश:-*

● युवाओं के हित संरक्षण के लिए राज्य सरकार संकल्पित है। हर एक युवा की मेहनत, मेधा और प्रतिभा का सम्मान है। पेपर लीक अथवा साल्वर गैंग जैसी अराजक गतिविधियों को कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता। ऐसे अपराध में संलिप्त हर अपराधी के खिलाफ ऐसी कठोरतम कार्रवाई की जाए, जो नजीर बने। ऐसे प्रकरणों में अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए कठोर कानून लाया जाना आवश्यक है। इसके दृष्टिगत यथाशीघ्र आवश्यक कार्यवाही की जाए।

● चयन आयोगों से अपेक्षा है कि वे भर्ती परीक्षाओं के लिए कैलेंडर समय से जारी करें और कड़ाई के साथ उसका अनुपालन करें। कैलेंडर के अनुसार परीक्षा न होने से अभ्यर्थियों को असुविधा होती है, इसका ध्यान रखा जाए।

● सभी चयन आयोग परस्पर समन्वय के साथ यह सुनिश्चित करें कि एक दिन में एक ही परीक्षा आयोजित की जाए। ऐसा होने से एक ओर जहां परीक्षा आयोजकों/स्थानीय प्रशासन को व्यवस्था बनाने में आसानी होगी, वहीं युवाओं को भी बड़ी सुविधा होगी।

● कतिपय पदों के लिए शैक्षिक अर्हता निर्धारण में ‘समकक्ष योग्यता’ के संबंध में विसंगतियों की सूचना प्राप्त हुई है। संबंधित विभाग द्वारा प्रकरण का समाधान कर आयोग को सही जानकारी उपलब्ध कराई जाए।

● चयन परीक्षाओं के सेंटर के लिए राजकीय माध्यमिक, डिग्री कॉलेज, विश्वविद्यालय, पॉलिटेक्निक, इंजीनियरिंग कॉलेज, मेडिकल कॉलेज अथवा साफ-सुथरे ट्रैक रिकॉर्ड वाले ख्याति प्राप्त सुविधा संपन्न वित्त पोषित शैक्षिक संस्थान ही सेंटर बनाए जाएं। सेंटर वहीं होंगे, जहां सीसीटीवी की व्यवस्था होगी। यह भी सुनिश्चित कराएं कि परीक्षा केंद्र नगरीय क्षेत्र में ही हों। परीक्षा केंद्र निर्धारण में महिलाओं और दिव्यांगों की अपेक्षाओं का ध्यान रखा जाए।

● यदि एडेड कॉलेज को सेंटर बनाया जाता है तो संबंधित प्रबंधक परीक्षा व्यवस्था में कहीं से भी सम्मिलित न हो। केंद्र व्यवस्थापक के रूप में दूसरे संस्थान के प्रधानाचार्य को जिम्मेदारी दी जानी चाहिए। जिलाधिकारी तथा जिला विद्यालय निरीक्षक को भी व्यवस्था से जोड़ें। गड़बड़ी हुई तो इनकी भी जिम्मेदारी तय की जाएगी।

● प्राथमिक, माध्यमिक, प्राविधिक, व्यावसायिक आदि शिक्षण संस्थानों में शिक्षक चयन की प्रक्रिया में बड़ा सुधार करते हुए हाल ही में शिक्षा सेवा आयोग का गठन किया गया है। इसके सदस्य नामित किए जा चुके हैं, अध्यक्ष की नियुक्ति भी यथाशीघ्र कर दी जाएगी। नवगठित आयोग द्वारा चयन की कार्यवाही समय से प्रारंभ करने की अपेक्षा है।

● पेपर सेट करने की प्रक्रिया, उनकी छपाई, कोषागार तक पहुंचाने, कोषागार से परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाने, परीक्षा केंद्र की व्यवस्था, परीक्षा के बाद OMR आयोग तक पहुंचाने OMR की स्कैनिंग, परिणाम तैयार करने सहित पूरी व्यवस्था में व्यापक सुधार की आवश्यकता है। अलग-अलग कार्यों के लिए अलग-अलग एजेंसियों का उपयोग करें। एजेंसी के रिकॉर्ड की भलीभांति जांच करने के बाद ही दायित्व दें।

● हर पाली में 02 या अधिक पेपर सेट जरूर होने चाहिए। प्रत्येक सेट के प्रश्नपत्र की छपाई अलग-अलग एजेंसी का माध्यम से कराया जाना चाहिए। पेपर कोडिंग को भी और व्यवस्थित करने की आवश्यकता है। तलाशी लेने के लिए महिला कर्मियों की तैनाती जरूर हो।

● शुचिता और गोपनीयता के दृष्टिगत चयन आयोगों को परीक्षा से पूर्व, परीक्षा के दौरान और परीक्षा के उपरांत शासन स्तर के शीर्ष अधिकारियों तथा एसटीएफ के संपर्क में रहना चाहिए।

● परीक्षाओं की शुचिता के संबंध में आवश्यक सुधार की यह प्रक्रिया तत्काल प्रभाव में लानी होगी। नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग द्वारा चयन आयोगों से संपर्क-संवाद कर यथाशीघ्र इसे लागू करा दिया जाए।

● नियुक्ति प्रक्रिया में सरलता के लिए ई-अधियाचन की व्यवस्था लागू की गई है, उसका उपयोग करें। सभी विभाग नियुक्ति के लिए अधियाचन भेजने से पूर्व नियमावली का सूक्ष्मता से परीक्षण कर लिया जाए। भर्ती प्रक्रिया में अनावश्यक विलंब न किया जाए।

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