Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

गन्ना विकास विभाग द्वारा अब तक 4952 गांवों व 527 कस्बों में कराया गया सेनिटाइजेशन

Published

on

Loading

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा वैश्विक महामारी कोरोना केे प्रदेश तथा देश में सामुदायिक प्रसार को रोकने व इस महामारी को समूल रूप से नष्ट करने के संकल्प एवं निर्देशों के क्रम में मंत्री चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास श्री सुरेश राणा द्वारा प्रदेश के समस्त गन्ना परिक्षेत्र में सेनिटाइजेशन कराने के निर्देश दिए गए हैं।

उक्त के क्रम में प्रदेश के आयुक्त, गन्ना एंव चीनी श्री संजय आर. भूसरेड्डी ने समस्त गन्ना परिक्षेत्रों में अवस्थित चीनी मिलों के माध्यम से उनके निकटवर्ती सभी सार्वजनिक कार्यालयों, कलक्ट्रेट, एसएसपी कार्यालय, सीओ कार्यालय और पुलिस स्टेशन तथा चैकियां, जिला अस्पताल, सीएचसी, पीएचसी, तहसील, जिला गन्ना अधिकारी एवं उपगन्ना आयुक्त कार्यालयों, केन सोसायटी, गांव, कस्बों, ब्लॉक आदि भी सैनिटाइजेशन कराने के निर्देश दिए हैं।

इस सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी देते हुए जानकारी देते हुए श्री भूसरेड्डी, ने बताया कि कोरोना वायरस से बचाव हेतु गन्ना परिक्षेत्रों में लगातार सेनेटाइजर का छिड़काव किया जा रहा है तथा किसानों को कोरोना वायरस से बचाव के उपाय भी बताये जा रहे है। यह कार्य प्रदेश के सभी चीनी मिल क्षेत्रों में निरंतर किया जा रहा हैं ताकि लोग सुरक्षित रहे। गन्ना विकास विभाग द्वारा चीनी मिलो के सहयोग से सहारनपुर परिक्षेत्र में 585 गांवों, 128 कस्बों, 393 सार्वजानिक कार्यालयों, मेरठ परिक्षेत्र में 194 गांवों, 18 कस्बों, 139 सार्वजानिक कार्यालयों, मुरादाबाद मे 224 गांवों, 20 कस्बों, 358 सार्वजानिक कार्यालयों, बरेली में 152 गांवों, 10 कस्बों, 109 सार्वजानिक कार्यालयों, लखनऊ में 143 गांवों, 41 कस्बों, 511 सार्वजानिक कार्यालयों, अयोध्या में 21 गांवों, 08 कस्बों, 36 सार्वजानिक कार्यालयों, देवीपाटन में 136 गांवों, 58 कस्बों ,208 सार्वजानिक कार्यालयों, गोरखपुर में 25 गांवों, 05 कस्बों, 66 सार्वजानिक कार्यालयों तथा देवरिया परिक्षेत्र में 135 गांवों, 55 कस्बों, 168 सार्वजानिक कार्यालयों का सेनिटाइजेशन कराया गया है। इस प्रकार गन्ना विकास विभाग द्वारा कोविड-19 के प्रथम व द्वितीय चरण में अब तक 4952 गांवो,ं 527 कस्बों, तथा 4489 सार्वजानिक कार्यालयों/उपक्रमों का सेनिटाइजेशन कराया जा चुका है, अभी भी लगातार इस दिशा में अनवरत रूप से कार्य जारी है जिससे कोरोना महामारी को रोकने में निश्चित रूप से सहायता मिलेगी।

गन्ना आयुक्त द्वारा यह भी बताया गया की उक्त समस्त प्रक्रिया के दौरान सेनिटाइजेशन कार्य में लगे गन्ना विकास विभाग एवं चीनी मिल कार्मिको द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए ,आपस में उचित दूरी रखी गई तथा कोविड-19 के सम्बन्ध में मुख्यालय तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों का अनुपालन किया गया। समस्त गन्ना परिक्षेत्रों में सेनिटाइज किये गए गांव और कस्बों के लोगों द्वारा कोरोना महामारी के समय गन्ना विकास विभाग द्वारा किये गए इन कार्यो की सराहना की जा रही है।

उत्तर प्रदेश

मोहिनी दुबे हत्याकांड: IAS के ड्राइवर ने भाई और साथी के साथ मिलकर दिया था वारदात को अंजाम, मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार

Published

on

Loading

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के इंदिरा नगर इलाके में रिटायर्ड आईएएस देवेंद्र नाथ दुबे की पत्नी की हत्या के आरोपी तीनों बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इसी के साथ पुलिस ने उनके पास से लूटा गया जेवर और नगदी भी बरामद कर ली है। इस पूरी वारदात को देवेंद्र नाथ के ड्राइवर अखिलेश, उसके भाई रवि और एक साथी रंजीत ने अंजाम दिया था।

मंगलवार को पुलिस मोहिनी दुबे हत्याकांड के आरोपियों को पकड़ने गई थी। तभी आरोपियों ने पुलिस के ऊपर फायरिंग कर दी।
जवाबी फायरिंग में एक बदमाश के पैर में गोली लगी है। लखनऊ की इंदिरा नगर क्राइम ब्रांच और पुलिस टीम मुठभेड़ में शामिल हुई थी। तीनों आरोपियों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। मुठभेड़ के दौरान बड़ी संख्या में पुलिसबल और सादी वर्दी में पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद रहे। वारदात को रवि व रंजीत ने अंजाम दिया था जबकि अखिलेश देवेंद्रनाथ दुबे को लेकर वापस लौटा था। पुलिस टीम अब से कुछ ही देर में प्रेस कांफ्रेंस कर मामले का खुलासा करेगी। हत्यारे वारदात के बाद दोनों नीले रंग की स्कूटी से भागते हुए सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए थे।

बता दें कि इंदिरानगर सेक्टर 20 में शनिवार सुबह सेवानिवृत आईएएस देवेंद्र दुबे के घर में घुसकर बदमाशों ने उनकी पत्नी मोहिनी की हत्या कर दी थी। इसके बाद अलमारी में रखे जेवरात और नकदी लूट ले गए थे। मामले में पुलिस को पहले भी ड्राइवरों पर ही शक था। कई पुख्ता सुबूत इस ओर इशारा कर रहे थे। दोनों चालकों रवि और अखिलेश से सोमवार को पुलिस ने लंबी पूछताछ की थी। दोनों के अलावा और भी कई लोगों से पुलिस ने पूछताछ की थी। सीसीटीवी फुटेज से पता चला था कि बदमाश नीले रंग की स्कूटी से आए थे और उसी से भागे थे। हत्यारों ने अपने परिचित की स्कूटी का इस्तेमाल किया। नंबर प्लेट निकाल दी थी। स्कूटी पुलिस ने बरामद कर ली थी। वहीं, सीसीटीवी से हत्यारों की पहचान भी हो गई थी।

 

Continue Reading

Trending