Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान जाते ही बदले सिद्धू के सुर, लगाया ‘पाकिस्तान जीवे’ का नारा

Published

on

Loading

नई दिल्ली। आज पाकिस्तान को उसका 22वां प्रधानमंत्री इमरान खान की शक्ल में मिल गया। इमरान ने अल्लाह को गवाह मान कर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। शपथ से पहले इमरान की पार्टी तहरीक-ए इंसाफ ने पाकिस्तान के संसद में बहुमत साबित किया। बहुमत साबित करते ही इमरान ने वादों की झड़ी लगा दी। इमरान के शपथ ग्रहण में देश विदेशों से मेहमान पहुंचे थे। भारत से उनके शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेसी नेता नवजोत सिंह सिद्धू पहुंचे। जिसकी देश में कईयों ने आलोचना की तो कईयों ने समर्थन दिया।

सिद्धू ने इमरान के शपथ ग्रहण में पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा को गले लगाया। उन्होंने आर्मी चीफ के कान में भी कुछ बोला। पूरे समारोह में वो पाक अधिकृत कश्मीर के मुख्यमंत्री के साथ बैठे रहे। सिद्धू की ‘हग डिप्लोमेसी’ की भारत में जमकर आलोचना हो रही है। भाजपा ने तो कांग्रेस को देश से माफी मांगने को कहा है। सोशल मीडिया पर कोई उन्हें गद्दार तो कोई उन्हें दोगला कह रहा है। एक यूज़र ने तो कहा कि, “एक तरफ पाकिस्तान हमारे सैनिकों को शहीद कर रहा है दूसरी तरफ सिद्धू उनके आर्मी चीफ के गले लगा रहे हैं।”

लाहौर पहुंचे सिद्धू ने कहा कि, “मैं अपने दोस्त के आमंत्रण पर पाकिस्तान आया हूं। यह बहुत खास क्षण है। खिलाड़ी और कलाकार दूरियां मिटा देते हैं। यहां पाकिस्तानी लोगों के लिए प्यार का संदेश लेकर आया हूं।” उन्होंने कहा, “हिंदुस्तान जीवे, पाकिस्तान जीवे!” का नारा लगाया।

अन्तर्राष्ट्रीय

भारत में अवसरों की भरमार, पीएम मोदी के नेतृत्व में 10 सालों में देश ने अच्छी प्रगति की : वॉरेन बफे

Published

on

Loading

नई दिल्ली। बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन और सीईओ वॉरेन बफे भारत की निवेश की संभावनाओं को लेकर काफी उत्साहित हैं। उन्होंने रविवार को कंपनी की सालाना बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि भारत में अवसरों की भरमार हैं। उन्होंने कहा कि भारत अब 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। बीते दस सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में देश ने सभी आर्थिक मानदंडों में अच्छी प्रगति की है। अब लगभग 3.7 ट्रिलियन डॉलर (अनुमान वित्त वर्ष 2023-24) की जीडीपी के साथ भारत आर्थिक रूप से पांचवां सबसे बड़ा देश है। एक दशक पहले देश 1.9 ट्रिलियन डॉलर (मौजूदा बाजार मूल्य) की जीडीपी के साथ भारत 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था। वित्त मंत्रालय के अनुसार, इस 10 साल की यात्रा में कई रिफॉर्म हुए जिसने देश को आर्थिक रूप से आगे बढ़ाया है।

रविवार को अपनी कंपनी की वार्षिक बैठक में वॉरेन बफेट ने कहा, भारत में नई संभावनाओं का पता लगाएं। यहां ऐसे क्षेत्र हो सकते हैं जिनको सर्च नहीं किया गया है या यहां मौजूद अवसरों पर ध्यान नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा, मुझे यकीन है कि भारत में बहुत सारे अवसर हैं। सवाल यह है कि क्या हमें उनके बारे में जानकारी है, जिसमें हम भाग लेना चाहेंगे। बफेट देश में संभावित प्रवेश की तलाश में हैं। भारत की जीडीपी ग्रोथ एक नए शिखर पर पहुंचने के लिए तैयार है। विनिर्माण और ऑटोमोबाइल जैसे सेक्टरों ने फिर से सुधार देखना शुरू कर दिया है और जीएसटी कलेक्शन नई ऊंचाई हासिल कर रहा है।

आरबीआई के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, भारत की जीडीपी ग्रोथ महामारी से पहले 2020 के दौरान दर्ज की गई 7 प्रतिशत से ऊपर बढ़ने के संकेत हैं। आईएमएफ के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, 2004 में भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी 635 डॉलर थी। 2024 में देश की प्रति व्यक्ति जीडीपी बढ़कर 2,850 डॉलर हो गई है, जो इसके समकक्ष देशों के लिए 6,770 डॉलर का 42 प्रतिशत है। इस महीने की शुरुआत में जारी एचएसबीसी सर्वे के अनुसार, मजबूत मांग के कारण भारत का विनिर्माण सेक्टर अप्रैल में मजबूत गति से बढ़ा। इसके अलावा विश्व चुनौतियों के बावजूद, एक लाख से अधिक स्टार्टअप और 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न के साथ देश ग्लोबल स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा टेक स्टार्टअप इकोसिस्टम बना हुआ है।

Continue Reading

Trending