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मोदी ने स्वर्ण मंदिर में मत्था टेका

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स्वर्ण मंदिर, राज्यपाल, पंजाब, कप्तान सिंह सोलंकी, मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, नरेंद्र मोदी

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अमृतसर| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को सिखों के सर्वाधिक पवित्र धर्मस्थल हरमिंदर साहिब में मत्था टेका और प्रार्थना की। इसे स्वर्ण मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। पिछले साल मई में प्रधानमंत्री बनने के बाद स्वर्ण मंदिर का मोदी का यह पहला दौरा है। शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को फिरोजपुर जिला स्थित हुसैनीवाला स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद मोदी स्वर्ण मंदिर पहुंचे।

लाल धारी वाले कपड़े से सर ढंके मोदी ने दर्शनी देवरी से गुरुद्वारा परिसर में प्रवेश किया। गर्भगृह में प्रवेश करने के पहले मोदी ने हाथ जोड़कर पवित्र सरोवर की परिक्रमा की। इस दौरान उनके साथ पंजाब के राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी, मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और विजय सांपला भी थे। गुरुद्वारा के ग्रंथी (पुजारी) ने उन्हें सिरोपा (सम्मान में दी गई पोशाक) उपहार स्वरूप भेट किया। जिस समय मोदी गुरुद्वारा पहुंचे उस समय वहां सैंकड़ों श्रद्धालु मौजूद थे। वहां पर मौजूद लोगों ने मोदी की ओर हाथ हिलाया जिसका मोदी ने भी प्रतिउत्तर दिया।

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जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

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वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

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