Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

परमाणु समझौते से ईरान यूरेनियम समृद्ध देश हो जाएगा : नेतन्याहू

Published

on

Loading

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को ईरान के परमाणु समझौते को ‘भयावह’ बताते हुए कहा कि समझौता तेहरान को यूरेनियम का उत्पादन जारी रखने की अनुमति देता है, जिससे वह यूरेनियम समृद्ध देश हो जाएगा। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, नेतन्याहू इस समझौते के वजूद में आने से ही इसका मुखर आलोचक रहे हैं।

यह समझौता ईरान और छह वैश्विक शक्तियों रूस, चीन, अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी के बीच 2015 में हुआ था। उस समय नेतन्याहू को अपने रुख की वजह से व्हाइट हाउस से विरोध का सामना करना पड़ा था।

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल में इस समझौते पर हस्ताक्षर हुए थे लेकिन पिछले साल ट्रंप के राष्ट्रपति के तौर पर पद्भार संभालने के बाद नेतन्याहू को व्हाइट हाउस का साथ मिला लेकिन इस समझौते के विरोध में ट्रंप और नेतन्याहू अकेले ही हैं।

ईरानी अधिकारियों का कहना है कि यह परमाणु समझौता ईरान को परमाणु हथियार प्राप्त करने से नहीं रोकता।

इनपुट आईएएनएस

अन्तर्राष्ट्रीय

गहरी नींद में थे लोग, तभी भूस्खलन से गांव पर आ गिरा पहाड़ का मलबा, 100 से ज्यादा की हुई मौत

Published

on

Loading

नई दिल्ली। पापुआ न्यू गिनी में शुक्रवार को हुए भूस्खलन में 100 से अधिक लोगों के मारे जाने की आशंका है। एबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, भूस्खलन की घटना कथित तौर पर दक्षिण प्रशांत द्वीपीय देश की राजधानी पोर्ट मोरेस्बी से लगभग 600 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में एंगा प्रांत के काओकलाम गांव में घटी। यह हादसा स्थानीय समय के अनुसार तड़के 3 बजे करीब हुआ। इलाके के निवासियों का कहना है कि मृतकों की संख्या 100 से अधिक भी हो सकती है।

यह प्राकृतिक आपदा तब हुई, जब पूरा गांव अलसुबह करीब 3 बजे गहरी नींद में था और पहाड़ का मलबा गांव पर आ गिरा।ऑस्ट्रेलियाई ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन (ABC) की रिपोर्ट में जानकारी दी गई है कि शुक्रवार तड़के पापुआ न्यू गिनी के एक सुदूर गांव में हुए भूस्खलन में 100 से अधिक लोगों के मारे जाने की आशंका है। यह इलाका पापुआ न्यू गिनी की राजधानी पोर्ट मोरेस्बी से लगभग 600 किमी उत्तर-पश्चिम में स्थित एंगा प्रांत के काओकालम गांव में हुई है।

स्थानीय लोगों के हवाले से एबीसी ने जानकारी दी है कि इस प्राकृतिक आपदा में मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। हालांकि अधिकारियों ने अभी तक मौत के आधिकारिक आँकड़ों की जानकारी नहीं दी है। सोशल मीडिया पर भी इस खौफनाक हादसे के कई वीडियो सामने आए हैं, जिससे बड़ी-बड़ी चट्टानों, पेड़ों और मलबे के नीचे से ग्रामीणों की लाशों को निकालते हुए दिखाया जा रहा है।

Continue Reading

Trending