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मनोरंजन

द सूफी रूट ने पहले कन्सर्ट की घोषणा की

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नई दिल्ली, 7 नवंबर (आईएएनएस)| अलग तरह के संगीत के अनुभव को प्रेरित करने और उसे आगे बढ़ाने के लिए स्थापित, फ्राइडे फिल्मवर्क्स, इनविजन एंटरटेनमेन्ट और इन्वॉल्व्ड मैट्रिक्स के ‘द सूफी रूट’ ने अपने पहले कन्सर्ट की मेजबानी की घोषणा की है। यह कन्सर्ट 18 नवंबर 2017 को कुतुबमीनार परिसर में आयोजित किया जा रहा है। इसमें जावेद अख्तर, मनोज मुंतशिर, कामना प्रसाद, फौजिया दास्तानगो व कई अन्य हस्तियां अपनी कला का जौहर दिखाती नजर आएंगी।

पिछले कई सालों में भारत में हुए कन्सर्ट की तुलना में द सूफी रूट कई मायनों में अलग है। द सूफी रूट भारत का पहला सूफी महोत्सव है, क्योंकि यहीं से इस जॉनर का उद्गम हो रहा है। यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहरों में शामिल किया गया इसका बेहतरीन आयोजन स्थल कुतुब मीनार कॉम्प्लेक्स खुद ही एक इतिहास को बयां करता है और यह पहली बार है कि यहां इस तरह के कन्सर्ट का आयोजन किया जा रहा है।

तुर्की कलाकारों द्वारा दी जाने वाली प्रस्तुति भी देखने लायक होगी, क्योंकि एक साथ दो प्राचीन और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध तुर्की तसव्वुफ संगीत और भारतीय सूफी संगीत का समागम यहां होने वाला है।

दुनिया भर के कलाकारों के लिए एक मंच तैयार करने के उद्देश्य से द सूफी रूट ने ब्रिटेन, संयुक्त अरब अमीरात और तुर्की को शामिल किया है। उन्हें अभी से ही अगले साल दिल्ली में इसी स्थान पर होने वाले कन्सर्ट में प्रस्तुति देने के लिए चुन लिया गया है।

प्रसिद्ध भारतीय गीतकार, संवाद लेखक और कवि मनोज मुंतशिर ने कहा, आपकी मंजिल आपको ढूंढ रही होती है, बस जरूरत होती है उसकी आवाज सुनने की। अपने दिल में बसे उस स्थान को ढूंढिए, जिसे अब तक दुनिया भी नहीं ढूंढ पाई है, लेकिन खुद को खोने ना दें। द सूफी रूट आपको उन राहों पर लेकर जाता है, जिस पर आप कभी नहीं गए। उन कुछ घंटों के दौरान हर वो नजारा, हर वो आवाज, हर वो चीज जो आप महसूस करते हैं, वो आपके रूहानी दरवाजों को खोलती है। मैं अपनी कविताओं के साथ आपका इंतजार करूंगा। हमारा दिल उस रास्ते को पहचानता है, आईए उस दिशा में साथ मिलकर कदम बढ़ाते हैं।

इस कार्यक्रम के आयोजक और द सूफी रूट के को-ओनर, इनविजन एंटरटेनमेन्ट के गगन टकयार कहते हैं, सूफी कविताएं नि:स्वार्थ अनुभवों और वास्तविकता से रूबरू कराने पर आधारित होती हैं। द सूफी रूट में अपने काव्य खंड के माध्यम हम उस जादू को अपने दर्शकों तक पहुंचाना चाहते हैं और उन्हें एक ऐसा अनुभव देना चाहते हैं, जिसे वो ताउम्र याद रखेंगे।

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मनोरंजन

नहीं रहे दंगल गर्ल जायरा वसीम के पिता, सोशल मीडिया पर लिखा भावुक पोस्ट

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मुंबई। दंगल गर्ल जायरा वसीम पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। उनके पिता अब इस दुनिया मन नहीं रहे। इसकी जानकारी उन्होंने खुद सोशल मीडिया पर दी और लोगों से उन्हें अपनी दुआओं में याद करने की अपील भी की। पूर्व एक्ट्रेस ने इंस्टाग्राम स्टोरी में एक नोट शेयर किया है जिसमें वह पिता के साथ नजर आ रही हैं।

इंस्टाग्राम स्टोरीज पर जायरा वसीम ने नोट में लिखा था, ‘मेरे पिता जाहिद वसीम का निधन हो गया है। मैं सभी से अनुरोध करती हूं कि वो अपनी प्रार्थनाओं में उन्हें याद रखें और उनके लिए अल्लाह से क्षमा मांगें। कृपया प्रार्थना करें कि अल्लाह उनकी कमियों को माफ कर दे, उनकी कब्र को आराम की जगह बनाए, उन्हें किसी भी सजा से बचाए, उन्हें परलोक में आसानी प्रदान करे और उन्हें जन्नत का सबसे ऊंचा स्थान प्रदान करे और उन्हें मगफिरत दे।’

उन्होंने अपने पिता के साथ एक प्यारी-सी तस्वीर भी शेयर की और उनके निधन पर एक भावुक नोट लिखा। जायरा ने लिखा, ‘वास्तव में आंखें आँसू बहाती हैं और दिल दुखी होता है, लेकिन हम वही नहीं कहेंगे जो हमारे भगवान को पसंद हो। मेरे पिता जाहिद वसीम का निधन हो गया है। कृपया उन्हें अपनी दुआओं में याद रखें और अल्लाह से उनकी कमियों को माफ करने, उनकी कब्र को शांतिपूर्ण बनाने, उन्हें इसके अजाब से बचाने और आगे की उनकी यात्रा को आसान बनाने के लिए कहें। उन्हें आसानी से हिसाब दिया जाए और उन्हें जन्नत और मगरिरा का ऊंचा दर्जा दिया जाए। वास्तव में, हम अल्लाह के हैं और हम उनके ही पास जाएंगे।’

 

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