Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

टेक्सास के गिरजाघर में गोलीबारी 26 की मौत

Published

on

Loading

वाशिंगटन, 6 नवंबर (आईएएनएस)| अमेरिका के टेक्सास के एक बैपटिस्ट चर्च में एक हमलावर ने अंधाधुंध गोलियां बरसाकर 26 लोगों को मौत के घाट उतार दिया। हमलावर ने बैलिस्टिक वेस्ट पहनी हुई थी और उसके पास सेना की शैली की राइफल थी।

यह हमला सैन एंटोनियो से लगभग 45 किलोमीटर दक्षिणपूर्व सदरलैंड स्प्रिंग्स में रविवार को हुआ।

कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने न्यूयॉर्क टाइम्स को बताया कि हमलावर की पहचान डेविन पैट्रिक केली (26) के रूप में की गई है, जो हमले के तुरंत बाद मारा गया। हालांकि, अभी हमलावर की मौत के कारणों का पता नहीं चल पाया है।

पुलिस के मुताबिक, केली ने सुबह 11 बजे रविवार सुबह की प्रार्थना सभा शुरू होने के कुछ ही देर बाद गिरजाघर में गोलियां चलानी शुरू कर दी।

उसके पास रूगर सैन्य शैली की राइफल थी और कुछ ही मिनटों में इस छोटे से गिरजाघर में मौजूद कई लोगों की मौत हो चुकी थी और कई घायल हो गए थे।

इस हादसे के पीड़ितों में पांच से लेकर 72 वर्ष तक की उम्र के लोग थे। मृतकों में कई बच्चे, एक गर्भवती महिला और पादरी की 14 साल की बेटी भी शामिल है।

न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, इस हमले में 20 लोग घायल हुए हैं।

टेक्सास के न्यू ब्रॉनफेल्स का रहने वाला डेविस न्यू मैक्सिको में वायु सैन्यकर्मी के तौर पर तैनात था लेकिन पत्नी और बच्चे के साथ मारपीट के आरोपों के बाद 2012 में उसका कोर्ट मार्शल कर दिया गया।

वायुसेना मीडिया ऑपरेशंस के प्रमुख एन स्टेफानेक के मुताबिक, उन्हें 12 साल कैद की सजा सुनाई गई थी।

हमले का उद्देश्य अभी स्पष्ट नहीं है।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी जो टेक्किट के मुताबिक, यह कुछ ऐसा है जो छोटे समुदायों में नहीं होता लेकिन हमें आज पता चला है कि ऐसा होता है।

पुलिस के मुताबिक, केली गिरजाघर में कत्लेआम कर बाहर निकला। इस दौरान उसका सामना एक शख्स से हुआ, जिसने भी गोलियां चलाईं। कार में बैठकर घटनास्थल से फरार हो रहे केली को गोली लगी, जिसके बाद केली की कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई। पुलिस को कार के भीतर केली का शव मिला।

इस गोलीकांड में 26 मृतकों में से 23 के शव गिरजाघर के अंदर मिले जबकि दो गिरजाघर के बाहर मिले। वहीं, एक शख्स ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।

न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, गवर्नर ग्रेग अबॉट ने कहा कि वह और टेक्सास के अन्य नागरिक प्रार्थना कर रहे हैं कि ईश्वर इस हादसे के पीड़ितों के घाव भरें, उन्हें राहत प्रदान करें और उनका मार्गदर्शन करें।

राष्ट्रपति ट्रंप ने इस घटना को भयावह गोलीकांड बताया है। वह फिलहाल पांच देशों की यात्रा के पहले चरण के तहत जापान में हैं।

ट्रंप ने इस हत्याकांड के बाद व्हाइट हाउस और सभी संघीय इमारतों से राष्ट्रध्वज को गुरुवार तक के लिए आधा झुकाने के निर्देश दिए हैं।

ट्रंप ने कहा, अमेरिकी वह करेंगे, जो हम बेहतर कर सकते हैं। हम एकजुट, एक साथ हाथ मिलाकर रहेंगे और इस दुख की घड़ी में भी टूटेंगे नहीं।

Continue Reading

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तानी सेना में अल्पसंख्यक समुदाय की महिला बनी वन स्टार जनरल, पीएम शाहबाज ने दी बधाई

Published

on

Loading

इस्लामाबाद। पाकिस्तानी सेना में एक ईसाई महिला को ब्रिगेडियर के पद पर प्रमोट किया गया है। वह अल्पसंख्यक समुदाय से वन स्टार जनरल रैंक तक पहुंचने वाली पहली महिला बन गई हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, सेना चिकित्सा कोर में सेवारत हेलेन मैरी रॉबर्ट्स उन अधिकारियों में शामिल हैं, जिन्हें चयन बोर्ड ने ब्रिगेडियर और पूर्ण कर्नल के रूप में पदोन्नत किया।

द न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, हेलेन की कामयाबी इस लिहाज से भी अहम है क्योंकि बीते साल रावलपिंडी के क्राइस्ट चर्च में क्रिसमस समारोह के दौरान पाक आर्मी चीफ असीम मुनीर पहुंचे थे। इस दौरान मुनीर ने पाकिस्तान के विकास में ईसाई समुदाय की भूमिका की सराहना की। मुनीर ने ईसाई समुदाय के लिए गहरा सम्मान व्यक्त करते हुए अंतर-धार्मिक सद्भाव को बढ़ावा देने के महत्व को रेखांकित किया था।

हेलेन रॉबर्ट्स को आर्मी मेडिकल कोर में ब्रिगेडियर के पद पर पदोन्नति के लिए पाकिस्तान के प्रधान मंत्री मुहम्मद शहबाज शरीफ ने बधाई दी है। शरीफ ने कहा, ‘पाकिस्तानी ईसाई समुदाय की सदस्य ब्रिगेडियर रॉबर्ट्स ने यह प्रतिष्ठित रैंक हासिल करने वाली अल्पसंख्यक पृष्ठभूमि से पहली महिला बनकर इतिहास रच दिया है। पूरे देश को ब्रिगेडियर रॉबर्ट्स और उनके जैसी अल्पसंख्यक समुदाय की हजारों मेहनती महिलाओं पर गर्व है, जो विशिष्टता के साथ देश की सेवा कर रही हैं।’

पाकिस्तान के दूसरे भी कई नेताओं ने ब्रिगेडियर रॉबर्ट्स की कड़ी मेहनत और समर्पण की सराहना करते हुए की है। सोशल यूजर्स ने कहा कि हेलेन की सफलता दिखाती है कि पाकिस्तानी महिलाएं किसी भी क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल कर सकती हैं और किसी से पीछे नहीं हैं।

 

Continue Reading

Trending