Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

महाराष्ट्र सरकार को हाजी अली दरगाह पर अतिक्रमण हटाने का निर्देश

Published

on

Loading

नई दिल्ली, 3 जुलाई (आईएएनएस)| सर्वोच्च न्यायालय ने सोमवार को महाराष्ट्र सरकार से दो सप्ताह के अंदर हाजी अली दरगाह के चारों ओर 908 वर्ग मीटर से अधिक भूमि पर अतिक्रमण को हटाने के लिए कहा है।

इससे पहले, बंबई उच्च न्यायालय भी राज्य सरकार को इसी तरह का निर्देश दे चुकी है।

प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति जगदीश सिंह केहर और न्यायमूर्ति डी. वाई. चंद्रचूड़ की पीठ ने कहा, अगर आप हमारे निर्देशों का पालन नहीं करते हैं तो हम बहुत सख्त कार्रवाई करने वाले हैं। उच्च न्यायालय भी ऐसा ही आदेश दे चुका है, जिसका अब हम भी समर्थन करते हैं।

शीर्ष अदालत ने कहा, तत्काल इसे करें। अवैध निर्माण ध्वस्त करें। यह हमारा निर्देश है। अगर निर्देशों का पालन नहीं किया गया तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।

अदालत ने यह भी कहा कि हाजी अली दरगाह न्यास भी अवैध कब्जों को हटाने का समर्थन कर रही है।

पीठ ने कहा, आपको यह करना ही होगा, वे (हाजी अली दरगाह न्यास) इसमें आपकी मदद करेंगे।

सर्वोच्च न्यायलय ने उप जिलाधिकारी (अतिक्रमण/निवारण) को मामले की अगली सुनवाई के दौरान अदालत में उपस्थित रहने के लिए कहा है।

कोलाबा के उप जिलाधिकारी (अतिक्रमण/निवारण) ने 22 मार्च, 2017 को अतिक्रमण हटाने के लिए नोटिस जारी किया था।

मामले की नौ मई को हुई पिछली सुनवाई के दौरान ही अतिक्रमण हटाए जाने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन जब सोमवार को हाजी अली दरगाह न्यास ने अदालत को सूचित किया कि अब तक अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो अदालत ने नया निर्देश जारी किया।

सर्वोच्च न्यायालय ने नौ मई को अपने आदेश में हाजी अली दरगाह न्यास को अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया था और कहा कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो बंबई उच्च न्यायालय द्वारा गठित संयुक्त कार्य बल यह कार्य करेगा।

Continue Reading

नेशनल

स्वाति मालीवाल ने निर्भया कांड को किया याद, कहा- अब पार्टी के लोग एक आरोपी को बचाने के लिए सड़कों पर उतर रहे हैं

Published

on

Loading

नई दिल्ली। आप की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने रविवार को 12 साल पुराने निर्भया कांड को याद करते हुए कहा कि अब पार्टी के लोग एक आरोपी को बचाने के लिए सड़कों पर उतर रहे हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव विभव कुमार के खिलाफ 13 मई को सीएम आवास के भीतर बदसलूकी की शिकायत दर्ज कराने वाली मालीवाल ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “एक समय था जब हम सब निर्भया के लिए न्याय की मांग करते हुए सड़कों पर निकले थे। आज, 12 साल बाद, हम उस आरोपी को बचाने के लिए सड़कों पर उतर रहे हैं जिसने सीसीटीवी फुटेज मिटा दिया और फोन को फार्मेट कर दिया।”

उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “काश उन्होंने मनीष सिसोदिया जी के लिए इतनी ताकत झोंकी होती। यदि वह यहां होते तो हो सकता है कि मेरे साथ ऐसा नहीं हुआ होता।” विभव कुमार को शनिवार को पुलिस ने गिरफ्तार किया था और देर रात एक स्थानीय अदालत ने उन्हें पांच दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। पुलिस ने अदालत को बताया था कि उसे जो सीसीटीवी फुटेज मुहैया कराया गया है वह ब्लैंक है। कुमार ने अपना मोबाइल फोन पुलिस को दिया लेकिन पासवर्ड नहीं बताया। इसके अलावा कुमार ने खराबी का बहाना बनाकर एक दिन पहले अपना मोबाइल फॉर्मेट कर दिया था।

पुलिस ने अदालत को बताया कि फोन को फॉर्मेट करने से पहले उसके डाटा को क्लोन करना होता है। इसलिए, उनके फोन के डाटा को वापस हासिल करने के लिए उन्हें मुंबई ले जाया जाएगा क्योंकि डाटा रिट्रीव करने के लिए विशेषज्ञों के समक्ष उनकी उपस्थित जरूरी है। पुलिस ने मामले में छेड़छाड़ और गैर-इरादतन हत्या का केस दर्ज किया है। सिविल लाइंस थाने में दर्ज मामले में आईपीसी की धारा 308 (गैर-इरादतन हत्या), 341 (गलत तरीके से रोकना), 354बी (महिला का चीरहरण करने के उद्देश्य से बलप्रयोग), 506 (आपराधिक धमकी) और 509 (महिला का शीलभंग करने वाले शब्द, भंगिमा या कार्य) के तहत आरोप लगाये गये हैं।

 

Continue Reading

Trending