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जीएसटी के भव्य स्वागत के लिए आज आधी रात बैठेगी संसद

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नई दिल्ली। देश के आर्थिक विकास के लिए शुक्रवार का दिन ऐतिहासिक होने वाला है। केंद्र सरकार आज सबसे बड़े कर सुधार गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) को हरी झंडी दिखाएगी। आजादी के बाद ये सबसे बड़ा कर सुधार है। जीएसटी के लिए सेंट्रल हॉल में आज आधी रात को ठीक वैसा ही भव्य आयोजन होगा जैसा 15 अगस्त 1947 की आधी रात को हुआ था। इसके लिए संसद को दुल्हन की तरह सजाया गया है।

जुलाई से होने वाली शुरुआत के मौके पर शुक्रवार संसद के सेंट्रल हॉल में आधी रात को विशेष साझा सत्र होगा। कांग्रेस, द्रमुक, वाम दल व तृणमूल कांग्रेस ने इसके बहिष्कार का ऐलान किया है। ऐसे में प्रमुख विपक्षी दलों की गैर मौजूदगी में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका आगाज करेंगे। रात 12 बजे घंटा बजाकर इसे लागू किया जाएगा।

इस खास अवसर पर जानी मानी हस्तियां भी संसद में मौजूद होंगी। कैबिनेट मंत्री, दिग्गज नेता, सितारें भी इस खास मौक पर शिरकत करेंगे।
समारोह से राजद ने किया किनारा, जद (यू) भाग लेगा
बिहार में सत्ताधारी महागठबंधन में राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवारों के समर्थन को लेकर शुरू हुआ विवाद अभी थमा भी नहीं है कि जीएसटी को लागू करने के लिए शुक्रवार की मध्यरात्रि को संसद में आयोजित किए जा रहे कार्यक्रम को लेकर भी महागठबंधन में शामिल दल अलग-अलग राह पकड़ ली है। महागठबंधन में शामिल जनता दल (युनाइटेड) इस कार्यक्रम में जहां भाग लेने की घोषणा की है, वहीं राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने इसमें शामिल नहीं होने की बात कही।

जद (यू) के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की सरकार हो या राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार हो जद (यू) प्रारंभ से ही जीएसटी की पक्षधर रही है। उन्होंने कहा, “अब कोई अन्य दल इस कार्यक्रम का क्यों बहिष्कार कर रही है, उन्हें नहीं पता है। बिहार विधानमंडल में इस संबंध का विधेयक सर्वसम्मति से पारित किया गया है।” इधर, राजद ने इस कार्यक्रम से किनारा कर लिया है। राजद के सांसद जयप्रकाश नारायण यादव ने कहा कि राजद इस कार्यक्रम का बहिष्कार करेगी।

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जम्मू-कश्मीर के एलजी का एलान- आतंकी हमले में मारे गए तीर्थयात्रियों के परिजनों को मिलेगा 10 लाख का मुआवजा

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जम्मू। जम्मू कश्मीर के रियासी में हुए आतंकी हमले में 10 तीर्थयात्रियों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। छह से सात आतंकियों ने तीर्थयात्रियों से भरी बस पर फायरिंग कर दी। गोलीबारी के कारण बस अनियंत्रित होकर खाई में जा गिरी। आतंकी हमले की एनआईए जांच के आदेश जारी हो गए हैं।

उधर, जम्मू-कश्मीर सरकार ने सोमवार को रियासी आतंकी हमले में मारे गए तीर्थयात्रियों के परिजनों को 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि मंजूर की। एलजी मनोज सिन्हा ने एक्स पर लिखा, “रियासी आतंकी हमले में शहीद हुए तीर्थयात्रियों के परिजनों को 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे। घायल तीर्थयात्रियों का जम्मू और रियासी के विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है।”

रविवार को रियासी जिले के पोनी इलाके के येरयाथ गांव में उत्तर प्रदेश के तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक बस पर आतंकवादियों ने हमला कर दिया जिसमें 10 तीर्थयात्री मारे गए और 33 घायल हो गए।

बस शिव खोरी मंदिर से कटरा शहर वापस आ रही थी, तभी आतंकवादियों ने उस पर गोलीबारी की। इसके बाद चालक ने बस पर नियंत्रण खो दिया। बस गहरी खाई में गिर गई, जिससे 10 तीर्थयात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई और 33 अन्य घायल हो गए।

 

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