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बिहार में शराब को ‘चूहों’ से बचाने के लिए गोदाम बना

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पटना, 29 जून (आईएएनएस)| बिहार में जब्त की गई शराबों को ‘चूहों’ से बचाने और उसे सुरक्षित रखने के लिए अब राज्य सरकार गोदामों का निर्माण कराएगी। राज्य सरकार जब्त की गई गई शराबों को सुरक्षित भंडारण के लिए राज्यभर में कुल 47 गोदामों का निर्माण कराएगी।

बिहार में शराबबंदी के बाद जब्त की गई शराब के थाने के मालखाना से गायब होने के बाद पुलिस अधिकारियों ने इसके लिए ‘चूहों’ को जिम्मेवार बताया था।

मद्य एवं निषेध विभाग के एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि राज्य के 38 जिलों में जब्त की गई गई शराबों को सुरक्षित भंडारण के लिए कुल 47 गोदामों का निर्माण कराया जाएगा। इनमें से चार गोदामों का निर्माण पटना में कराया जाना है।

उन्होंने बताया, जब्त की गई शराबों को तब तक इन गोदामों में सुरक्षित और संरक्षित रखा जाएगा, जब तक अदालत के आदेश के बाद इन्हें नष्ट करने की कारवाई शुरू नहीं कर ली जाती।

इन गोदामों को बनाने की जिम्मेवारी बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम को सौंपा गया है। निगम इससे पूर्व भी बिहार में कई पुलिस थाना भवनों, पुलिस आवासीय भवनों तथा कई कार्यालयों का निर्माण करा चुकी है।

बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम के एक अधिकारी ने बताया कि अकेले पटना में चार गोदामों का निर्माण कराया जाना है। ये निर्माण दीघा, फतुहा, बाढ़ थाना परिसरों के साथ ही पाटलिपुत्र रेल थाना परिसर में कराया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनु महाराज पटना में सभी थाना प्रभारियों के साथ बैठक की थी। इस दौरान उन्होंने थानों द्वारा बरामद शराब के संबंध में जानकारी ली थी। कई थाना प्रभारियों द्वारा बताया गया कि जब्त की गई शराब थाने के मालखाने में रखरखाव के अभाव में या तो बर्बाद हो गए हैं या फिर उनके कॉर्क को कुतरकर ‘चूहे’ शराब गटक गए।

इसके बाद महाराज ने थानों में पदस्थापित सभी स्तर के पुलिसकर्मियों का औचक ‘ब्रेथ एनलाइजिंग’ टेस्ट कराने की बात कही थी तथा पुलिस मुख्यालय ने इस मामले की जांच के आदेश दिए थे।

उल्लेखनीय है कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी पांच अप्रैल, 2016 को लागू हुई थी और संशोधित नया कानून 2 अक्टूबर, 2016 को लागू हुआ था।

बिहार मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, बिहार में पूर्ण शराबबंदी के 13 महीनों के दौरान 5, 67,875 लीटर विदेशी (अंग्रेजी), 3,10,492 लीटर देशी शराब और जब्त की गई है। अधिकारियों की मानें तो पिछले दो महीने के दौरान दो लाख लीटर से अधिक की शराब नष्ट की गई है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कई सार्वजनिक कार्यक्रमों में कह चुके हैं कि बिहार में शराबबंदी की सफलता के बाद नशामुक्ति की ओर बढ़ चुका है।

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सामने आई स्वाति मालीवाल की मेडिकल रिपोर्ट, शरीर के इन हिस्सों पर चोट के निशान

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नई दिल्ली। दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष और आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के साथ हुई मारपीट के बाद उनका एम्स में मेडिकल टेस्ट कराया गया था, जिसकी रिपोर्ट आ गई हैं। रिपोर्ट देखकर पता चलता है कि स्वाति के शरीर पर चार जगह चोट लगी थी। एम्स की रिपोर्ट में सामने आया है कि स्वाति मालीवाल को ‘बाएं पैर के थाइस’ पर 3×2 सेंटीमीटर के आकार की चोट थी और उनके ‘दाहिनी आंख के नीचे दाहिने गाल’ पर 2×2 सेंटीमीटर आकार की एक और चोट थी।

एम्स के डॉक्टर आनंद गंगदेव द्वारा बनाई गई इस रिपोर्ट में कहा गया है कि मरीज द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक सीएम के आवास पर 13 मई को उनपर परिचित व्यक्ति ने हमला किया था. उन्हें कई बार थप्पड़ मारे गए और उनके सिर पर कठोर वस्तु से हमला किया गया और वह जमीन पर गिर गईं. उनके पेट, पेल्विस और चेस्ट पर पैर से कई बार मारा गया. मरीज फिलहाल जांघ और पेल्विस एरिया में दर्द की शिकायत कर रहा है।

सीएम केजरीवाल के आवास से विभव कुमार गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस ने सीएम केजरीवाल के आवास से विभव कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें सिविल लाइन्स थाने लेकर जाया गया है। दिल्ली पुलिस को पहले ही बिभव कुमार के सीएम हाउस में होने का इनपुट मिला था। सूचना के बाद पुलिस टीम में एसएचओ सिविल लाइंस और एडिशनल डीसीपी नॉर्थ सीएम आवास पर पहुंचे थे। सूचना मिलने के बाद एक गाड़ी सीएम हाउस में पहुंची थी। दिल्ली पुलिस की टीम जब सीएम हाउस पर पहुंची तब वहां पर पहले से ही गेट खुले हुए थे। इस गाड़ी को गेट पर नहीं रोका गया और गाड़ी सीधा सीएम हाउस में चली गई। गाड़ी के लिए पहले से सीएम हाउस में मैसेज था। इसके बाद दिल्ली पुलिस की टीम सीधे सीएम हाउस में गई और फिर वहां से बिभव कुमार को गिरफ्तार कर लिया।

बता दें कि गिरफ्तारी से पहले ही बिभव कुमार ने एक मेल किया था, जिसमें उसने हर जांच के लिए साथ देने की बात कही थी। अपने मेल में बिभव कुमार ने लिखा कि ‘मैं हर जांच में सहयोग को तैयार हूं। मुझे मीडिया के माध्यम से FIR दर्ज होने के बारे में जानकारी हुई। अभी तक मुझे एफआईआर के बाद कोई नोटिस नहीं दिया गया है। मेरी शिकायत पर भी दिल्ली पुलिस संज्ञान ले।’

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