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लाइफ स्टाइल

हेल्दी स्किन चाहते हैं तो इन तेलों का करें इस्तेमाल!

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नई दिल्ली। तेल हमारी त्वचा में चमक बरकरार रखने और उसे स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। जोजोबा और कैंलेंडुला के सत्व वाले तेल आपकी त्वचा पर न केवल चमत्कारी असर दिखाते हैं बल्कि इसे स्वस्थ भी बनाए रखते हैं। बच्चों के लिए पहला टॉक्सिन-फ्री उत्पाद पेश करने वाले होनासा कंज्यूमर प्राइवेट लिमिटेड के ‘मामाअर्थ’ ब्रांड की सह-संस्थापक गजल अलघ ने त्वचा के लिए आवश्यक तेलों के ये फायदे बताए हैं –

  • जोजोबा तेल त्वचा को ज्यादा तेलीय और रूखा होने से बचाता है। जीवाणु रोधी गुण होने के कारण यह त्वचा की जलन और खुजली को भी दूर करता है।
  • यह त्वचा में नमी बरकरार रखता है, जिससे खुजली और रूखापन नहीं होता। यह एक्जिमा को रोकने में मददगार साबित होता है।
  • कैलेंडुला का तेल त्वचा पर प्रभावी रूप से असर कर इसे स्वस्थ रखता है। यह त्वचा में चमक भी लाता है।
  • यह आंखों की रोशनी बढ़ता है और सूजन भी कम करता है।
  • लैवेंडर का तेल सुकून पहुंचाने के साथ ही बढय़िा नींद लाने में कारगर होता है। यह जीवाणुरोधी गुणों वाला होने के कारण बालों से संबंधित कई समस्याओं से निजात दिलाता है।
  • यह रूसी को खत्म कर बालों का झडऩा रोकता है।
  • कैमोमाइल तेल त्वचा को कोमल और स्वस्थ रखता है। यह एक्जिमा, घाव, अल्सर, जल जाने पर, त्वचा में जलन या खुजली होने प्राकृतिक उपचार के तौर पर इस्तेमाल में लाया जा सकता है। इसे निपल की त्वचा फट जाने पर या बच्चों को डायपर पहनने के कारण हो जाने वाले रैशेज या दोनों पर भी लगाया जा सकता है।
  • यह माहवारी के दौरान शरीर में होने वाली ऐंठन या दर्द से भी छुटकारा दिलाता है।
  • यूकेलिप्टस (नीलगिरी) का तेल आपको बीमार कर देने वाले सूक्ष्म-जीवाणुओं और शरीर से हानिकारक पदार्थो को हटाने में कारगर है।
  • यूकेलिप्टस का तेल अस्थमा, ब्रोांकाइटिस, निमोनिया, तपेदिक जैसी बीमारियों के इलाज में भी प्रभावकारी असर दिखाता है।
  • यूकेलिप्टस के तेल में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं, इसलिए यह जल जाने, कट जाने, घाव, खरोंच होने पर इस्तेमाल किया जा सकता है।

महत्वपूर्ण तथ्य : इन तेलों को किसी भी पतले तेल में मिलाकर ही प्रयोग करें, क्योंकि विशुद्ध रूप में इन तेलों का इस्तेमाल करने से त्वचा पर लालिमा पडऩे या जलन होने की आशंका रहती है।

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लाइफ स्टाइल

थका-थका रहता है शरीर, ये हो सकता है कारण; जानें उपाय

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नई दिल्ली। गलत लाइफस्टाइल व दिनभर की भागदौड़ से शरीर का पूरी तरह से थकना तो स्वाभाविक है, लेकिन कभी-कभी अगर कुछ ज्यादा काम न भी हुआ तो भी शरीर थका-थका नजर आने लगता है। ऐसे में आपको अपने लाइफस्टाइल पर ध्यान देने की जरूरत है।

हम यहां बताएंगे कि आप किस तरह से थकान दूर कर सकते हैं।

इन कारणों से होती है थकावट

अगर आप 5 से अधिक कप चाय-कॉफी या फिर कोल्‍ड ड्रिंक्‍स का सेवन करते हैं तो आप पूरे दिन थकावट महसूस करेंगे।

अधिकतर लोग खासतौर पर महिलाएं अपनी डाइट में प्रोटीन, विटामिन-डी3, बी12 आदि की मात्रा कम लेते हैं।

शरीर में इस पोषक तत्‍वों की कमी के कारण भी आपको थकावट महसूस हो सकती है।

अगर आप दिनभर में कम चलते-फिरते हैं और एक्‍सरसाइज नहीं करते हैं तो आपको एक ही स्‍थान पर बैठे-बैठे थकावट महसूस हो सकती है।

ब्‍लड शुगर लेवल में उतार-चढ़ाव आने से भी थकावट महसूस होती है।

अगर आपकी मांसपेशियां कमजोर हैं तो आपको थकान लग सकती है।

थकावट दूर करने के लिए करे ये उपाय

नियमित रूप से पानी में भीगी हुई 2 काली किशमिश जरूर खाएं। इससे आपका शुगर लेवल नियंत्रित रहेगा।

अपनी डाइट में ग्रीन और रेड जूस को शामिल करें।

संभव हो तो रोज खीरा, पुदीना, नारियल पानी को मिक्‍स करके सुबह सबसे पहले इसका जूस पियें।

रेड जूस में आप सेब, चुकंदर, गाजर आदि का रस पी सकते हैं।

यह आपके शरीर को डिटॉक्‍स करेगा और आपको थकान महसूस नहीं होगी।

चाय और कॉफी के स्‍थान पर फलों का सेवन करें।

ऐसे फल खाएं जिनमें विटामिन-सी की मात्रा अधिक हो इससे आपका एनर्जी लेवल हमेशा हाई रहेगा।

आयरन से भरपूर खाना खाएं। इसके लिए आहार में पालक, कद्दू, सीड्स और मीट को शामिल कर सकते हैं।

आसानी से पचने वाला भोजन करें। इसके लिए फर्मेंटेड, स्‍प्राउटेड, सूर्य की रोशनी में ड्राई किया गया आहार खा सकते हैं।

डाइट में प्रोटीन की उचित मात्रा को जरूर शामिल करें।

डिस्क्लेमर: उपरोक्त लेख सिर्फ सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. अपनाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें.

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