Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

बिहार में जीप-बोलेरो की भिड़ंत में 4 की मौत

Published

on

Loading

बिहार में जीप-बोलेरो की भिड़ंत में 4 की मौत

सीवान | बिहार के सीवान जिले के गुठनी थाना क्षेत्र में सोमवार देर रात एक जीप और बोलेरो की सीधी टक्कर में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि नौ अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस के अनुसार, उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के लार थाना क्षेत्र से एक शादी समारोह से कई लोग एक बोलेरो से वापस बिहार के मोहम्मदपुर गांव लौट रहे थे, तभी सेलौर चौराहे के पास विपरीत दिशा से आ रही एक जीप से बोलेरो की टक्कर हो गई। हादसे में घटनास्थल पर ही चार लोगों की मौत हो गई।

गुठनी के थाना प्रभारी विजय कुमार तिवारी ने मंगलवार को बताया कि मृतकों की पहचान मोहम्मदपुर गांव निवासी उमा कामकर, मंटु गौड़, चंदन सिंह व सासारांव गांव निवासी शिव पासी के रूप में की गई है। सभी मृतक बोलेरो में सवार थे।

उन्होंने बताया कि इस हादसे में नौ लोग घायल हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए सीवान के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों में तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

प्रादेशिक

गुजरात बोर्ड परीक्षा में टॉपर रही छात्रा की ब्रेन हैमरेज से मौत, आए थे 99.70 फीसदी अंक

Published

on

Loading

अहमदाबाद। गुजरात बोर्ड की टॉपर हीर घेटिया की ब्रेन हैमरेज से मौत हो गई है। 11 मई को गुजरात माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (GSEB) के नतीजे आए थे। हीर इसके टॉपर्स में से एक थी। उसके 99.70 फीसदी अंक आये थे। मैथ्स में उसके 100 में से 100 नंबर थे। उसे ब्रेन हैमरेज हुआ था। बीते महीने राजकोट के प्राइवेट अस्पताल में उसका ऑपरेशन हुआ था। ऑपरेशन के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। वो घर चली गई, लेकिन क़रीब एक हफ़्ते पहले उसे सांस लेने में फिर दिक़्क़त होने लगी और दिल में भी हल्का दर्द होने लगा।

इसके बाद उसे अस्पताल में ICU में भर्ती कराया गया था। हाॅस्पिटल में एमआरआई कराने पर सामने आया कि हीर के दिमाग का 80 से 90 प्रतिशत हिस्सा काम नहीं कर रहा था। इसके बाद हीर को सीसीयू में भर्ती कराया गया। हालांकि डाॅक्टरों की लाख कोशिशों के बाद ही उसे बचाया नहीं जा सका और 15 मई को हीर ने दम तोड़ दिया। हीर की मौत के बाद परिवार ने मिसाल पेश करते हुए उसकी आंखों और शरीर को डोनेट करने का फैसला किया।

हीर के पिता ने कहा, “हीर एक डॉक्टर बनना चाहती थी। हमने उसका शरीर दान कर दिया ताकि भले ही वह डॉक्टर न बन सके लेकिन दूसरों की जान बचाने में मदद कर सकेगी।

Continue Reading

Trending