Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

दिल्ली में लावारिस हालत में मिली 4 महीने की बच्ची

Published

on

Loading

दिल्ली में लावारिस हालत में मिली 4 महीने की बच्ची

नई दिल्ली | दिल्ली में एक सुनसान इलाके में मंदिर के पास एक चार महीने की बच्ची लावारिस हालत में पाई गई।

पुलिस के मुताबिक, तुगलकाबाद गांव के मंदिर के पुजारी को सुबह करीब आठ बजे बच्ची मिली थी। पुलिस के अनुसार, मंदिर में ही रहने वाले पुजारी संदीप शास्त्री को सुबह ठंड व भूख से रोती बच्ची मिली।

उन्होंने आसपास के लोगों से इस बारे में पूछताछ की और बाद में पुलिस को सूचित किया।

शास्त्री ने आईएएनएस को बताया, “मैंने बच्ची के रोने की आवाज सुनी और मदद के लिए दौड़ा। सौभाग्य से मंदिर के आसपास घूमने वाले कुत्तों ने बच्ची पर हमला नहीं किया था। उसके मां-बाप ने तड़के उसे जंगल में छोड़ दिया होगा।”

बच्ची को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के शिशु देखभाल केंद्र में दाखिल कराया गया है।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “वह स्वस्थ है। हम उसके लिए किसी एनजीओ की मदद लेना चाहते हैं।”

अधिकारी ने कहा, “पुलिस मामले की जांच कर रही है और उसके मां-बाप की खोजबीन कर रही है। एक टीम बच्ची की मां का पता लगाने के लिए उसकी तस्वीर लेकर आसपास के इलाकों में पूछताछ कर रही है।”

नेशनल

जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

Published

on

Loading

वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

Continue Reading

Trending