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आंध्र रेल हादसा : 41 की मौत, एनआईए घटनास्थल पर पहुंची
विजयनगरम | आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले में शनिवार देर रात हुई रेल दुर्घटना में मरने वालों की संख्या सोमवार को बढ़कर 41 हो गई है। हादसे के पीछे किसी साजिश का पता लगाने के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और अपराध जांच विभाग (सीआईडी) की टीमों ने सोमवार को घटनास्थल का दौरा किया। पुलिस के अनुसार, जगदलपुर-भुवनेश्वर हीराखंड एक्सप्रेस के बेपटरी हुए डिब्बों में एक से सोमवार को दो अन्य शव बरामद किए गए।
दुर्घटना शनिवार रात 11.30 बजे ओडिशा के रायगड़ा जिले से 24 किलोमीटर दूर कुनेरू स्टेशन के पास हुई। ट्रेन छत्तीसगढ़ के जगदलपुर से ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर जा रही थी।
अधिकारियों ने बताया कि रेल के नौ डिब्बों के बेपटरी हो जाने से 68 लोग घायल हुए हैं, जिनका आंध्र प्रदेश और ओडिशा के अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
घटना के पीछे किसी तरह की साजिश का पता लगाने के लिए एनआईए की टीम सोमवार को घटनास्थल पर पहुंची।
एनआईए पहले से ही उत्तर प्रदेश के कानपुर के पास इंदौर-पटना एक्सप्रेस के बेपटरी होने के पीछे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज एजेंसी (आईएसआई) की कथित भूमिका की जांच कर रही है, जिसमें 150 लोगों मौत हो गई थी।
आंध्र प्रदेश के सीआईडी की टीम ने भी सोमवार को घटनास्थल का दौरा किया। सीआईडी अधिकारियों में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक द्वारका तिरुमाला राव और पुलिस महानिरीक्षक अमित गर्ग भी शामिल थे।
अधिकारियों ने हादसे के पीछे किसी साजिश की आशंका से इनकार नहीं किया है, क्योंकि हादसा जिस इलाके में हुआ, वह नक्सलियों का गढ़ माना जाता है।
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जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।
इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।
चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।
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