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पहाड़ों पर भारी बर्फबारी से भीषण ठंड से बेहाल उत्तर भारत
नई दिल्ली। बीते पांच दिनों में पहाड़ी राज्यों में हुई भारी बर्फबारी के बाद बर्फीली हवाओं के चलने से मैदानी भागों में ज्यादातर जगहों पर तापमान में कमी आई है। उत्तर भारत के इलाकों में गुरुवार को शीतलहर का असर तेज हो गया। जम्मू एवं कश्मीर में भी शीतलहर का तेज असर जारी है। श्रीनगर में न्यूनतम तापमान शून्य से 4.1 डिग्री सेल्सियस नीचे और अधिकतम तापमान 6.2 डिग्री दर्ज किया गया।
मौसम विभाग ने कहा कि शुष्क मौसम के अगले 48 घंटों के बने रहने के दौरान रात के तापमान में आगे और गिरावट आ सकती है। पहलगाम में न्यूनतम तापमान में शून्य से 12.4 डिग्री सेल्सियस की कमी आई और गुलमर्ग में यह शून्य से 13 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।
हिमाचल प्रदेश के पर्यटक केंद्र शिमला और मनाली में भारी ठंड रही। यहां न्यूनतम तापमान क्रमश: शून्य से 3.2 डिग्री और 6.6 डिग्री नीचे दर्ज किया गया। मनाली का अधिकतम तापमान 2.8 डिग्री रहा जो सामान्य से आठ डिग्री नीचे रहा। पंजाब का अमृतसर मैदानी भागों में सबसे ठंडा स्थान रहा। यहां न्यूनतम तापमान 0.9 डिग्री और अधिकतम 17.6 डिग्री दर्ज किया गया। लुधियाना और पटियाला में यह क्रमश: 1.6 डिग्री और 2.7 डिग्री दर्ज किया गया। यह सामान्य से 4 डिग्री कम रहा।
चंडीगढ़ में भी लोगों को न्यूनतम तापमान के 2.4 डिग्री होने से कड़ी ठंड का सामना पड़ा। यहां तापमान सामान्य से दो डिग्री कम रहा। यह अधिकतम तापमान 16.1 डिग्री रहा। शहर और आसपास के इलाकों में बर्फीली हवाओं का कहर जारी है। पंजाब में चार फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनावों के नामांकन का बुधवार को पहला दिन होने के कारण उम्मीदवारों और समर्थकों को तेज हवाओं का सामना करना पड़ा।
पड़ोसी राज्य उत्तराखंड में बर्फबारी होने के कारण उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में शीत लहर के कारण बुधवार को ठंड में बढ़ोतरी हुई। लखनऊ के सुबह के तापमान में 8 डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की गई। एक अधिकारी ने बुधवार को कहा कि ठंड के कारण सभी स्कूलों को राजधानी में 15 जनवरी तक बंद रखने को कहा गया है।
ठंड की वजह से राजस्थान के भागों में भी न्यूनतम तापमान में कमी आई है। माउंट आबू में तापमान शून्य से 2.4 डिग्री नीचे रहा। चुरु मैदानी इलाकों में सबसे ठंडा रहा। जयपुर में न्यूनतम तापमान 3.8 डिग्री सेल्सियम रहा, यह सामान्य से 5 डिग्री नीचे रहा।
दिल्ली में पारा तेजी से लुढक़ा
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गुरुवार सुबह धुंध छाई रही। यहां न्यूनतम तापमान सामान्य से चार डिग्री कम 3.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, “आज आंशिक बदली छाई रहेगी। दिनभर हल्की धुंध रह सकती है।” राजधानी में अधिकतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है। सुबह 8.30 बजे वायुमंडल में आद्र्रता 100 फीसदी जबकि दृश्यता 800 मीटर रही।
यहां अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम 17.2 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम 4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
दिल्ली और उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में घने कोहरे की वजह से कुल 26 रेलगाडिय़ां निर्धारित समय से देरी से चल रही हैं। आईएमडी अधिकारी के मुताबिक, “कोहरे की वजह से आठ रेलगाडियों के समय में फेरबदल किया गया है जबकि सात रेलगाडिय़ां रद्द कर दी गई हैं।”
एमपी में भी भीषण ठंड
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल सहित राज्य के अन्य हिस्सों में गुरुवार को शीतलहर ने ठिठुरन बढ़ा दी। मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटों में कोहरे और शीतलहर का असर बने रहने की संभावना जताई है।
पहाड़ी इलाकों में हुई बर्फबारी से राज्य में शीतलहर का असर बढ़ गया है। गुरुवार सुबह कोहरा छाने के साथ ठंड रही। राज्य में शीतलहर के चलने से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है, राज्य में सबसे ठंडा ग्वालियर रहा, जहां न्यूनतम तापमान तीन डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटों में चंबल, ग्वालियर, भोपाल, सागर, रीवा संभाग में शीतलहर का असर बढऩे का अनुमान जताया है। वहीं कई स्थानों पर कोहरा छाने की संभावना है। राज्य के अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। गुरुवार को भोपाल का न्यूनतम तापमान 4.9 डिग्री सेल्सियस, इंदौर का 7.3 डिग्री सेल्सियस, ग्वालियर का तीन डिग्री सेल्सियस और जबलपुर का न्यूनतम तापमान 6.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
नेशनल
जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।
इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।
चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।
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