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लाइफ स्टाइल

कितने बुरे हैं आपके बॉस?

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कितने बुरे हैं आपके बॉस?

न्यूयॉर्क | बुरे बॉस अपने कर्मचारियों के तनाव को बढ़ाने में खास भूमिका निभाते हैं। यह दो तरह के हो सकते हैं ‘खराब’ जिनका व्यवहार विनाशकारी होता है या ‘बेकार’ जो अपने कार्य में खुद ही बहुत अच्छे नहीं होते। एक शोध में शोधकर्ताओं ने यह वर्गीकरण किया है। अमेरिका के बिंघमटन विश्वविद्यालय के सेथ एम. स्पेन ने कहा, “बेकार बॉस आपको हानि नहीं पहुंचाना चाहते। कौशल के आभाव या अन्य व्यक्तित्व की कमियों के कारण वे अपने कार्य में बहुत अच्छे नहीं होते। इसी वजह से हम उन्हें बेकार कहते हैं।”

स्पेन ने कहा, “दूसरी तरफ खराब बॉस अपने विनाशकारी व्यवहार से खुद की तरक्की के लिए दूसरों को नुकसान पहुंचाते है।”

इस तरह के बॉस का तीन मानकों धूर्तता, अहंकार और मनोरोग पर मूल्यांकन किया गया।

स्पेन ने कहा, “खराब मालिक वे हैं जो दूसरे के कष्ट और परेशानियों का आनंद उठाते हैं। इसके मायने हैं कि वह दैनिक जीवन में लोगों को परेशान और अपमानित कर रहे हैं।”

अध्ययन में पाया गया कि टीम का बॉस एक लेंस की तरह होता है जिससे लोग अपने कार्य अनुभव को देखते हैं। ऐसे में इस तरह के बेकार या खराब बॉस कर्मचारियों के तनाव का एक बड़ा कारण हो सकते हैं।

यह अध्ययन खराब मालिकों के वर्गीकरण और व्यवहार की पहचान के लिए किया गया जिससे कार्यस्थल पर तनाव में कमी लाने में मदद मिल सके।

स्पेन ने कहा, “हम मानते हैं कि ये बातें कर्मचारी विकास और करियर उन्नति के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं।”

शोध का प्रकाशन ‘जर्नल रिसर्च इन आक्यूपेशनल स्ट्रेस एंड वेल-बीइंग’ में हुआ है।

योग एवं आयुर्वेद

ये वर्कआउट्स डिप्रेशन से लड़ने में हैं मददगार, मूड को रखते हैं हैप्पी  

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नई दिल्ली। भागमभाग वाली जीवनशैली, काम का बोझ, खानपान व अन्य तनावों के चलते आजकल लोग डिप्रेशन में आ जाते हैं, जिसके चलते कभी-कभी हादसे भी हो जाते हैं। डिप्रेशन से लड़ने में कई वर्कआउट्स काफी मददगार साबित हो सकते हैं। तो आइए जानते हैं, डिप्रेशन में किस तरह के वर्कआउट्स फायदेमंद हैं-

  1. रनिंग

रनिंग करने से बॉडी में डोपामाइन और सेरोटोनिन जैसे हॉर्मोन्स का सिक्रिशन होता है और कोर्टिसोल का लेवल घटता है जो स्ट्रेस बढ़ाने वाला हॉर्मोन होता है। तनाव की स्थिति में ये हॉर्मोन ज्यादा बनने लगता है, तो रनिंग इसे कम करने में प्रभावी है। रनिंग से मसल्स बनने के साथ ही हार्ट व ब्रेन भी हेल्दी रहता है।

  1. वेट लिफ्टिंग

वेट लिफ्टिंग के जरिए भी हल्के-फुल्के तनाव और अवसाद के लक्षणों से निपटा जा सकता है। वेट ट्रेनिंग के दौरान पूरा फोकस हाथों और शरीर पर होता है बाकी दूसरी चीज़ों पर ध्यान ही नहीं जाता। वेट लिफ्टिंग से मसल्स टोन्ड और स्ट्रॉन्ग होती है। ओवरऑल बॉडी फिट नजर आती है।

  1. योगा

बिना दौड़भाग के की जाने वाली बहुत ही बेहतरीन फिजिकल एक्टिविटी है योगा। तरह-तरह के शारीरिक मुद्राएं, ब्रीदिंग एक्सरसाइज और मेडिटेशन शरीर के साथ आपके दिमाग पर भी काम करती हैं। तनाव दूर करने के लिए मेडिटेशन का सुझाव एक्सपर्ट्स भी देते हैं। योग के महज 1/2 घंटे के अभ्यास से ही आपको अच्छा फील होगा।

  1. धूप का सेवन

धूप का सेवन तनाव, चिंता और अवसाद को दूर रखने में मददगार होता है। धूप से बॉडी में सेरोटोनिन का प्रोडक्शन होता है जो मूड को हैप्पी रखता है।

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डिस्क्लेमर: उक्त लेख सिर्फ सूचना मात्र हैं। अपनाने से पहले विशेषज्ञों की सलाह अवश्य लें।

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