Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

ट्रंप ने उपराष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, राष्ट्रपति पद के सहायक नामित किए

Published

on

Loading

ट्रंप ने उपराष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, राष्ट्रपति पद के सहायक नामित किए

न्यूयॉर्क | अमेरिका के भावी राष्ट्रपति के तौर पर निर्वाचित डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को कैथलीन ट्रोइया मैक्फार्लैड को भावी उपराष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और डोनाल्ड एफ. मैक्गॉन को राष्ट्रपति व व्हाइट हाउस का सहायक नामित किया है। इन नियुक्तियों की घोषणा न्यूयॉर्क में राष्ट्रपति के ट्रांजिशन कार्यालय ने की। हालांकि इस दौरान वह थैंक्सगिविंग डे के अवकाश के लिए फ्लोरिडा में थे।

मैक्फार्लैड की नियुक्ति के लिए सीनेट की मंजूरी लेनी आवश्यक नहीं है। वह सेवानिवृत्त जनरल माइकल फ्लायन के तहत कामकाज करेंगी। माइकल को ट्रंप ने अपने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के रूप में चुना है और इस पद के लिए कांग्रेस (अमेरिकी संसद) की मंजूरी लेना आवश्यक है।

मौजूदा समय में कैथलीन फॉक्स न्यूज टेलीविजन नेटवर्क की सुरक्षा विश्लेषक हैं।

इस संदर्भ में जारी बयान में ट्रंप ने कैथरीन के बेहतरीन अनुभव और उनकी सहज प्रतिभा का हवाला दिया है।

वहीं, दूसरी ओर मैक्गॉन वाशिंगटन की कानूनी फर्म में साझेदार रहे हैं। उन्होंने चुनावी प्रचार के दौरान ट्रंप के सलाहकार के रूप में काम किया है।

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का बयान, ‘पाकिस्तान के इस सैन्य तानाशाह को कब्र से निकालकर फांसी पर लटकाना चाहिए’

Published

on

Loading

नई दिल्ली। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने नेशनल असेंबली में एक बहस के दौरान कहा कि संविधान को निरस्त करने के लिए अयूब खान के शव को कब्र से निकालकर उसको फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अयूब खान ने संविधान को रद्द करने का जो काम किया था, उसके लिए उनको कभी माफ नहीं किया जा सकता है। आसिफ ने ये कमेंट असेंबली में विपक्ष के नेता और अयूब खान के पोते उमर अयूब खान से बहस के दौरान किया। उमर ने सेना की पिछले सप्ताह की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर सवाल उठाते हुए फौज के राजनीति में हस्तक्षेप पर एतराज जताया था। इसके बाद जवाब में ख्वाजा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।

इससे पहले उमर अयूब खान ने कहा कि संविधान के अनुसार सुरक्षा एजेंसियां राजनीति में शामिल नहीं हो सकती हैं। उन्होंने संविधान के विभिन्न अनुच्छेदों का हवाला देते हुए कहा कि सैन्य अधिकारियों की शपथ उन्हें राजनीति में हस्तक्षेप करने की इजाजत नहीं देती। उन्होंने कहा ‘‘सुरक्षा संस्थानों को संविधान के अनुसार, राजनीति में शामिल नहीं होना चाहिए। यह संवाददाता सम्मेलन नहीं होना चाहिए था।’’ उन्होंने अनुच्छेद छह का हवाला देते हुआ कहा कि संविधान को निरस्त करना दंडनीय देशद्रोह है जिसके लिए मौत की सजा तय है। उन्होंने आग्रह किया कि सभी संस्थानों को संवैधानिक सीमाओं के भीतर रहना चाहिए।

रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा कि अयूब खान संविधान का उल्लंघन करने वाले पहले व्यक्ति थे और उन्हें अनुच्छेद छह का सामना करने वाला भी पहला व्यक्ति होना चाहिए। रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा, “देश में पहला मार्शल लॉ लागू करने वाले झूठे फील्ड मार्शल अयूब खान के शरीर को भी (अनुच्छेद 6 के अनुसार) खोदकर निकाला जाना चाहिए और फांसी दी जानी चाहिए।”

Continue Reading

Trending