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आतंकवाद का केंद्र भारत के नजदीक, मगर पदचिह्न् वैश्विक : जयशंकर

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विदेश सचिव एस. जयशंकर पणजी,  भारत के विदेश सचिव एस. जयशंकर ने शनिवार को पाकिस्तान पर हमला बोलते हुए कहा कि आतंकवाद का केंद्र भले ही भारत के नजदीक है, लेकिन इसके पदचिह्न् विश्वभर में मौजूद है। जयशंकर ने भारत-रूस द्विपक्षीय सम्मेलन से इतर एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आज कोई भी देश आतंकवाद को नजरअंदाज नहीं कर सकता।

जयशंकर ने कहा, “आतंकवाद केवल भारत के लिए समस्या नहीं है। इसका केंद्र भले ही भारत के नजदीक हो, लेकिन इस केंद्र की गतिविधियां विश्वभर में फैली हुई हैं।”

उन्होंने कहा, “ब्रिक्स की परिकल्पना एक वैश्विक समूह के रूप में की गई थी। इसका हर सदस्य दुनिया के एक अलग हिस्से में मौजूद है। कभी-कभी लोग कहते हैं कि वे अलग देश हैं, लेकिन वैश्विक मुद्दों के मामले में वे एकजुट हैं।”

जयशंकर ने कहा कि यह देखते हुए कि “प्रारंभिक वर्षों में, वैश्विक मुद्दे मुख्य रूप से विकास के मुद्दे, आर्थिक मुद्दे, अंतर्राष्ट्रीय प्रणाली की प्रकृति से संबंधित मुद्दे थे”, ब्रिक्स ने “कभी भी राजनीतिक मुद्दों से गुरेज नहीं किया।”

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जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

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वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

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