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प्रादेशिक

महाराष्ट्र मंत्रिमंडल में 10 नए मंत्री शामिल

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महाराष्ट्र मंत्रिमंडल में 10 नए मंत्री शामिल

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महाराष्ट्र मंत्रिमंडल में 10 नए मंत्री शामिलमुंबई| महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को पांच कैबिनेट मंत्रियों व पांच राज्य मंत्रियों को मंत्रालय में शामिल किया और एक राज्य मंत्री को पदोन्नत कर कैबिनेट में जगह दी। राज्यपाल सी.वी.राव ने फडणवीस एवं उनके कैबिनेट सहयोगियों व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में 10 मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।

शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे विधान भवन परिसर में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह से नदारद रहे।

नए कैबिनेट मंत्रियों में पांडुरंग फुंडकर, जयकुमार रावल, संभाजी पाटिल-निलंगेकर, सुभाष देशमुख और महादेव जानकर शामिल हैं।

राज्य मंत्रियों में अर्जुन खोटकर, रवींद्र चव्हाण, मदन येरावर, गुलाबराव पाटिल एवं सदाशिव खोट शामिल हैं।

गृह राज्यमंत्री राम शिंदे को पदोन्नति दी गई है।

कैबिनेट में शामिल नए मंत्रियों में से छह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) दो शिवसेना और दो सहयोगी दलों से हैं।

इन नए मंत्रियों के बाद फडणवीस की कैबिनेट में 39 मंत्री हो गए हैं।

प्रादेशिक

गुजरात बोर्ड परीक्षा में टॉपर रही छात्रा की ब्रेन हैमरेज से मौत, आए थे 99.70 फीसदी अंक

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अहमदाबाद। गुजरात बोर्ड की टॉपर हीर घेटिया की ब्रेन हैमरेज से मौत हो गई है। 11 मई को गुजरात माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (GSEB) के नतीजे आए थे। हीर इसके टॉपर्स में से एक थी। उसके 99.70 फीसदी अंक आये थे। मैथ्स में उसके 100 में से 100 नंबर थे। उसे ब्रेन हैमरेज हुआ था। बीते महीने राजकोट के प्राइवेट अस्पताल में उसका ऑपरेशन हुआ था। ऑपरेशन के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। वो घर चली गई, लेकिन क़रीब एक हफ़्ते पहले उसे सांस लेने में फिर दिक़्क़त होने लगी और दिल में भी हल्का दर्द होने लगा।

इसके बाद उसे अस्पताल में ICU में भर्ती कराया गया था। हाॅस्पिटल में एमआरआई कराने पर सामने आया कि हीर के दिमाग का 80 से 90 प्रतिशत हिस्सा काम नहीं कर रहा था। इसके बाद हीर को सीसीयू में भर्ती कराया गया। हालांकि डाॅक्टरों की लाख कोशिशों के बाद ही उसे बचाया नहीं जा सका और 15 मई को हीर ने दम तोड़ दिया। हीर की मौत के बाद परिवार ने मिसाल पेश करते हुए उसकी आंखों और शरीर को डोनेट करने का फैसला किया।

हीर के पिता ने कहा, “हीर एक डॉक्टर बनना चाहती थी। हमने उसका शरीर दान कर दिया ताकि भले ही वह डॉक्टर न बन सके लेकिन दूसरों की जान बचाने में मदद कर सकेगी।

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