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मधुमेह को काबू कर सकता है योग : मोदी

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मधुमेह को काबू कर सकता है योग : मोदी

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मधुमेह को काबू कर सकता है योग : मोदी

चंडीगढ़| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि योग अगर मधुमेह को जड़ से नहीं उखाड़ सकता तो कम से कम इस पर नकेल अवश्य कस सकता है। यहां दूसरे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर उमड़े योगार्थियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे देश में मधुमेह की समस्या का सामना करने के लिए जनांदोलन की शुरुआत योग के जरिए होनी चाहिए। मोदी ने योगार्थियों से अगले साल होने वाले तीसरे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस से पूर्व मधुमेह विषय पर तव्वजो देने की अपील की।

मोदी ने कहा, “यह पूरे साल का मुख्य मुद्दा होना चाहिए। मधुमेह के मामलों की संख्या बढ़ रही है। मुझे नहीं मालूम की मधुमेह को योग के जरिये जड़ समेत उखाड़ा जा सकता है या नहीं, लेकिन इससे इस पर काबू यकीनन पाया जा सकता है।”
उन्होंने कहा, “हम बेहतर स्वास्थ्य सुनिश्चित करने के लिए हर साल एक नई बीमारी पर चर्चा कर सकते हैं।”

नेशनल

जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

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वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

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