Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

अफ्रीकियों के खिलाफ हमले पर राजनाथ, जंग से बात की: सुषमा

Published

on

Loading

85464-sushma111

नई दिल्ली। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने रविवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी के विभिन्न इलाकों में अफ्रीकी समुदाय के खिलाफ हमलों की रपटों पर उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग से बात की है। सुषमा ने एक ट्वीट में कहा, “मैंने दक्षिण दिल्ली में अफ्रीकी समुदाय के लोगों के साथ हुई घटनाओं के संदर्भ में कल (शनिवार) राजनाथ सिंह और दिल्ली के उपराज्यपाल से बात की है। उन्होंने मुझे आश्वस्त किया है कि दोषियों के खिलाफ जल्द कार्रवाई की जाएगी।

बकौल सुषमा, “जिन इलाकों में अफ्रीकी नागरिक रहते हैं, वहां जल्द ही लोगों को इनके प्रति संवेदनशील बनाने के लिए अभियान चलाए जाएंगे। दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में अफ्रीकी नागरिकों पर हमले के चार मामले दर्ज किए हैं, हालांकि पुलिस का कहना है कि ये हमले नियोजित नहीं थे और न ही इनकी प्रकृति नस्लीय है। पुलिस के अनुसार, सभी चारों घटनाएं गुरुवार को दक्षिण दिल्ली के महरौली इलाकों में दर्ज की गई, जहां करीब 300 अफ्रीकी नागरिक रहते हैं।

नेशनल

जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

Published

on

Loading

वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

Continue Reading

Trending