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प्रादेशिक

पटना के होटल में शराब पीते 7 गिरफ्तार

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7 arrested in Patna drink

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7 arrested in Patna drink

पटना| बिहार की राजधानी पटना के गांधी मैदान थाना क्षेत्र के एक होटल के कमरे में सात लोगों को शराब पीते हुए पुलिस ने मंगलवार रात गिरफ्तार किया। गिरफ्तार लोगों में से छह गुजरात के सूरत के रहने वाले हैं और एक व्यक्ति उत्तर प्रदेश के कानपुर का रहने वाला है। पुलिस के अनुसार, गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने पनाश होटल के कमरा संख्या 308 में छापेमारी कर अंग्रेजी शराब पीते सात लोगों को को गिरफ्तार किया। इस कमरे से शराब की एक बोतल और शराब की दो खाली बोतलें बरामद की गई हैं।

गिरफ्तार किए गए लोगों में से छह गुजरात के जबकि एक व्यक्ति उत्तर प्रदेश के कानुपर के व्यवसायी हैं, जो पटना किसी शादी समारोह में शामिल होने आए थे। ये सभी व्यवसायी मुंबई में इकट्ठे हुए थे और वहीं शराब खरीद ली थी। पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनु महाराज ने बताया कि पुलिस गिरफ्तार लोगों से पूछताछ कर रही है। उन्होंने बताया कि होटल प्रबंधन के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। उल्लेखनीय है कि बिहार में शराब का निर्माण, बिक्री या इसे पीना प्रतिबंधित है।

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गुजरात बोर्ड परीक्षा में टॉपर रही छात्रा की ब्रेन हैमरेज से मौत, आए थे 99.70 फीसदी अंक

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अहमदाबाद। गुजरात बोर्ड की टॉपर हीर घेटिया की ब्रेन हैमरेज से मौत हो गई है। 11 मई को गुजरात माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (GSEB) के नतीजे आए थे। हीर इसके टॉपर्स में से एक थी। उसके 99.70 फीसदी अंक आये थे। मैथ्स में उसके 100 में से 100 नंबर थे। उसे ब्रेन हैमरेज हुआ था। बीते महीने राजकोट के प्राइवेट अस्पताल में उसका ऑपरेशन हुआ था। ऑपरेशन के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। वो घर चली गई, लेकिन क़रीब एक हफ़्ते पहले उसे सांस लेने में फिर दिक़्क़त होने लगी और दिल में भी हल्का दर्द होने लगा।

इसके बाद उसे अस्पताल में ICU में भर्ती कराया गया था। हाॅस्पिटल में एमआरआई कराने पर सामने आया कि हीर के दिमाग का 80 से 90 प्रतिशत हिस्सा काम नहीं कर रहा था। इसके बाद हीर को सीसीयू में भर्ती कराया गया। हालांकि डाॅक्टरों की लाख कोशिशों के बाद ही उसे बचाया नहीं जा सका और 15 मई को हीर ने दम तोड़ दिया। हीर की मौत के बाद परिवार ने मिसाल पेश करते हुए उसकी आंखों और शरीर को डोनेट करने का फैसला किया।

हीर के पिता ने कहा, “हीर एक डॉक्टर बनना चाहती थी। हमने उसका शरीर दान कर दिया ताकि भले ही वह डॉक्टर न बन सके लेकिन दूसरों की जान बचाने में मदद कर सकेगी।

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