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अन्तर्राष्ट्रीय

खाद्यान्न उत्पादन में 2016 में बदलाव नहीं : एफएओ

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खाद्यान्न उत्पादन में 2016 में बदलाव नहीं : एफएओ

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खाद्यान्न उत्पादन में 2016 में बदलाव नहीं : एफएओ

संयुक्त राष्ट्र| वैश्विक खाद्यान्न उत्पादन 2016 में गत वर्ष के मुकाबले मामूली 0.2 फीसदी अधिक 252.1 करोड़ टन रहने का अनुमान है, जो तीसरा रिकार्ड वैश्विक उत्पादन होगा। यह बात संयुक्त राष्ट्र के एक प्रवक्ता ने कही। संयुक्त राष्ट्र के उप प्रवक्ता फरहान हक ने कहा, “खाद्यान्नों के विशाल भंडार और कमजोर वैश्विक मांग की वजह से कम से कम एक साल और खाद्यान्नों की मांग की स्थिति जस-की-तस रहने की उम्मीद है।”

प्रवक्ता ने नए वर्ष के लिए खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) के प्रथम अनुमान के हवाले से ये बातें कही। उन्होंने कहा कि दुग्ध उत्पादों के मूल्यों में आई गिरावट पर चीन और ताड़ के तेल के मूल्यों में हुई वृद्धि के भारी पड़ने से समग्र सूचकांक में फरवरी के मुकाबले एक फीसदी वृद्धि दर्ज की गई है।

मार्च का सूचकांक औसत रूप से 2016 में उच्चतम स्तर पर है, लेकिन गत वर्ष के मुकाबले करीब 12 फीसदी नीचे है। एफएओ के प्रथम अनुमान के मुताबिक, दुनियाभर में गेहूं की उपज कम रहने के अनुमान के कारण खाद्यान्नों की उपज थोड़ी कम रहने का अनुमान है। इस वर्ष गेहूं की उपज करीब 71.27 करोड़ टन रहने का अनुमान है, जो 2015 के मुकाबले करीब दो करोड़ टन कम होगी।

गेहूं की उपज घटने का मुख्य कारण रूस और यूक्रेन में सूखे मौसम की वजह से अपेक्षाकृत कम बुआई होना बताया गया है। इस दौरान मोटे अनाज का वैश्विक उत्पादन साल-दर-साल आधार पर 1.1 करोड़ टन अधिक 131.3 करोड़ टन रहने का अनुमान जताया गया है। रिपोर्ट में चावल का वैश्विक उत्पादन गत दो साल कम रहने के बाद इस साल एक फीसदी बढ़कर 49.5 करोड़ टन होने का अनुमान जताया गया है। खाद्यान्नों का वैश्विक व्यापार 2016-17 में हालांकि लगातार दूसरे साल घटेगा। यह 1.4 फीसदी घटकर 36.5 करोड़ टन रहने का अनुमान है।

अन्तर्राष्ट्रीय

इब्राहिम रईसी के निधन पर शोक पीएम मोदी ने जताया शोक, कहा- दुःख की इस घड़ी में भारत ईरान के साथ खड़ा है

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के निधन पर शोक जताया है। इब्राहिम रईसी की रविवार को को एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई थी। पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा, इस्लामी गणतंत्र ईरान के राष्ट्रपति डॉ. सैयद इब्राहिम रायसी के निधन से मुझे गहरा दुख और सदमा लगा है। भारत-ईरान द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। उनके परिवार और ईरान के लोगों के प्रति मेरी संवेदना है। दुख की इस घड़ी में भारत ईरान के साथ खड़ा है।

बता दें कि अजरबैजान के घने और पहाड़ी इलाके में रविवार को राष्ट्रपति का विमान क्रैश हो गया था। इसके बाद ईरान की सेना ने हेलीकॉप्टर की तलाश में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया, जिसमें विमान का मलबा मिल गया। हालांकि, दुर्घटनास्थल पर जीवन के कोई संकेत नहीं मिले हैं। रॉयटर्स की रिपोर्ट्स के मुताबिक, हेलीकॉप्टर दुर्घटना के बाद राष्ट्रपति रईसी के जीवित होने की उम्मीदें न के बराबर हैं।

बता दें कि अजरबैजान के जंगल में खराब मौसम की वजह से इब्राहिम रईसी के विमान की आपात लैंडिंग कराई गई थी, जिससे हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद ईरान की जांच एजेंसियों को विमान का मलबा मिला। इसके बाद ईरानी मीडिया ने हेलीकॉप्टर हादसे में राष्ट्रपति और विदेश मंत्री की मौत की पुष्टि की। ईरानी रेड क्रिसेंट प्रमुख ने बताया कि बचाव टीमें दुर्घटनास्थल पर पहुंच चुकी हैं। इस हादसे में विमान का पूरा केबिन जलकर राख हो गया, जिसमें किसी के जिंदा होने के निशान नहीं मिले हैं। इस बीच ईरानी न्यूज एजेंसी ने बताया कि हादसे में किसी के बचने की कोई उम्मीद नहीं है, क्योंकि राष्ट्रपति का चॉपर पूरी तरह से तबाह हो गया।

ईरान के प्रेस टीवी के अनुसार, रेस्क्यू दल ने ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के हेलीकॉप्टर का पता लगा लिया है। दुर्घटनास्थल पर किसी भी जीवित व्यक्ति का कोई सुराग नहीं मिला है। आपको बता दें कि राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी पूर्वी अजरबैजान के दौरे गए थे। वे अपने विमान से राजधानी तेहरान लौट रहे थे, तभी उत्तर-पश्चिम में अजरबैजान देश की सीमा से सटे जुल्फा शहर के पास हादसा हो गया। उनके साथ हेलीकॉप्टर में विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन, पूर्वी अजरबैजान प्रांत के गवर्नर और अन्य अधिकारी मौजूद थे।

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