नेशनल
स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी की महत्वपूर्ण घोषणाएं
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता की 69वीं वर्षगांठ के मौके पर अपने भाषण में निम्नलिखित घोषणाएं कीं-
– 18,500 गावों में अगले 1,000 दिनों के अंदर बिजली पहुंचाई जाएगी।
– सरकार मौजूदा 44 श्रम कानूनों को जनता की सुविधा के लिए चार कानूनों मे परिणत करेगी।
– 50,000 करोड़ रुपये की लागत वाली प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना शुरू की जाएगी।
– कृषि मंत्रालय को कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय में परिणत किया जाएगा।
– युवा उद्योगपतियों को प्रोत्साहन देने के लिए ‘स्टार्ट-अप इंडिया’ पहल की जाएगी।
– वन रैंक वन पेंशन को सैद्धांतिक रूप से मंजूर कर लिया गया है, क्रियान्वयन के लिए हितधारकों के साथ मिल कर इस पर काम हो रहा है।
– प्रधानमंत्री जन धन योजना के माध्यम से वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए 17 करोड़ बैंक खाते खोले गए हैं।
– प्रत्यक्ष हस्तांतरण योजना से एलपीजी सब्सिडी के 15,000 करोड़ रुपये की राशि की बचत हुई है।
– राज्य सरकारों की मदद से सभी स्कूलों में शौचालय का वादा लगभग पूरा हो चुका है।
– राजग सरकार के सत्ता में आने के बाद भ्रष्टाचार के मामलों में सीबीआई जांच के मामले 1,800 हो चुके हैं, जबकि इससे पहले सीबीआई के पास 800 मामले ही आए थे।
– 1.25 लाख बैंक शाखाएं कम से कम एक दलित या आदिवासी व्यवसायी और कम से कम एक महिला व्यवसायी को प्रोत्साहन देंगी।
– वर्ष 2022 तक देश में हर किसी के पास मकान और बिजली जैसी मूलभूत सुविधाएं होंगी।
नेशनल
जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।
इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।
चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।
-
लाइफ स्टाइल13 hours ago
गर्मियों में रोजाना मूली खाने से होंगे कई फायदे, आज ही करें डाइट में शामिल
-
नेशनल3 days ago
केजरीवाल ने किया 10 गारंटियों का एलान- 24 घंटे मुफ्त बिजली, सभी बच्चों को मुफ्त शिक्षा का वादा
-
नेशनल2 days ago
बाराबंकी के हैदरगढ़ में बोले CM योगी- ये चुनाव रामभक्तों और रामद्रोहियों के बीच
-
नेशनल3 days ago
तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल में बम बनाने को एक कुटीर उद्योग बना दिया है : पीएम मोदी
-
मनोरंजन3 days ago
आ गई ‘बॉर्डर 2’ की रिलीज डेट, सनी देओल के साथ आयुष्मान खुराना भी आएंगे नजर
-
नेशनल2 days ago
अखिलेश यादव ने दी बीजेपी को चेतावनी, कहा- वोट डालने से किसी को रोका तो
-
उत्तर प्रदेश3 days ago
पीएम मोदी के नामांकन से पहले अमित शाह और सीएम योगी पहुंचे वाराणसी, तैयारियों का लिया जायजा
-
नेशनल2 days ago
‘जल्द करनी पड़ेगी शादी’, राहुल गांधी ने मंच से किया एलान