Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मनोरंजन

स्मिथ को ‘आफ्टर अर्थ’ की असफलता ने तोड़ा

Published

on

Loading

हॉलीवुड अभिनेता विल स्मिथ का कहना है कि उनकी फिल्म ‘आफ्टर अर्थ’ की असफलता ने उन्हें प्रभावित किया, लेकिन अब अपनी नई फिल्म ‘फोकस’ की वजह से वह फिर चर्चा में हैं। वेबसाइट ‘पीपुल डॉट कॉम’ ने स्मिथ के हवाले से कहा, “मेरे लिए यह फिल्म वास्तव में मेरी जिंदगी, भावनात्मक रूप से और मेरे करियर में परिवर्तन काल का प्रतीक है।”

स्मिथ ने कहा, “फिल्म ‘आफ्टर अर्थ’ की असफलता के बाद मेरे दिमाग में टूटन घर कर गई। मेरी प्रतिक्रिया कुछ ऐसी थी कि ‘ओह, वाह! मैं अभी जिंदा हूं। ओह, वाह! असल में फिल्म को अच्छी शुरुआत न मिलने के बावजूद मैं अब भी मैं ही हूं। मैं अब भी अन्य फिल्म में लिया जा सकता हूं।”

मनोरंजन

हाईकोर्ट पहुंचे जैकी श्रॉफ, बिना इजाजत ‘भ‍िडू’ बोला तो देना होगा 2 करोड़ जुर्माना

Published

on

Loading

मुंबई। बॉलीवुड के दिग्गज एक्‍टर जैकी श्रॉफ को आपने अक्सर ‘भ‍िडू’ शब्द का प्रयोग करते सुना होगा। कई बार उनसे मुलाकात के दौरान उनके फैंस भी इस शब्द का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन अब अगर आपने आगे से ऐसा किया तो आपको 2 करोड़ रु का जुर्माना देना पड़ सकता है। एक्‍टर ने ‘व्यक्तित्व और प्रचार अधिकारों की सुरक्षा’ के तहत ‘भ‍िडू’ शब्‍द के इस्‍तेमाल पर दिल्‍ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है और कई संस्‍थानों के ख‍िलाफ केस किया है।

यह मामला उन संगठनों के खिलाफ दायर किया गया है जो जैकी श्रॉफ का इस्तेमाल उनकी अनुमति के बिना व्यावसायिक लाभ के लिए कर रहे हैं। उम्मीद है कि कोर्ट इस मामले में जल्द ही अपना फैसला सुनाएगा ताकि अभिनेता के प्रचार अधिकारों की रक्षा की जा सके। मामले को कल 14 मई को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया गया है।

यह पहली बार नहीं है कि किसी बॉलीवुड अभिनेता ने गोपनीयता और प्रचार अधिकार के लिए अदालत से मदद मांगी है। इससे पहले दिग्गज अभिनेता अमिताभ बच्चन ने लोगों को अभिनेता की नकल करने और उनकी सहमति के बिना उनकी आवाज का इस्तेमाल करने से रोकने के लिए मुंबई उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था।

दूसरी ओर पिछले साल अनिल कपूर ने भी अपने व्यक्तित्व अधिकारों की रक्षा के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। इसके अलावा, इस साल जनवरी में अनिल कपूर ने केस जीत लिया। इसमें उन्होंने ‘झकास’ शब्द वाला तकिया कलाम, अपने नाम, आवाज, बोलने के तरीके, छवि, समानता और हावभाव की सुरक्षा की मांग की थी। उनका कहना था कि इसका प्रयोग न किया जाए।

Continue Reading

Trending