Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

सेंट स्टीफंस के प्रोफेसर पर यौन शोषण का आरोप

Published

on

Stephen college

Loading

नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफंस कॉलेज की एक छात्रा ने कॉलेज के ही केमिस्ट्री के शिक्षक पर यौन शोषण का आरोप लगाया है। पीड़िता आरोपी की देखरेख में पीएचडी कर रही थी। इस बाबत पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। छात्रा द्वारा यौन प्रताड़ना का मामला दर्ज कराने के बाद पुलिस ने कॉलेज प्रशासन और आंतरिक जांच समिति से इस मामले में पूछताछ की।

पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि पुलिस दल शनिवार सुबह कॉलेज प्रशासन के पास गया और इस मामले में पूछताछ की, क्योंकि पीड़िता पहले ही फरवरी में कॉलेज की आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) के समक्ष शिकायत दर्ज करा चुकी थी। पुलिस अधिकारी ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि कॉलेज के केमिस्ट्री के शिक्षक और कोषाध्यक्ष सतीश कुमार के खिलाफ इस मामले से, कॉलेज की प्रतिष्ठा ध्यान में रखते हुए, बड़ी सावधानी से निपटा जा रहा है। अधिकारी ने कहा, “हमें आईसीसी सदस्यों से सूचना प्राप्त हुई है। हमने कॉलेज के प्रधानाचार्य वाल्सन थिंपू और कोषाध्यक्ष से उनके रुख को जानने के लिए संपर्क किया।” प्राथमिकी में शिकायतकर्ता ने कहा है कि कुमार ने अक्टूबर 2013 में प्रयोगशाला के भीतर उसका यौन उत्पीड़न किया। दर्ज शिकायत के मुताबिक, जब पीड़िता उसके चंगुल से छूटकर भागने में सफल रही तो कुमार ने कॉलेज के पास मेट्रो स्टेशन तक उसका पीछा किया। पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि उसका पहली बार मई 2013 में उसी प्रयोगशाला में उत्पीड़न किया गया था। पीड़िता का कहना है कि उसके बार-बार मना करने के बाद यह सिलसिला चलता रहा। सतीश ने उसके शोध में उसका मार्गदर्शन करना रोक दिया और वह उसके सोशल मीडिया खातों पर नजर रखने लगे थे।

पीड़िता के आरोपों के आधार पर पुलिस ने पीछा करने और यौन प्रताड़ना सहित विभिन्न धाराओं में एक मामला दर्ज कर लिया। शिकायतकर्ता छात्रा ने आरोपी का पक्ष लेने के लिए प्रधानाचार्य थिंपू पर भी आरोप लगाए हैं। छात्रा का आरोप है कि प्रिंसिपल ने उसके परिवार को मामला आगे न बढ़ाने पर समुचित लाभ देने का लालच दिया और स्टाइपेंड रोक दिया। छात्रा ने यह भी कहा है कि उस पर शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया गया।

Continue Reading

नेशनल

पश्चिम बंगाल के श्रीरामपुर में बोले अमित शाह, पीओके भारत का है और हम इसे लेकर रहेंगे

Published

on

Loading

श्रीरामपुर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल के हुगली के श्रीरामपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्ष पर जमकर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और ममता बनर्जी, आपको डरना है तो डरते रहिए, ये पीओके भारत का है और हम उसे लेकर रहेंगे।

अमित शाह ने कहा कि ममता बनर्जी, कांग्रेस-सिंडिकेट कहती है कि धारा 370 को मत हटाओ। मैंने संसद में पूछा कि क्यों न हटाएं तो उन्होंने कहा कि खून की नदियां बह जाएंगी। 5 साल हो गए खून कि नदियां छोड़ो किसी की कंकड़ चलाने की हिम्मत नहीं है। जब INDI गठबंधन का शासन था तो हमारे कश्मीर में हड़तालें होती थीं। आज पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में हड़ताल होती है। पहले कश्मीर में आजादी के नारे लगते थे, अब पाक अधिकृत कश्मीर में नारेबाजी होती है। राहुल गांधी, आपको डरना है तो डरते रहिए, ममता बनर्जी आपको डरना है तो डरते रहिए लेकिन मैं आज श्रीरामपुर की धरती से कहता हूं कि ये पाक अधिकृत कश्मीर भारत का है और हम उसे लेकर रहेंगे।

अमित शाह ने कहा आने वाले चुनाव में आप सभी वोट डालने वाले हैं। इस चुनाव में एक ओर परिवारवादी पार्टियां हैं जिसमें ममता बनर्जी अपने भतीजे को, शरद पवार अपनी बेटी को, उद्धव ठाकरे अपने बेटे को, स्टालिन अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं और सोनिया गांधी, राहुल बाबा को पीएम बनाना चाहती हैं। वहीं दूसरी ओर गरीब चाय वाले के घर में जन्में इस देश के महान नेता नरेन्द्र मोदी जी हैं।

नरेन्द्र मोदी जी ने बंगाल के विकास के लिए ढेर सारे कार्य किए हैं। मैं ममता दीदी से पूछना चाहता हूं कि 10 साल तक आपके लोग सोनिया-मनमोहन सिंह की सरकार में मंत्री रहे, लेकिन सोनिया-मनमोहन सिंह की सरकार ने बंगाल के विकास के लिए क्या किया। उनकी सरकार ने 10 साल में बंगाल के विकास के लिए मात्र 2 लाख करोड़ रुपये दिए। जबकि मोदी जी ने 10 साल में 9 लाख, 25 हजार करोड़ रुपये देने का काम किया।

Continue Reading

Trending