Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

वायरल हेपेटाइटिस देश में एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या : आईएमए

Published

on

Loading

नई दिल्ली, 27 जुलाई (आईएएनएस)| इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) का कहना है कि देश में वायरल हेपेटाइटिस बी एक गंभीर समस्या है। लगभग 40 करोड़ लोग दुनिया भर में हेपेटाइटिस बी और सी से संक्रमित हैं। आईएमए के अनुसार, भारत में चार करोड़ लोग लंबे समय से हेपेटाइटिस बी से संक्रमित हैं और हेपेटाइटिस सी से पीड़ित भारतीयों की संख्या छह से 12 लाख के बीच हो सकती है। यकृत विफलता के सबसे अधिक गंभीर मामलों में हेपेटाइटिस ई वायरस (हेवीवी) को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। हेपेटाइटिस सी वाले लगभग 90 प्रतिशत लोगों को इलाज से ठीक किया जा सकता है।

आईएमए के अध्यक्ष डॉ. के.के. अग्रवाल ने कहा, हेपेटाइटिस ए वायरस, हेपेटाइटिस बी वायरस के बाद तीव्र वायरल हेपेटाइटिस का सबसे सामान्य कारण है। कुछ गतिविधियों में शामिल होना, जैसे कि टैटू बनवाना या जाने अनजाने में संक्रमित इंजेक्शन लगवाना या फिर कई सेक्स पार्टनर होने के कारण भी हेपेटाइटिस विकसित होने का खतरा बढ़ जाता है।

डॉ. अग्रवाल ने कहा, यकृत एक महत्वपूर्ण अंग है, जो प्रोटीन पोषक तत्वों और संक्रमणों से लड़ने में मदद करता है। जब यकृत में सूजन आ जाती है या यह क्षतिग्रस्त हो जाता है, तो इसका कार्य प्रभावित हो सकता है। हेपेटाइटिस बी को फोमाइट्स द्वारा भी प्रेषित किया जा सकता है जैसे कि रक्त प्राप्त करने के लिए इस्तेमाल होने वाले फिंगर स्टिक उपकरणों से ग्लूकोज मापन, मल्टी डोज औषधि की शीशियों, जेट गन इंजेक्टर और एंडोस्कोप।

उन्होंने कहा, हेपेटाइटिस बी एचसीवी की तुलना में 10 गुना और एचआईवी से 50-100 गुना ज्यादा संक्रामक है। एचबीवी ड्रिप में सात दिनों तक जीवित रह सकता है और संक्रमण पैदा करने में सक्षम रहता है। इसी कारण से हेपेटाइटिस बी को एचआईवी से ज्यादा खतरनाक संक्रमण माना जाता है।

डॉ. अग्रवाल ने कहा, तीव्र वायरल हेपेटाइटिस के लक्षणों में थकान, फ्लू जैसे लक्षण, गहरे रंग का मूत्र, हल्के रंग का मल, बुखार और पीलिया आदि शामिल हैं। हालांकि, तीव्र वायरल हेपेटाइटिस भी कम लक्षणों के साथ हो सकता है और अज्ञात रह सकता है। कई बार, तीव्र वायरल हेपेटाइटिस बड़े पैमाने पर यकृत संबंधी विफलता का कारण बन सकता है।

उन्होंने कहा कि तीव्र वायरल हेपेटाइटिस के लिए प्रारंभिक उपचार में मितली, उल्टी और पेट दर्द के लक्षणों से राहत मिलना प्रमुख है। यदि दवा से किसी रोगी में विपरीत लक्षण दिखने लगें तो दवा रोक देना बेहतर है। बिगड़ा हुआ जिगर सामान्य रूप से दवाओं से ठीक नहीं हो पाता।

हेपेटाइटिस को रोकने के उपाय :-

टीका लगवाएं : हेपेटाइटिस ए और बी टीके बहुत प्रभावी होते हैं और इन्हें अलग इंजेक्शन से लगाना चाहिए। अपने चिकित्सक से परामर्श करना और किसी भी संक्रमण से बचने के लिए समय पर टीकाकरण करना बेहतर होता है।

हाथ धोने की आदत : यह सुनिश्चित करें कि परिवार में हर कोई बाथरूम जाने (या डायपर बदलने) के बाद और भोजन करने से पहले हाथ धोए।

किसी अन्य के रक्त संपर्क से बचें : रक्त का कोई भी संपर्क हेपेटाइटिस बी और सी को प्रसारित कर सकता है। इसलिए अगर आप इसके संपर्क में आते हैं तो अच्छी तरह से हाथ धो लें।

टैटू से सावधान रहें : किसी लाइसेंसधारी पेशेवर द्वारा ही टैटू गुदवाएं। सुइयों और टैटू से हेपेटाइटिस होने का डर रहता है।

सुरक्षित सेक्स : उचित गर्भनिरोधक विकल्प का उपयोग करें। यौन साथी अधिक होने पर हेपेटाइटिस संक्रमण की आशंका बढ़ जाती है।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

कन्नौज में राहुल-अखिलेश की संयुक्त रैली, बोले- यूपी में इंडी गठबंधन का तूफान आने वाला है

Published

on

Loading

कन्नौज। कन्नौज में आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सपा मुखिया अखिलेश यादव ने संयुक्त रैली की। रैली को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि कन्नौज में जितने भी बड़े-बड़े काम दिखाई दे रहे हैं समाजवादी सरकार के किए हैं। जो लोग हाईवे पर चलते हैं उनको पता है कि हाईवे समाजवादियों ने बनवाया है लेकिन हमने कभी हाइवे को धुलवाया नहीं होगा। अखिलेश यादव ने बीजेपी नेताओं पर झूठे वादे करने का भी आरोप लगाया है। अखिलेश यादव ने कहा कि चोरों में झगड़ा तभी होता है जब बंटवारा ठीक से ना हो, मुझे वो दिन भी याद हैं जब बादलों की वजह से रडार से दिखाई नहीं दे रहा था, नाले की गैस से चाय बना रहे थे। उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोग हमारे और संविधान के पीछे पड़े हैं। कन्नौज में विकास जो सुगंध रुकी है, उसे आगे बढ़ाने का काम किया जाएगा।

वहीं इस रैली में राहुल गांधी ने भी बीजेपी को जमकर निशाने पर लिया। राहुल ने कहा- मोदी ने करोड़ों युवाओं को बेरोजगार कर दिया। वैक्सीन बनाने वाली कंपनी से करोड़ों रुपए लिए। आप मर रहे थे और पीएम कहे रहे थे कि थाली बजाओ और ताली बजाओ। नफरत को खत्म करने के लिए हमने मोहब्बत फैलाई है। हम ये कहे रहे हैं कि 2024 में नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे। राहुल गांधी ने कहा कि कन्‍नौज से अखिलेश यादव की जीत होने जा रही है। मैं आपको लिखकर देता हूं। उत्तर प्रदेश में इंडी गठबंधन का तूफान आने वाला है। मैं आपको लिखित में देता हूं कि इस बार भाजपा को देश में अपनी सबसे बड़ी हार का सामना करना पड़ेगा।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता ने मन बना लिया है कि यहां परिवर्तन लाना है, भारत में परिवर्तन लाना है। राहुल गांधी ने कहा कि 10 वर्षों में नरेंद्र मोदी ने कभी भी अडानी और अंबानी के नाम का उल्लेख नहीं किया। उन्होंने 10 वर्षों में हजारों भाषण दिए लेकिन उन्होंने कभी उनका नाम नहीं लिया। जब किसी को डर लगता है तो वह उन लोगों का नाम लेता है, जो उन्हें बचा सकता है, तो नरेंद्र मोदी ने अपने दो दोस्तों का नाम लिया। उन्‍होंने कहा कि मुझे बचा लो, इंडी गठबंधन ने मुझे घेर लिया है, मैं हार रहा हूं। अडानी-अंबानी, मुझे बचा लो।’ इसीलिए नरेंद्र मोदी ने उनका नाम लिया। उन्हें यह भी पता है कि अडानी टेंपो में पैसे कैसे भेजते हैं। प्रधानमंत्री को टेंपो का निजी अनुभव है। अब भाजपा, नरेंद्र मोदी और अमित शाह आपका ध्यान डायवर्ट करने की कोशिश करेंगे। अगले 10-15 दिनों तक वे आपका ध्यान भटकाने की कोशिश करेंगे।

 

 

Continue Reading

Trending