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मनोरंजन

लोगों से जुडऩे का सिनेमा सबसे आसान माध्यम : भूमि

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Bhoomi pendekarनई दिल्ली। अपनी पहली ही फिल्म ‘दम लगा के हईशा’ में अपने शानदार अभिनय से दर्शकों का दिल जीतने वाली अभिनेत्री भूमि पेडनेकर का मानना है कि सिनेमा लोगों से जुडऩे व संवाद स्थापित करने का सबसे बेहतर और सहज माध्यम है।

‘दम लगा के हईशा’ फिल्म के जरिए संदेश दिया गया था कि अगर प्यार कायम है तो फिर किसी महिला का अधिक वजन का होना कोई बुरी बात नहीं है। भूमि की दूसरी फिल्म ‘ट्वायलेट : एक प्रेम कथा’ भी सामाजिक संदेश देती है। उनका कहना है कि उन्हें इस बात की बहुत खुशी है कि बॉलीवुड में सामाजिक संदेश देने वाली फिल्में बन रही हैं।

भूमि ने मुंबई से फोन पर खास बातचीत में कहा, “मुझे लगता है कि आज के लोग, दर्शक और फिल्मकार, हम सब समस्याओं और अपने आस-पास की परिस्थितियों के प्रति जागरूक हो गए हैं। इससे पहले हम इसे अनदेखा करने की स्थिति में थे..लेकिन मुझे लगता है कि हम उस मोड़ पर पहुंच चुके हैं जहां हम कुछ चीजों की अनदेखी नहीं कर सकते और मुझे यह बहुत अच्छा लगता है।”

भूमि के मुताबिक, “सिनेमा लोगों से संवाद स्थापित करने का सबसे बड़ा और आसान माध्यम है और अगर आप इसका अच्छे मकसद से इस्तेमाल कर सकते हैं, तो फिर ऐसा क्यों नहीं करना चाहिए।” भूमि (27) ने कहा कि ‘ट्वायलेट : एक प्रेम कथा’ थकाऊ उपदेश देने वाली फिल्म नहीं है बल्कि यह एक खूबसूरत प्रेम कहानी है जो समाज के विभिन्न पहलुओं को भी दर्शाती है।

भूमि के प्रशंसकों को लगता है कि इस फिल्म में भी उनकी भूमिका ‘दम लगा के हईशा’ से मिलती-जुलती है, लेकिन भूमि इससे साफ इनकार करती हैं। अभिनेत्री का कहना है कि वह फिल्म की कहानी और किरदार को महत्व देती हैं। उन्हें भारतीय लड़कियों के जीवन से जुड़ी वास्तविक कहानियां पसंद आती हैं। यथार्थवादी और सामाजिक फिल्मों में काम करके भूमि बेहद खुश हैं।

‘दम लगा के हईशा’ 2015 में रिलीज हुई थी जबकि ‘ट्वायलेट एक प्रेम कथा’ जून 2017 में रिलीज होगी। यह पूछे जाने पर कि क्या इस अंतराल ने उन्हें एक नई छवि गढऩे में मदद की, भूमि ने कहा कि पहली फिल्म के लिए उन्होंने अपना वजन बढ़ाया था और फिर से अपने पुराने रूप में लौटने में समय लग गया।

उन्होंने बताया कि उन पटकथाओं को चुनने में उन्होंने समय लिया जिनका वह सच में हिस्सा बनना चाहती थी। भूमि खुद को खुशकिस्मत मानती हैं और उनके जीवन में फिलहाल सब कुछ अच्छा चल रहा है।

मनोरंजन

फिर बढ़ी एल्विश यादव की मुश्किलें, ईडी ने दर्ज किया मनी लॉन्ड्रिंग का केस

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नई दिल्ली। बिग बॉस ओटीटी 2 विनर और यूट्यूबर एल्विश यादव की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। अब ईडी ने एल्विश के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया है। मनी लॉन्ड्रिंग का मामला सांपों के जहर सप्लाई से ही जुड़ा हुआ है। केंद्रीय एजेंसी ने पिछले महीने उत्तर प्रदेश में नोएडा पुलिस द्वारा एल्विश और अन्य लोगों के खिलाफ दायर एक एफआईआर और आरोप पत्र का संज्ञान लेने के बाद प्रिवेंशन मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।

इसके अलावा खबर ये भी है कि ईडी एल्विश यादव के साथ-साथ बड़े होटल रिसॉर्ट्स और फार्म हाउस के मालिकों से भी पूछताछ करेगी। बता दें कि नोएडा पुलिस द्वारा एल्विश यादव को गिरफ्तार किया गया था। फिलहाल वह जमानत पर बाहर हैं। ईडी ने एल्विश पर शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है।

एल्विश यादव को वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत एक मामले में 17 मार्च को गिरफ्तार किया गया था। सांप के जहर तस्करी मामले में एल्विश यादव गौतमबुद्ध नगर की बक्सर जेल में बंद थे। 17 मार्च को एल्विश को पांच अन्य लोगों के साथ पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इस मामले में पुलिस ने एक बैंकेट हॉल में छापा मारकर 4 सपेरों समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया था और 9 सांप और उनका जहर बरामद किया गया था। एल्विश यादव पर आरोप है कि वह रेव पार्टी के लिए सांपों के जहर का इंतजाम करते थे और सांपों का इस्तेमाल अपने वीडियो शूट के लिए भी करते थे।

दरअसल साल 2023 के अंत में पीपुल्स फॉर एनिमल संस्था के पदाधिकारी ने एल्विश यादव और उनके साथियों पर सांपों के जहर का इस्तेमाल और खरीद-फरोख्त का आरोप लगाते हुए सेक्टर-49 थाने में केस दर्ज कराया था। इसके बाद पुलिस ने पार्टी वाली जगह पर रेड की थी, जहां पांच सेपेरों के पास से कोबरा समेत नौ सांप और 20 एमएल जहर मिला था। इसके बाद कार्रवाई करते हुए पुलिस ने सभी को जेल भेज दिया था।

इसके बाद संस्था के पदाधिकारी का एक ऑडियो वायरल हुआ, जिसमें मुख्य आरोपी राहुल संस्था के पदाधिकारी से बात करता सुनाई देता है। इसमें राहुल कह रहा है कि वह एल्विश की ओर से आयोजित होने वाली पार्टियों में शामिल हो चुका है। राहुल पार्टियों में अपने अन्य सपेरे दोस्तों के साथ गया था। हालांकि, बाद में सभी को जमानत मिल गई थी। पुलिस टीम ने एल्विश यादव के कॉल डिटेल और सोशल मीडिया अकाउंट को खंगाला, जब उसके खिलाफ नोएडा पुलिस को पर्याप्त सबूत मिल गए तो पुलिस ने उसे नोटिस देकर पूछताछ के लिए दोबारा बुलाया। पूछताछ के बाद उसे नोएडा से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। पांच दिन तक जेल में रहने के बाद एल्विश जमानत पर छूट गया।

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