Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

राजग में उठापटक, मांझी बोले- ‘मुझे चींटी समझने की गलती न करें पासवान’

Published

on

Loading

पटना। बिहार में राष्ट्रीय लोकत्रांतिक गठबंधन (एनडीए) में उठापटक तेज होती नजर आ रही है। बिहार के पूर्व सीएम और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के नेता जीतन राम मांझी ने मंगलवार को लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के अध्यक्ष राम विलास पासवान पर निशाना साधा और कहा कि पासवान राष्ट्रीय नहीं, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय नेता हैं, लेकिन उन्हें दूसरे के राजनीतिक करियर को कमतर नहीं आंकना चाहिए। यही नहीं मांझी ने यह भीकहा कि पासवान को केवल अपने परिवार की चिंता रहती है न कि दलितों की और वो उन्हें चींटी समझने की गलती न करें क्योंकि चींटी भी हाथी को परास्त कर सकती है।

उल्लेखनीय है कि पिछले तीन सितंबर को पटना में संवाददाताओं ने पासवान से बिहार विधानसभा चुनाव के लिए मांझी के संदर्भ में सीटों के बंटवारे के बारे में पूछा था, क्योंकि दोनों के वोटबैंक लगभग एक ही हैं। तब पासवान ने कहा था कि “मांझी अभी राजग में ट्रायल में हैं और मैं राष्ट्रीय नेता हूं।” मांझी ने पासवान की इसी टिप्पणी पर मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन में करारा जवाब दिया।

उन्होंने कहा, “पासवान राष्ट्रीय नहीं, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय नेता हैं। लेकिन उन्हें दूसरे के राजनीतिक करियर को कमतर नहीं आंकना चाहिए।” मांझी और पासवान के बीच इस क्रिया-प्रतिक्रिया के बाद बिहार में अब राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में भी दरार की संभावना दिखने लगी है। मांझी ने कहा कि पासवान दलितों का नेता होने का दंभ भरते हैं, लेकिन आज तक दलितों एवं गरीबों के हक में उन्होंने आवाज नहीं उठाई।

मांझी ने कहा, “मैं 1980 से राजनीति में हूं। इस क्रम में विधायक और मुख्यमंत्री पद तक पहुंचा। पासवान राष्ट्रीय और बड़े नेता हैं, लेकिन जनता किसके साथ है, यह देखना होगा।” राजग में सीटों के बंटवारे के बारे में उन्होंने कहा, “भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) को ‘हम’ ने बिना शर्त समर्थन दिया है। मांझी जो कहता है, वही करता है।” मांझी ने पासवान से पूछा कि आखिर उनकी पार्टी में हर पद पर उनके बेटे, भाई या दामाद ही क्यों आसीन हैं।

माना जा रहा है कि बिहार के इन दोनों नेताओं के बीच चल रहे वाकयुद्ध में अगर भाजपा के नेताओं ने हस्तक्षेप नहीं किया तो इनमें दरार और गहरा सकती है। बताया जा रहा है कि मांझी, पासवान और उनके बेटे चिराग पासवान के उन बयानों से भी नाराज चल रहे हैं जिसमें चिराग ने मांझी के पार्टी के कई नेताओं को गठबंधन से टिकट न देने की वकालत की है।

नेशनल

बाबा रामदेव की सोन पापड़ी भी टेस्ट में ‘फेल’, असिस्टेंट मैनेजर समेत 3 को 6 महीने की जेल

Published

on

Loading

नई दिल्ली। योग गुरु बाबा रामदेव की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। भ्रामक विज्ञापनों को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने पतंजलि को फटकार लगाई थी। अब पतंजलि कंपनी की सोन पापड़ी फूड टेस्‍ट में फेल गई है। मुख्‍य न्‍यायिक मजिस्‍ट्रेट ने पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के असिस्‍टेंट मैनेजर सहित तीन लोगों को छह महीने जेल की सजा सुना दी है। तीनों पर जुर्माना भी लगाया गया है। खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम 2006 की धारा 59 के तहत सजा सुनाई गई है। असिस्टेंट मैनेजर को 50 हजार और अन्य 2 दोषियों को 10 और 25 हजार रुपये जुर्माना भरना होगा। मामले में शिकायतकर्ता की ओर से रितेश वर्मा ने पैरवी की।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 17 अक्टूबर 2019 को जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने उत्तराखंड के पिथौरागढ़ बेरीनाग बाजार का दौरा किया था। इस दौरान बेरीनाग बाजार स्थित लीलाधर पाठक की दुकान में रेड मारी गई। जांच करते हुए रेड टीम ने पतंजलि नवरत्न इलायची सोन पापड़ी के सैंपल लिए और उन्हें जांच के लिए रुद्रपुर की लैंब में भेजा गया। साथ ही सप्लायर रामनगर कान्हा जी और पतंजलि को नोटिस जारी किए गए।

जांच में मिठाई की क्वालिटी घटिया मिली। सैंपल फेल हो गया और पुलिस ने एक्शन लेकर पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के असिस्टेंट जनरल मैनेजर अभिषेक कुमार, कान्हा जी डिस्ट्रीब्यूटर प्राइवेट लिमिटेड रामनगर के असिस्टेंट मैनेजर अजय जोशी, दुकानदार लीलाधर पाठक को गिरफ्तार कर लिया। तीनों के खिलाफ सुनवाई पूरी होने के बाद बीते दिन जेल और जुर्माने की सजा सुनाई गई।

Continue Reading

Trending