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मुख्य समाचार

यूपी पंचायत चुनाव: चार जिलों में मतदान की तारीखों में बदलाव

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग ने कानपुर सहित चार जिलों के मतदान की तारीखों में बदलाव किया है। यह बदलाव भारत-दक्षिण अफ्रीका के बीच कानपुर में 11 अक्टूबर को होने वाले एक दिवसीय क्रिकेट मैच की वजह से किया गया है। यह जानकारी राज्य निर्वाचन आयुक्त सतीश चंद्र अग्रवाल ने एक बयान जारी कर दी।

सतीश अग्रवाल ने कहा कि निर्वाचन आयोग ने कानपुर नगर, कानपुर देहात, उन्नाव व फतेहपुर के पंचायत चुनाव की तारीखों में बदलाव किया है। इन जिलों में दूसरे चरण के तहत 13 अक्टूबर की बजाय 15 अक्टूबर को मतदान होगा तथा तीसरे चरण के लिए 17 अक्टूबर की बजाय 18 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे।

सतीश अग्रवाल ने कहा कि भारत-दक्षिण अफ्रीका के बीच 11 अक्टूबर को कानपुर के ग्रीनपार्क में एक दिवसीय मैच होना है। त्रिस्तरीय पंचायत सकुशल सम्पन्न कराने के लिए गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर अर्धसैनिक बलों की मांग की गयी थी। बयान के मुताबिक गृहमंत्रालय ने अर्धसैनिक बल मुहैया कराने में असमर्थता जतायी है। इसके बाद पंचायत चुनाव स्थानीय पुलिस की निगरानी में कराने का फैसला लिया गया है।

उन्होंने अपने बयान में कहा है कि भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच होने वाले मैच को देखते हुए सुरक्षा की दृष्टि से भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की जाएगी। ऐसी स्थिति में कानपुर नगर के सीमावर्ती जिलों कानपुर देहात, उन्नाव एवं फतेहपुर से भी सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की जाएगी। ऐसी स्थिति में चुनाव कराने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता इसलिए वोटिंग की तारीखों में परिवर्तन करना पड़ा।

नेशनल

कोर्ट ने बृजभूषण से पूछा- आप गलती मानते हैं, बोले- सवाल ही उठता, मेरे पास बेगुनाही के सारे सबूत

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नई दिल्ली। महिला पहलवानों से यौन शोषण मामले में भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह मंगलवार को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश हुए। कोर्ट ने उन्हें उनके खिलाफ तय किए आरोप पढ़कर सुनाए। इसके बाद कोर्ट ने बृजभूषण से पूछा कि आप अपने ऊपर लगाए गए आरोप स्वीकार करते हैं? इस पर बृजभूषण ने कहा कि गलती की ही नहीं मानने का सवाल ही नहीं उठता। इस दौरान कुश्ती संघ के पूर्व सहायक सचिव विनोद तोमर ने भी स्वयं को बेकसूर बताया। तोमर ने कहा कि हमनें कभी भी किसी पहलवान को घर पर बुलाकर न तो डांटा है और न ही धमकाया है। सभी आरोप झूठे हैं।

मीडिया द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या आरोपों के कारण उन्हें चुनावी टिकट की कीमत चुकानी पड़ी, इस पर बृजभूषण सिंह ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, “मेरे बेटे को टिकट मिला है।” बता दें कि उत्तर प्रदेश से छह बार सांसद रहे बृजभूषण शरण सिंह को इस बार भाजपा ने टिकट नहीं दिया है। पार्टी उनकी बजाय, उनके बेटे करण भूषण सिंह को कैसरगंज सीट से टिकट दिया है, जिसका बृजभूषण तीन बार प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।

बृजभूषण सिंह ने सीसीटीवी रिकाॅर्ड और दस्तावेजों से जुड़े अन्य विवरण मांगने के लिए बृजभूषण सिंह ने आवेदन दायर किया है। उनके वकील ने कहा कि उनके दौरे आधिकारिक थे। मैं विदेश में उसी होटल में कभी नहीं ठहरा जहां खिलाड़ी स्टे करते थे। वहीं दिल्ली कार्यालय की घटनाओं के दौरान भी मैं दिल्ली में नहीं था। बता दें कि कोर्ट इस मामले में जल्द ही अपना फैसला सुना सकता है। कोर्ट ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि एमपी-एमएलए मामलों में लंबी तारीखें नहीं दी जाएं। हम 10 दिन से अधिक की तारीख नहीं दे सकते।

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