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मनोरंजन

‘मेरी कॉम’ ने स्टॉकहोम में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार जीता

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Mary-Kom

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स्टॉकहोम। स्टॉकहोम इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल जूनियर (एसआईएफएफजे) के लिए चुनी गई उमंग कुमार निर्देशित ‘मेरी कॉम’ ने सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार जीता है। इसे फिल्मोत्सव का शीर्ष सम्मान ब्रान्ज हॉर्स अवार्ड दिया गया है। फिल्मोत्सव के जूनियर वर्ग के निर्णायक मंडल में नौ से 17 साल के बच्चे शामिल हैं।

उमंग अपनी फिल्म की स्क्रीनिंग में मौजूद थे। इस दौरान एक चर्चा सत्र में विभिन्न आयुवर्ग के बच्चों ने उनसे सवाल पूछे। ‘मेरी कॉम’ भारतीय मुक्केबाज एम.सी. मेरी कॉम के जीवन पर आधारित है। उमंग ने एक बयान में कहा, “भारतीय दूतावास ने मेरा पूरा ख्याल रखा। भारत की राजदूत बनाश्री बोस हैरिसन मुझे स्वीडन और इसके द्वीपों की सैर कराने के लिए स्वयं उपलब्ध रहीं। उन्होंने अपने मेहमानों के लिए ‘मेरी कॉम’ की एक स्क्रीनिंग और मेरे सम्मान में दो रात्रिभोज रखे।”

‘मेरी कॉम’ अगले माह स्वीडन में इंडियन फिल्म फेस्टिवल में भारतीय दूतावास द्वारा एक बार फिर दिखाई जाएगी।

मनोरंजन

हाईकोर्ट पहुंचे जैकी श्रॉफ, बिना इजाजत ‘भ‍िडू’ बोला तो देना होगा 2 करोड़ जुर्माना

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मुंबई। बॉलीवुड के दिग्गज एक्‍टर जैकी श्रॉफ को आपने अक्सर ‘भ‍िडू’ शब्द का प्रयोग करते सुना होगा। कई बार उनसे मुलाकात के दौरान उनके फैंस भी इस शब्द का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन अब अगर आपने आगे से ऐसा किया तो आपको 2 करोड़ रु का जुर्माना देना पड़ सकता है। एक्‍टर ने ‘व्यक्तित्व और प्रचार अधिकारों की सुरक्षा’ के तहत ‘भ‍िडू’ शब्‍द के इस्‍तेमाल पर दिल्‍ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है और कई संस्‍थानों के ख‍िलाफ केस किया है।

यह मामला उन संगठनों के खिलाफ दायर किया गया है जो जैकी श्रॉफ का इस्तेमाल उनकी अनुमति के बिना व्यावसायिक लाभ के लिए कर रहे हैं। उम्मीद है कि कोर्ट इस मामले में जल्द ही अपना फैसला सुनाएगा ताकि अभिनेता के प्रचार अधिकारों की रक्षा की जा सके। मामले को कल 14 मई को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया गया है।

यह पहली बार नहीं है कि किसी बॉलीवुड अभिनेता ने गोपनीयता और प्रचार अधिकार के लिए अदालत से मदद मांगी है। इससे पहले दिग्गज अभिनेता अमिताभ बच्चन ने लोगों को अभिनेता की नकल करने और उनकी सहमति के बिना उनकी आवाज का इस्तेमाल करने से रोकने के लिए मुंबई उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था।

दूसरी ओर पिछले साल अनिल कपूर ने भी अपने व्यक्तित्व अधिकारों की रक्षा के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। इसके अलावा, इस साल जनवरी में अनिल कपूर ने केस जीत लिया। इसमें उन्होंने ‘झकास’ शब्द वाला तकिया कलाम, अपने नाम, आवाज, बोलने के तरीके, छवि, समानता और हावभाव की सुरक्षा की मांग की थी। उनका कहना था कि इसका प्रयोग न किया जाए।

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